America Tariff: ट्रंप का बड़ा ऐलान, अब विदेशी फिल्मों पर 100% टैक्स, बॉलीवुड को लगेगा झटका

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने विदेशों में बनी फिल्मों पर 100% टैरिफ लगाने का ऐलान किया है। इस फैसले से भारतीय फिल्मों पर बड़ा असर पड़ेगा। जानिए क्यों ट्रंप ने लिया यह चौंकाने वाला निर्णय।

Sep 29, 2025 - 19:34
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America Tariff: ट्रंप का बड़ा ऐलान, अब विदेशी फिल्मों पर 100% टैक्स, बॉलीवुड को लगेगा झटका
America Tariff: ट्रंप का बड़ा ऐलान, अब विदेशी फिल्मों पर 100% टैक्स, बॉलीवुड को लगेगा झटका

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को एक ऐसा ऐलान किया है जिसने पूरी दुनिया के फिल्म उद्योग को झकझोर कर रख दिया है। ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर पोस्ट करते हुए घोषणा की कि अब अमेरिका में विदेशों में बनी सभी फिल्मों पर 100% टैरिफ (टैक्स) लगाया जाएगा।
उनके इस फैसले से सबसे ज्यादा असर भारतीय फिल्मों और बॉलीवुड इंडस्ट्री पर पड़ने वाला है, क्योंकि अमेरिका भारतीय फिल्मों के लिए तेजी से उभरता हुआ बाजार बन चुका है।

ट्रंप का तर्क और विवादित बयान

ट्रंप ने अपने बयान में कहा—
"हमारा फिल्म उद्योग अन्य देशों द्वारा अमेरिका से ठग लिया गया है, ठीक उसी तरह जैसे किसी बच्चे से उसकी कैंडी छीन ली जाती है।"
उन्होंने कैलिफोर्निया का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां का फिल्म उद्योग लंबे समय से कमजोर होता जा रहा है और इसका मुख्य कारण विदेशी फिल्में हैं। यही वजह है कि उन्होंने यह कड़ा कदम उठाने का फैसला किया है।

इसके अलावा ट्रंप ने उत्तरी कैरोलिना के फर्नीचर उद्योग का जिक्र करते हुए कहा कि जैसे चीन और अन्य देशों के कारण वहां की इंडस्ट्री तबाह हो गई, वैसे ही अब फिल्म उद्योग भी खतरे में है। इसलिए वह सभी विदेशी फिल्मों और उत्पादों पर टैरिफ लगाकर अमेरिकी उद्योग को बचाना चाहते हैं।

भारतीय फिल्मों पर सीधा असर

भारत का फिल्म उद्योग, खासकर बॉलीवुड, हाल के वर्षों में अमेरिका में तेजी से बढ़ा है। महामारी से पहले जहां अमेरिकी बाजार में भारतीय फिल्मों का कारोबार महज़ 8 मिलियन डॉलर था, वहीं अब यह आंकड़ा बढ़कर लगभग 20 मिलियन डॉलर तक पहुंच चुका है।
इसलिए 100% टैरिफ लगने का सीधा असर भारतीय निर्माताओं और वितरकों पर पड़ेगा। टिकट दाम बढ़ने से भारतीय फिल्मों का कलेक्शन अमेरिका में घट सकता है और दर्शक हॉलीवुड या अन्य विकल्पों की ओर मुड़ सकते हैं।

ऐतिहासिक पृष्ठभूमि: हॉलीवुड बनाम दुनिया

ट्रंप का यह कदम पूरी तरह नया नहीं है। अमेरिका लंबे समय से अपने घरेलू उद्योगों को बचाने के लिए टैरिफ और संरक्षणवादी नीतियां अपनाता रहा है।
1930 के दशक में भी अमेरिका ने विदेशी आयात पर भारी टैक्स लगाए थे। हालांकि, फिल्मों के मामले में यह शायद पहली बार होगा कि विदेशी सिनेमा को लेकर इतना बड़ा निर्णय लिया गया है।

हॉलीवुड हमेशा से वैश्विक मनोरंजन का केंद्र रहा है। लेकिन पिछले दो दशकों में भारतीय, कोरियाई और जापानी फिल्म इंडस्ट्री ने भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी मजबूत पकड़ बनाई है। खासकर भारतीय ब्लॉकबस्टर्स जैसे RRR और पठान ने अमेरिका में रिकॉर्डतोड़ कलेक्शन किया था। यही वजह है कि ट्रंप का यह फैसला भारतीय सिनेमा को सीधा चुनौती देता नजर आता है।

विशेषज्ञों की राय

ट्रेड एनालिस्ट्स का कहना है कि यह फैसला अमेरिकी फिल्म उद्योग को अल्पकालिक फायदा तो देगा, लेकिन लंबे समय में अमेरिका की सॉफ्ट पावर और सांस्कृतिक विविधता पर बुरा असर डाल सकता है।
भारतीय फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े विशेषज्ञ मानते हैं कि 100% टैरिफ भारतीय निर्माताओं को अमेरिका के बाहर दूसरे देशों पर ज्यादा ध्यान देने के लिए मजबूर कर सकता है।
वहीं कुछ का कहना है कि यह ट्रंप की प्रोटेक्शनिस्ट पॉलिसी का हिस्सा है, जिसका मुख्य लक्ष्य 2025 के चुनावों से पहले "अमेरिका फर्स्ट" नैरेटिव को मजबूत करना है।

सवालों के घेरे में ट्रंप का फैसला

  • क्या यह निर्णय अमेरिकी दर्शकों की पसंद को सीमित कर देगा?

  • क्या भारतीय और एशियाई फिल्म इंडस्ट्री इस झटके से उबर पाएगी?

  • क्या यह कदम अमेरिका और भारत के बीच व्यापारिक संबंधों में खटास डालेगा?

आगे क्या?

फिलहाल अमेरिकी प्रशासन ने 1 अक्टूबर 2025 से इस टैरिफ को लागू करने की बात कही है। इसका मतलब है कि आने वाले महीनों में बॉलीवुड निर्माताओं और वितरकों को अपनी रणनीति बदलनी पड़ सकती है।
भारत सरकार भी इस मुद्दे पर अमेरिका से बातचीत कर सकती है, क्योंकि यह सिर्फ मनोरंजन का मामला नहीं बल्कि एक बड़े व्यापारिक टकराव का हिस्सा बनता जा रहा है।

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Manish Tamsoy मनीष तामसोय कॉमर्स में मास्टर डिग्री कर रहे हैं और खेलों के प्रति गहरी रुचि रखते हैं। क्रिकेट, फुटबॉल और शतरंज जैसे खेलों में उनकी गहरी समझ और विश्लेषणात्मक क्षमता उन्हें एक कुशल खेल विश्लेषक बनाती है। इसके अलावा, मनीष वीडियो एडिटिंग में भी एक्सपर्ट हैं। उनका क्रिएटिव अप्रोच और टेक्निकल नॉलेज उन्हें खेल विश्लेषण से जुड़े वीडियो कंटेंट को आकर्षक और प्रभावी बनाने में मदद करता है। खेलों की दुनिया में हो रहे नए बदलावों और रोमांचक मुकाबलों पर उनकी गहरी पकड़ उन्हें एक बेहतरीन कंटेंट क्रिएटर और पत्रकार के रूप में स्थापित करती है।