Jamshedpur Fire: होली के दिन जल उठा बाजार, मची अफरातफरी!
जमशेदपुर के मानगो में होली के दिन अचानक आग लगने से मची अफरातफरी। स्थानीय लोगों और पुलिस ने मिलकर बड़ा हादसा होने से बचाया। जानें पूरी खबर।

जमशेदपुर: होली के दिन जब पूरा शहर रंगों में डूबा था, तभी मानगो थाना क्षेत्र के मुंशी मोहल्ला में अचानक आग लग गई। देखते ही देखते सब्जी बाजार की एक दुकान धू-धू कर जलने लगी। चारों तरफ अफरातफरी मच गई, लोग इधर-उधर भागने लगे। गनीमत रही कि समय रहते स्थानीय लोगों और पुलिस जवानों की मदद से आग पर काबू पा लिया गया, वरना बड़ा हादसा हो सकता था।
कहाँ और कैसे लगी आग?
सूत्रों के अनुसार, यह घटना मुंशी मोहल्ला सब्जी बाजार की है, जहां एक मिट्टी के बरतन की दुकान में आग लग गई। होली का दिन होने के कारण दुकानें बंद थीं, लेकिन दुकान के पास कचरे में आग लगा दी गई थी, जिसने धीरे-धीरे दुकान को अपनी चपेट में ले लिया।
आग लगी या लगाई गई?
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, यह आग खुद नहीं लगी बल्कि किसी असामाजिक तत्व ने जानबूझकर कचरे में आग लगाई थी, जो बाद में दुकान तक फैल गई। दुकान मालिक का कहना है कि अगर पुलिस समय रहते नहीं पहुंचती, तो पूरी बाजार जलकर खाक हो सकता था।
तेजी से बढ़ रही हैं आग की घटनाएं – क्या हम सुरक्षित हैं?
अगर पिछले कुछ महीनों की घटनाओं को देखा जाए, तो जमशेदपुर और आसपास के इलाकों में आग लगने की घटनाएं तेजी से बढ़ी हैं। हाल ही में शहर के एक और इलाके में इसी तरह एक दुकान में आग लग गई थी, जिससे लाखों का नुकसान हुआ था। सवाल यह उठता है कि क्या प्रशासन आग से बचाव के लिए पर्याप्त कदम उठा रहा है?
इतिहास में भी होली पर जल चुकी हैं कई जगहें!
ऐसा पहली बार नहीं हुआ कि होली के दिन इस तरह की आगजनी की घटना हुई हो। अगर इतिहास में जाएं तो 2010 में दिल्ली के सदर बाजार में होली के दिन भीषण आग लगी थी, जिससे करोड़ों का नुकसान हुआ था। 2015 में कानपुर के एक होलसेल मार्केट में होली के दिन आग लग गई थी, जिसने पूरे इलाके को तहस-नहस कर दिया था।
फायर सेफ्टी – हम कितने तैयार हैं?
हर साल देशभर में सैकड़ों दुकानें और बाजार आग की चपेट में आते हैं। लेकिन सवाल यह है कि क्या दुकानदारों और स्थानीय प्रशासन ने इससे बचने के लिए पर्याप्त इंतजाम किए हैं?
फायर सेफ्टी अलार्म: अगर हर दुकान में फायर अलार्म लगे हों, तो आग लगते ही लोग तुरंत सतर्क हो सकते हैं।
फायर एग्जिट प्लान: किसी भी बाजार या भीड़-भाड़ वाली जगह पर आग लगने पर सुरक्षित बाहर निकलने का रास्ता होना चाहिए।
पानी और फायर एक्सटिंगुइशर: बाजारों में पर्याप्त मात्रा में पानी और अग्निशमन यंत्र मौजूद होने चाहिए, ताकि आग पर तुरंत काबू पाया जा सके।
स्थानीय लोगों की सतर्कता ने बचाई जानें!
इस घटना में स्थानीय लोगों और पुलिस जवानों की सूझबूझ ने बड़ा हादसा होने से बचा लिया। पीसीआर पेट्रोलिंग टीम तुरंत मौके पर पहुंची और स्थानीय लोगों की मदद से आग को बुझाया। अगर थोड़ी भी देरी होती, तो पूरा बाजार जलकर खाक हो सकता था।
प्रशासन से कड़ी कार्रवाई की मांग
स्थानीय लोगों का कहना है कि असामाजिक तत्वों की वजह से इस तरह की घटनाएं बढ़ रही हैं। प्रशासन को चाहिए कि आग लगाने वालों की पहचान कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करे, ताकि भविष्य में कोई इस तरह की हरकत न कर सके।
समाज के लिए चेतावनी – अब भी सतर्क न हुए तो..?
अगर हम इस तरह की घटनाओं को हल्के में लेंगे, तो कल यह हमारे घर, दुकान या ऑफिस में भी हो सकता है। आग से बचाव के लिए हर किसी को सतर्क रहना जरूरी है। प्रशासन को भी चाहिए कि बाजारों में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करे और असामाजिक तत्वों पर नजर रखे।
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