Tatanagar Train Passenger Death :ट्रेन में संदिग्ध मौत: क्या टाटानगर रेलवे में सुरक्षा की कमी का पर्दाफाश हुआ?
टाटानगर-बादामपहाड़ मेमू ट्रेन में 40 वर्षीय यात्री की संदिग्ध मौत ने रेलवे की सुरक्षा और इमरजेंसी सेवाओं पर सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या स्मार्ट टेक्नोलॉजी ऐसी घटनाओं को रोक सकती है? जानें पूरी खबर।
टाटानगर बादामपहाड़ मेमू ट्रेन में यात्री की संदिग्ध मौत: क्या रेलवे सुरक्षा पर उठ रहे सवाल जायज हैं?
घटना का विवरण
टाटानगर बादामपहाड़ मेमू ट्रेन के कोच में बुधवार को एक 40 वर्षीय अज्ञात यात्री मृत पाया गया। आरपीएफ जवानों ने नियमित जांच के दौरान यात्री को अचेत स्थिति में देखा। इसके बाद स्टेशन मास्टर को सूचना दी गई और रेलवे अस्पताल के डॉक्टर को तुरंत बुलाया गया। डॉक्टर पॉली टारगेन ने जांच के बाद यात्री को मृत घोषित कर दिया।
रेलवे पुलिस की कार्रवाई
रेल पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और यूडी (अननेचुरल डेथ) के तहत मामला दर्ज किया है। फिलहाल मृतक की पहचान की जा रही है।
संदेह और सवाल: रेलवे सुरक्षा की ज़िम्मेदारी कहां?
1. ट्रेन सुरक्षा और मॉनिटरिंग की कमी:
- यह घटना रेलवे कोच में सुरक्षा और मॉनिटरिंग सिस्टम की कमी को उजागर करती है।
- ट्रेन के अंदर सीसीटीवी कैमरे और हेल्थ मॉनिटरिंग डिवाइस का अभाव ऐसी घटनाओं को रोकने में असमर्थ साबित हो रहा है।
2. इमरजेंसी हेल्पलाइन सिस्टम:
- क्या यात्री ने पहले मदद मांगने की कोशिश की थी?
- यह सवाल रेलवे के इमरजेंसी रिस्पॉन्स टाइम पर भी उठता है।
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