SCO Funny Moment : क्या पुतिन ने शहबाज़ शरीफ़ के हेडफोन की गड़बड़ पर हंसी उड़ाई? SCO का वायरल पल उजागर!
क्या आपने वह मज़ेदार वीडियो देखा जिसमें पाकिस्तान के पीएम शहबाज़ शरीफ़ हेडफोन ठीक करने में जूझते हैं और व्लादिमीर पुतिन हंस पड़ते हैं? 2022 SCO समिट की पूरी कहानी, आलोचना और अन्य वायरल पलों को जानें!
नई दिल्ली, 2 सितंबर 2025: शंघाई सहयोग संगठन (SCO) समिट तियानजिन, चीन में खत्म हुआ। यह 31 अगस्त से 1 सितंबर तक चला। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वहाँ गए। उन्होंने आठ देशों के नेताओं से मुलाकात की। इसमें पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़ भी थे। मोदी ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से बात की। उन्होंने भारत-चीन रिश्तों पर ध्यान दिया।
लेकिन शहबाज़ शरीफ़ के लिए ऐसे बड़े मौके मुश्किल लाते हैं। 2022 का SCO समिट याद है? यह उज़्बेकिस्तान के समरकंद में था। यह 15 सितंबर 2022 को हुआ। शहबाज़ शरीफ़ ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की। दोनों ने द्विपक्षीय बात शुरू की। शरीफ़ को अनुवाद के लिए हेडफोन चाहिए था। लेकिन हेडफोन उनके कानों पर टिक नहीं रहा था।
वे बार-बार ठीक करने लगे। हेडफोन फिर गिर गया। पुतिन सामने बैठे थे। वे बात शुरू होने का इंतज़ार कर रहे थे। फिर पुतिन हल्के से हंस पड़े। उनकी हंसी साफ सुनाई दी। शरीफ़ परेशान दिखे। उन्होंने कहा, "कोई मदद कर सकता है?" सहायक आए। लेकिन समय लगा। मुलाकात देर से शुरू हुई।
रूसी न्यूज़ एजेंसी RIA नोवोस्ती ने इसे रिकॉर्ड किया। वीडियो तेज़ी से वायरल हुआ। पाकिस्तान और विदेशों में लोगों ने देखा। कई हंसे। लेकिन कई नाराज़ हुए। पाकिस्तान में विपक्ष ने शोर मचाया। पूर्व डिप्टी स्पीकर कासिम खान सूरी ने फोटो डाली। इसमें पाकिस्तानी दल था। इसमें विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो-ज़रदारी थे। वित्त मंत्री मिफ्ताह इस्माइल और रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ भी थे।
सूरी ने कहा कि वे निष्क्रिय दिखे। उन्होंने उर्दू में ट्वीट किया। बोले, एक तरफ नोट्स ले रहा था। दूसरा भिखारी जैसे बैठा था। मतलब वे मदद माँग रहे थे। शिरीन मज़ारी ने भी आलोचना की। वे इमरान खान की पार्टी से हैं। उन्होंने शरीफ़ को अनाड़ी कहा। बोलीं, "यह क्राइममिनिस्टर पाकिस्तान के लिए शर्मिंदगी है। पुतिन को भी हंसी छूटी। दयनीय।"
यह वीडियो अमेरिका भी पहुँचा। कॉमेडियन जिमी फॉलन ने अपने शो में बात की। शो है "द टुनाइट शो स्टारिंग जिमी फॉलन"। उन्होंने शरीफ़ पर मजाक किया। बोले, "हैरानी है कि शहबाज़ शरीफ़ 22 करोड़ की आबादी का पीएम है।" मतलब पाकिस्तान की बड़ी जनसंख्या। लेकिन उन्होंने गलती का मज़ाक उड़ाया।
