Bihar Crime News Anant Singh Gang Clash: मोकामा के गैंगवार में 60 राउंड फायरिंग, 5 थानों की पुलिस ने संभाला मोर्चा
क्या मोकामा में 60 राउंड की फायरिंग ने उजागर की गैंगवार की सच्चाई? जानें कैसे अनंत सिंह और सोनू मोनू गैंग के बीच झड़प ने मचाई सनसनी और 5 थानों की पुलिस को किया तैनात।
Bihar Crime News : बिहार के मोकामा में अपराध की एक बड़ी वारदात ने सनसनी फैला दी। पंचमाला थाना क्षेत्र के नौरंगा गांव में मोकामा के पूर्व विधायक अनंत सिंह और सोनू मोनू गैंग के बीच गोलीबारी की खबर ने पूरे इलाके को दहला दिया। सूत्रों के अनुसार, इस झड़प में लगभग 60-70 राउंड फायरिंग हुई, जिससे इलाके में डर और अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो गया।
क्या था विवाद का कारण?
घटना तब शुरू हुई जब मोकामा के पूर्व विधायक अनंत सिंह किसी विवाद को सुलझाने नौरंगा गांव पहुंचे। स्थानीय ग्रामीणों ने उनसे शिकायत की कि सोनू मोनू गैंग ने उनके घर में ताला लगा दिया है। इस शिकायत पर अनंत सिंह और उनके समर्थक सोनू मोनू के घर पहुंचे। वहां स्थिति बिगड़ गई, और देखते ही देखते हवाई फायरिंग शुरू हो गई।
इसके जवाब में, सोनू मोनू गैंग ने भी फायरिंग की। इस गोलीबारी के दौरान इलाके में तनाव बढ़ गया, और ग्रामीण अपने घरों में छिपने को मजबूर हो गए।
5 थानों की पुलिस ने संभाला मोर्चा
घटना की सूचना मिलते ही बाढ़ एएसपी और 5 थानों की पुलिस मौके पर पहुंची। जांच के दौरान पुलिस ने तीन खोखा (खाली कारतूस) बरामद किए। एएसपी ने बताया कि घटना की जांच की जा रही है और इसमें शामिल सभी लोगों को चिन्हित कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
ग्रामीणों की दहशत और पुलिस की कार्रवाई
नौरंगा गांव के लोगों का कहना है कि गोलीबारी से गांव में दहशत का माहौल बन गया। कुछ ग्रामीणों का आरोप है कि विधायक के समर्थकों ने पहले फायरिंग शुरू की, जबकि अन्य का कहना है कि सोनू मोनू गैंग ने जवाबी कार्रवाई की।
पुलिस ने मौके से साक्ष्य इकट्ठा किए हैं और घटना में शामिल सभी आरोपियों को पकड़ने के लिए कदम उठा रही है। स्थानीय लोग अब भी इस बात से डरे हुए हैं कि ऐसी घटनाएं कभी भी दोबारा हो सकती हैं।
क्या मोकामा में गैंगवार का दौर लौट आया है?
बिहार में गैंगवार की घटनाएं नई नहीं हैं। मोकामा जैसे क्षेत्रों में पहले भी कई बार अपराधियों के बीच संघर्ष की खबरें आती रही हैं। यह घटना राज्य में कानून व्यवस्था को लेकर गंभीर सवाल खड़े करती है।
कानून और प्रशासन की परीक्षा
इस घटना ने न केवल बिहार पुलिस की मुस्तैदी को चुनौती दी है, बल्कि यह भी दिखाया है कि कैसे गैंगवार के चलते आम जनता की सुरक्षा खतरे में पड़ती है। सरकार और प्रशासन को चाहिए कि वे अपराधियों पर लगाम कसने के लिए कड़े कदम उठाएं।
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