आनन्द बिहारी दुबे ने मृतक के परिवार को दिलवाया 51 लाख का मुआवजा और स्थाई नौकरी!

आनन्द बिहारी दुबे ने मृतक जयप्रकाश के परिवार को 51 लाख रुपये मुआवजा और स्थाई नौकरी दिलाई। जानें कैसे हुआ यह समझौता।

Sep 27, 2024 - 21:05
Sep 27, 2024 - 21:19
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आनन्द बिहारी दुबे ने मृतक के परिवार को दिलवाया 51 लाख का मुआवजा और स्थाई नौकरी!
आनन्द बिहारी दुबे ने मृतक के परिवार को दिलवाया 51 लाख का मुआवजा और स्थाई नौकरी!

आज दिनांक 27-09-2027 को, झारखंड में एक महत्वपूर्ण घटना घटी। विधायक आनन्द बिहारी दुबे ने मृतक जयप्रकाश के परिवार को स्थाई नौकरी और 51 लाख रुपये का मुआवजा दिलवाया। यह समझौता जुगसलाई स्थित कंपनी में किया गया। इस अवसर पर कंपनी के प्लांट हेड और मजदूरों की मौजूदगी भी थी।

जयप्रकाश, जिनकी कर्मचारी संख्या 20000250 थी, का निधन 27 सितंबर को हाइड्रा से दुर्घटना होने के कारण हुआ। यह घटना कंपनी में कार्य के दौरान हुई थी। मृतक के परिवार को मदद पहुँचाने के लिए आनन्द बिहारी दुबे ने पहल की।

कंपनी के प्रमुख विनीत अग्रवाल ने बताया कि, मृतक के परिजनों को मुआवजे के बारे में बात की गई। इस चर्चा के बाद समझौता हुआ, जिसमें कई महत्वपूर्ण बातें शामिल थीं।

  1. मुआवजे के रूप में, परिवार के सदस्यों से मृत्यु प्रमाण पत्र प्राप्त होने के बाद एक महीने के अंदर 50 लाख रुपये दिए जाएंगे।
  2. दाह संस्कार के लिए, तत्काल राशि के रूप में एक लाख रुपये नकद देने पर सहमति बनी।
  3. जयप्रकाश की पत्नी, श्रीमति लक्ष्मी देवी को, एक वर्ष के लिए कैजुअल पैरोल में रखा जाएगा। इसके बाद उन्हें स्थाई नौकरी दी जाएगी।

इस समझौते पर दोनों पक्षों ने हस्ताक्षर किए। मृतक के परिवार ने भी इस समझौते पर कोई आपत्ति नहीं जताई।

यह घटना मजदूरों के हक में एक सकारात्मक कदम है। यह दर्शाता है कि जब किसी परिवार पर विपत्ति आती है, तो समाज और उसके प्रतिनिधि एकजुट होकर सहायता के लिए आगे आते हैं। आनन्द बिहारी दुबे की यह पहल न केवल जयप्रकाश के परिवार के लिए, बल्कि पूरे समुदाय के लिए एक मिसाल बनी है।

इस समझौते से यह संदेश मिलता है कि, जीवन में कठिनाइयों के बावजूद, एकजुटता और सहायता से हम किसी भी संकट का सामना कर सकते हैं।

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Nihal Ravidas निहाल रविदास, जिन्होंने बी.कॉम की पढ़ाई की है, तकनीकी विशेषज्ञता, समसामयिक मुद्दों और रचनात्मक लेखन में माहिर हैं।