यह शरीफ़ की अकेली गलती नहीं थी। जून 2023 में वे पेरिस गए। ग्लोबल फाइनेंसिंग पैक्ट समिट था। वीडियो में बारिश हो रही थी। एक महिला कर्मचारी ने छाता पकड़ा। शरीफ़ ने छाता ले लिया। वे सूखे रहे। महिला भीग गई। लोगों ने इसे बदतमीज़ी कहा। बोले, उनमें शिष्टाचार नहीं।
फिर जनवरी 2025 में शरीफ़ ने X पर पोस्ट किया। उन्होंने डोनाल्ड ट्रंप को बधाई दी। ट्रंप फिर से अमेरिकी राष्ट्रपति बने। लेकिन पाकिस्तान में X बैन है। पोस्ट को नियम तोड़ने का निशान मिला। शरीफ़ का फिर मज़ाक उड़ा।
एक बार शरीफ़ ने फोटो शेयर की। यह चीनी रॉकेट लॉन्चर की थी। कहा, यह तोहफा है। लेकिन फोटो नकली थी। इसे बदला गया था। इसके लिए भी आलोचना हुई।
2022 SCO समिट बड़ा था। कोविड के बाद पहला आमने-सामने का समिट। भारत, चीन, रूस और अन्य नेता आए। मोदी भी थे। शरीफ़-पुतिन की बात में गैस सप्लाई पर चर्चा हुई। पुतिन ने कहा, रूस गैस दे सकता है। पाइप तैयार हैं। लेकिन अफगानिस्तान की राजनीति रुकावट बन सकती है।
शरीफ़ की गलतियाँ खबर बनती हैं। 2025 SCO में एक और वीडियो वायरल हुआ। शरीफ़ ने पुतिन से हाथ मिलाने की जल्दी की। वे पीछे से आए। पुतिन शी जिनपिंग के साथ चल रहे थे। शरीफ़ उत्साहित दिखे। नेटिज़न्स ने ट्रोल किया। इसे बेताबी कहा। कुछ बोले, शी ने उन्हें अनदेखा किया।
ये पल शरीफ़ का अंदाज़ दिखाते हैं। वे ध्यान चाहते हैं। लेकिन उल्टा पड़ता है। पाकिस्तान में आर्थिक दिक्कतें हैं। 2022 में बाढ़ आई। शरीफ़ ने SCO में मदद माँगी। लेकिन हेडफोन की गड़बड़ ने सुर्खियाँ बटोरीं।
लोग सोचते हैं, ऐसा क्यों होता है? घबराहट? या बदकिस्मती? शरीफ़ 73 साल के हैं। 2022 में पीएम बने। इमरान खान के बाद। उनके भाई नवाज़ शरीफ़ पहले पीएम थे। परिवार की राजनीति गहरी है।
2022 का वीडियो आज भी देखा जाता है। यूट्यूब पर लाखों व्यूज़ हैं। मनीकंट्रोल और डेली पाकिस्तान के क्लिप हैं। वे अजीब पल दिखाते हैं। शरीफ़ चार बार कोशिश करते हैं। हेडफोन हर बार गिरता है। पुतिन पहले मुस्कुराते हैं। फिर हंसते हैं।
आलोचक कहते हैं, यह पाकिस्तान की छवि खराब करता है। नेताओं को मज़बूत दिखना चाहिए। न कि अनाड़ी। इमरान खान के फैन तुलना करते हैं। खान-पुतिन की मुलाकात के वीडियो दिखाते हैं। खान आत्मविश्वास में दिखते हैं। कोई गलती नहीं।
शरीफ़ की टीम बचाव करती है। कहती है, छोटी बातें सबके साथ होती हैं। काम पर ध्यान दो, गलतियों पर नहीं। लेकिन सोशल मीडिया नहीं भूलता। क्लिप शेयर होते रहते हैं।
2025 SCO में सुरक्षा और व्यापार पर बात हुई। मोदी ने एकता की बात की। आतंक के खिलाफ। दोहरे मापदंड नहीं। शरीफ़ वहाँ थे। लेकिन पुरानी कहानियाँ फिर उभरीं।
ये घटनाएँ सबक देती हैं। वैश्विक बैठकों में हर कदम मायने रखता है। एक गलती वायरल हो सकती है। नेताओं को तैयार रहना चाहिए। यहाँ तक कि हेडफोन के लिए भी।
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