Bodam Tragedy: खेत में काम कर रहे दो लोगों पर गिरी आकाशीय बिजली, मौके पर मौत
झारखंड के बोड़ाम थाना क्षेत्र के नामशोल गांव में बारिश के दौरान आकाशीय बिजली गिरने से दो लोगों की मौत। घटना ने गांव में शोक और डर फैला दिया।
झारखंड के बोड़ाम थाना क्षेत्र के नामशोल गांव में शुक्रवार दोपहर बारिश के दौरान हुई एक भयानक घटना ने पूरे इलाके को स्तब्ध कर दिया।
दो लोग अचानक वज्रपात की चपेट में आने से वहीं धराशायी हो गए। मृतकों में किसान प्रभाष सिंह (45) और मजदूर चक्रधर महतो (44) शामिल हैं।
गांव में इस दुखद घटना के बाद मातम पसरा हुआ है और ग्रामीणों का कहना है कि यह हादसा अचानक और बेहद ही डरावना था।
घटना का विवरण
जानकारी के अनुसार, दोनों मृतक अपने खेत में गोभी की फसल की देखभाल कर रहे थे। काम खत्म होने के बाद वे दो अन्य मजदूरों के साथ नीम के पेड़ के नीचे बैठकर भोजन कर रहे थे।
इसी दौरान आकाशीय बिजली अचानक गिरी और प्रभाष सिंह व चक्रधर महतो गंभीर रूप से झुलस गए। पास में बैठे अन्य दो मजदूर किसी तरह बाल-बाल बच गए।
घटनास्थल पर ग्रामीण तुरंत पहुंचे और झुलसे हुए दोनों को चिरूडीह नर्सिंग होम ले गए। चिकित्सकों ने जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया।
पुलिस जांच और पोस्टमार्टम
सूचना मिलने पर बोड़ाम थाना पुलिस भी मौके पर पहुंची। पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर एमजीएम मेडिकल कॉलेज भेजा, जहां पोस्टमार्टम की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
पुलिस ने बताया कि मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, शुक्रवार दोपहर आकाशीय बिजली का झटका काफी तेज़ था और खेत में मौजूद लोगों के लिए यह बेहद खतरनाक साबित हुआ।
गांव में शोक और डर
नामशोल गांव में यह घटना भयंकर हादसे के रूप में दर्ज की गई है। ग्रामीणों ने बताया कि आकाशीय बिजली की ऐसी घटनाएं इलाके में पहले भी घट चुकी हैं, लेकिन खेत में काम कर रहे लोगों पर गिरना बेहद दुर्लभ और भयावह है।
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कुछ ग्रामीणों का कहना है कि बरसात के मौसम में खेतों में काम करना हमेशा जोखिम भरा होता है।
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लोग अब विशेष सावधानी बरतने और बारिश के दौरान खुले मैदान में जाने से बचने की सलाह दे रहे हैं।
इतिहास और क्षेत्रीय परिप्रेक्ष्य
बोड़ाम और आसपास के क्षेत्रों में पिछले दशक में कई बार आकाशीय बिजली से लोगों की मौत हुई है।
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2018 में इसी क्षेत्र में वज्रपात के कारण तीन मजदूरों की मौत हुई थी।
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2021 में बारिश के मौसम में खेतों में काम कर रहे किसानों और मजदूरों के लिए चेतावनी जारी की गई थी।
ऐसे मामलों ने ग्रामीणों में डर और सावधानी की भावना बढ़ा दी है।
सवाल और सावधानियां
इस दुखद घटना ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं:
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क्या ग्रामीणों को मौसम की पूर्व चेतावनी मिलने पर खेतों में काम नहीं करना चाहिए था?
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क्या भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए स्थानीय प्रशासन और ग्रामीणों को सुरक्षा के उपाय करने चाहिए?
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, वज्रपात की घटनाओं से बचने के लिए हमेशा ओपन फील्ड, ऊंचे पेड़ और लोहे के उपकरणों से दूरी बनाए रखना जरूरी है।
नामशोल गांव में खेत में काम कर रहे दो लोगों की आकाशीय बिजली से मौत ने पूरे क्षेत्र को स्तब्ध कर दिया। यह घटना सिर्फ ग्रामीणों के लिए नहीं बल्कि प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों के लिए भी चेतावनी बनकर आई है।
ग्रामीणों की बेचैनी और मृतकों के परिवार की पीड़ा इस दुखद हादसे को और संवेदनशील बनाती है। अब सवाल यह है कि क्या प्रशासन और ग्रामीण मिलकर भविष्य में इस तरह के हादसों से बचाव के लिए उचित कदम उठाएंगे।
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