Kanke Firing: जमीन के पैसों पर खून, जेल में बंद माफिया के करीबी को मारी गोली!
रांची के कांके में जमीन के पैसों को लेकर खूनी झगड़ा, जेल में बंद माफिया कमलेश के करीबी को मारी गोली! जानें पूरी खबर।

रांची: सोमवार देर रात कांके थाना क्षेत्र में जमीन और पैसों के बंटवारे को लेकर खूनी खेल खेला गया। जमीन माफिया कमलेश के करीबी जितेंद्र को गोली मार दी गई। गोली लगने के बाद जितेंद्र को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है, वहीं पुलिस मामले की तफ्तीश में जुटी हुई है।
कैसे भड़की खूनी जंग?
मामला जमीन घोटाले से जुड़ा है। जेल में बंद माफिया कमलेश के करीबी जितेंद्र और प्रभात के बीच पैसों को लेकर विवाद हो गया। यह विवाद इतना बढ़ गया कि देखते ही देखते प्रभात ने अपनी पिस्टल निकाली और जितेंद्र पर गोली चला दी। गोली जितेंद्र की कमर में लगी, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया।
सूत्रों के मुताबिक, जितेंद्र लंबे समय से जमीन कारोबार में था और जेल में बंद कमलेश के लिए काम करता था। जब कमलेश को ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) ने गिरफ्तार किया, तब से जितेंद्र ही उसके कारोबार को संभाल रहा था।
कौन है कमलेश? क्यों बना रांची का बड़ा माफिया?
रांची के काले धन और अवैध जमीन सौदों में कुख्यात नाम बन चुका कमलेश लंबे समय तक बेखौफ अपना खेल खेलता रहा। जमीन की खरीद-बिक्री के नाम पर कई करोड़ों का हेरफेर करने वाला यह शख्स आखिरकार ईडी के शिकंजे में फंस गया।
कमलेश को जब ईडी ने गिरफ्तार किया और जेल भेजा, तब उसके सभी गैरकानूनी कामों को जितेंद्र ही देख रहा था। लेकिन कमलेश की गिरफ्तारी के बाद उसके कारोबार पर कई लोगों की नजर थी। प्रभात भी उसी पैसे और जमीन को लेकर अपना हक मांग रहा था, जिसे लेकर यह पूरा विवाद खड़ा हुआ।
क्या बोले चश्मदीद?
घटनास्थल पर मौजूद कुछ लोगों का कहना है कि दोनों के बीच पहले गाली-गलौज हुई, फिर हाथापाई शुरू हो गई। जब बात हद से आगे बढ़ी तो प्रभात ने बिना सोचे-समझे अपनी पिस्टल निकाली और फायरिंग कर दी। गोली लगते ही जितेंद्र सड़क पर गिर पड़ा, जिसके बाद वहां अफरा-तफरी मच गई।
पुलिस जांच में क्या मिला?
पुलिस घटनास्थल से एक खोखा बरामद कर चुकी है।
प्रभात की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।
मामला पूरी तरह से जमीन घोटाले और पैसों के लेन-देन से जुड़ा हुआ है।
कमलेश की अवैध संपत्तियों को लेकर पुलिस पहले से ही जांच कर रही थी, अब नए सुराग सामने आ सकते हैं।
झारखंड में बढ़ते जमीन माफिया का आतंक!
झारखंड में पिछले कुछ सालों में जमीन माफिया का असर काफी बढ़ा है। खासकर रांची, जमशेदपुर और धनबाद जैसे बड़े शहरों में जमीन के धंधे में करोड़ों का हेरफेर हो रहा है।
2019 में ईडी ने जमीन घोटाले में कई बड़े नाम उजागर किए।
2021 में हजारीबाग में एक जमीन माफिया गैंग को पुलिस ने गिरफ्तार किया।
2023 में रांची में भी सरकारी जमीनों पर कब्जे को लेकर बड़े खुलासे हुए।
अब सवाल ये है कि...
क्या जितेंद्र को मारने के पीछे कोई और साजिश थी?
क्या पुलिस कमलेश के पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश कर पाएगी?
झारखंड में कब तक जारी रहेगा जमीन माफिया का आतंक?
फिलहाल, पुलिस अपनी जांच में जुटी हुई है और जल्द ही मामले का खुलासा हो सकता है। लेकिन यह घटना एक बार फिर साबित करती है कि झारखंड में जमीन कारोबार कितना खतरनाक बन चुका है।
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