Jamshedpur Clash: होली के रंग में भंग, दो गुटों के बीच जमकर बवाल!
जमशेदपुर के बागुनहातू में होली के दौरान दो पक्षों के बीच हिंसक झड़प, पुलिस को करना पड़ा लाठीचार्ज! जानें पूरी खबर।

जमशेदपुर: होली के रंग अभी ठीक से सूखे भी नहीं थे कि सिदगोड़ा थाना क्षेत्र के बागुनहातू में शुक्रवार को दो पक्षों में जमकर मारपीट हो गई। रंगों की जगह लाठियां और घूंसे चलने लगे, जिससे पूरा इलाका दहशत में आ गया। विवाद इतना बढ़ गया कि मामला थाने तक पहुंचा, जहां जमकर हंगामा हुआ। स्थिति बेकाबू होते देख पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा, जिससे मौके पर अफरातफरी मच गई।
क्यों भड़की हिंसा?
मिली जानकारी के मुताबिक, घटना बागुनहातू इलाके में उस वक्त हुई जब कुछ युवक होली खेल रहे थे। तभी पास की बस्ती से आए कुछ युवकों के साथ कहासुनी हो गई। बात इतनी बढ़ गई कि दोनों पक्षों में मारपीट शुरू हो गई। गली-मोहल्ले में भगदड़ मच गई और माहौल तनावपूर्ण हो गया।
थाने में भी जमकर हंगामा
झगड़े की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और झगड़ रहे युवकों को हिरासत में लेकर थाने ले आई। लेकिन मामला यहीं शांत नहीं हुआ! थाने पहुंचने के बाद बस्ती के लोग भी वहां आ धमके और पुलिस पर एकतरफा कार्रवाई का आरोप लगाकर विरोध करने लगे।
देखते ही देखते थाने में हंगामा इतना बढ़ गया कि पुलिस को भी संभालना मुश्किल हो गया। जब प्रदर्शनकारी बेकाबू होने लगे तो पुलिस ने हालात पर काबू पाने के लिए लाठीचार्ज कर दिया।
होली और दंगों का पुराना नाता!
अगर इतिहास पर नजर डालें तो होली के दौरान इस तरह की हिंसक घटनाएं कोई नई बात नहीं हैं।
2018 में उत्तर प्रदेश के कासगंज में होली के दौरान दो गुटों में विवाद इतना बढ़ गया था कि कई घर जला दिए गए थे।
2007 में गुजरात के वडोदरा में होली के दौरान हुए दंगों में कई लोग घायल हुए थे और कर्फ्यू लगाना पड़ा था।
होली का त्योहार भाईचारे और सौहार्द का प्रतीक माना जाता है, लेकिन हर साल कहीं न कहीं इस तरह की घटनाएं त्योहार की खुशियों को ग़म में बदल देती हैं।
लाठीचार्ज के बाद बागुनहातू में शांति बहाल?
पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए इलाके में क्यूआरटी (क्विक रिस्पॉन्स टीम) की तैनाती कर दी है। अधिकारियों का कहना है कि स्थिति अब नियंत्रण में है और किसी को कानून हाथ में लेने नहीं दिया जाएगा।
क्या प्रशासन लेगा कोई बड़ा कदम?
घटना के बाद से स्थानीय लोग डरे हुए हैं और प्रशासन से कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। सवाल यह है कि क्या प्रशासन इस घटना को लेकर कोई सख्त कदम उठाएगा या मामला यूं ही ठंडे बस्ते में चला जाएगा?
सावधानी ही बचाव – त्योहारों पर कैसे बचें ऐसे विवादों से?
सामाजिक सौहार्द बनाए रखें – त्योहारों पर छोटी-छोटी बातों को लेकर झगड़े से बचें।
प्रशासन को पहले से सतर्क रहना चाहिए – हर संवेदनशील इलाके में पुलिस की निगरानी जरूरी है।
स्थानीय नेताओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं को बीच-बचाव करना चाहिए, ताकि झगड़े बढ़ने से पहले सुलझा लिए जाएं।
पुलिस ने की शांति बनाए रखने की अपील
पुलिस अधिकारियों ने लोगों से शांति बनाए रखने और अफवाहों से बचने की अपील की है। प्रशासन का कहना है कि दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी और किसी भी हाल में कानून को हाथ में लेने नहीं दिया जाएगा।
What's Your Reaction?






