Tej Pratap’s Shocking Move in Patna: लालू ने क्यों निकाला और अब क्या होगा?
क्या तेज प्रताप यादव की ‘जनशक्ति जनता दल’ बिहार की सियासत को हिला देगी? जानिए अनुष्का यादव विवाद, RJD से निष्कासन और उनकी नई पार्टी के पीछे की पूरी कहानी!

तेज प्रताप का पटना में धमाकेदार कदम: RJD से निष्कासन के बाद बनाई ‘जनशक्ति जनता दल’!
पटना, स्टाफ रिपोर्टर : 19 अगस्त, 2025. बिहार की सियासत में हलचल मचाने वाले तेज प्रताप यादव ने एक बार फिर सुर्खियां बटोर ली हैं! राष्ट्रीय जनता दल (RJD) से निष्कासित होने के बाद, लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे ने अपनी नई राजनीतिक पार्टी ‘जनशक्ति जनता दल’ लॉन्च कर दी है। अपने बेबाक अंदाज और अनोखे व्यक्तित्व के लिए मशहूर तेज प्रताप ने सोमवार को चुनाव आयोग का रुख किया और अपनी पार्टी को आधिकारिक रूप से रजिस्टर करने की प्रक्रिया शुरू की। यह कदम बिहार की सियासत में भूचाल लाने के लिए काफी है!
तेज प्रताप का यह फैसला तब आया, जब अनुष्का यादव मामले ने उनके परिवार और RJD में तूफान मचा दिया। 2024 के लोकसभा चुनाव में उनके करीबी बालेंद्र दास ने ‘जनशक्ति जनता दल’ के बैनर तले बांसुरी चुनाव चिह्न के साथ मैदान में उतरकर पहले ही इस पार्टी का झंडा बुलंद किया था। लेकिन तेज प्रताप का यह नया अवतार क्या बिहार की सियासत को नया रंग देगा? आइए, इस सियासी ड्रामे की पूरी कहानी जानते हैं!
परिवार में झगड़े की शुरुआत
यह सियासी तमाशा 24 मई, 2025 को शुरू हुआ, जब तेज प्रताप के फेसबुक अकाउंट से एक पोस्ट ने बिहार की सियासत में आग लगा दी। इस पोस्ट में तेज प्रताप और अनुष्का यादव के कथित 12 साल पुराने रिश्ते का जिक्र था, जिसके साथ उनकी तस्वीरें और वीडियो भी वायरल हो गए। इस खुलासे ने लालू परिवार को हिलाकर रख दिया। सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीरों ने विवाद को और हवा दी, और मामला इतना बढ़ गया कि लालू प्रसाद यादव को कड़ा फैसला लेना पड़ा।
25 मई को लालू ने तेज प्रताप को न सिर्फ परिवार से, बल्कि RJD से भी 6 साल के लिए बाहर का रास्ता दिखा दिया। इस निष्कासन ने तेज प्रताप को अकेले मैदान में उतरने के लिए मजबूर कर दिया। लेकिन तेज प्रताप ने हार नहीं मानी। उन्होंने ऐलान किया कि महुआ उनकी कर्मभूमि है और वहां से कोई और उम्मीदवार जीत नहीं सकता। “महुआ की जनता मेरे साथ है,” उन्होंने दमदार अंदाज में कहा।जनशक्ति जनता दल का जन्मसोमवार को तेज प्रताप ने अपनी नई पार्टी ‘जनशक्ति जनता दल’ को रजिस्टर करने के लिए चुनाव आयोग का दौरा किया। अपने चिर-परिचित स्टाइल में वह आधे घंटे तक मुख्य निर्वाचन अधिकारी से मिले और अपनी पार्टी के रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया। एक चुनाव आयोग के अधिकारी ने बताया कि तेज प्रताप ने पूरी तैयारी के साथ आवेदन जमा किया। इससे पहले, वह ‘टीम तेज प्रताप यादव’ के नाम से प्रचार कर रहे थे, लेकिन अब उन्होंने अपनी पार्टी को औपचारिक रूप दे दिया है।
2024 के लोकसभा चुनाव में उनके करीबी बालेंद्र दास ने ‘जनशक्ति जनता दल’ के बैनर तले चुनाव लड़ा था और उन्हें बांसुरी का चुनाव चिह्न मिला था। यह बांसुरी तेज प्रताप के आध्यात्मिक और अनोखे व्यक्तित्व का प्रतीक है। अब तेज प्रताप खुद इस पार्टी की कमान संभालने को तैयार हैं।
क्या होगा तेज प्रताप का अगला कदम?
तेज प्रताप की इस नई पार्टी ने बिहार की सियासत में हलचल मचा दी है। सवाल यह है कि क्या ‘जनशक्ति जनता दल’ RJD के गढ़ में सेंध लगा पाएगी? कुछ विश्लेषक इसे तेज प्रताप की सियासी प्रासंगिकता बचाने की कोशिश मान रहे हैं, तो कुछ का मानना है कि उनका करिश्मा और जनता से जुड़ाव उन्हें बिहार की सियासत में एक नया मुकाम दिला सकता है।
फिलहाल, तेज प्रताप अपनी बांसुरी की धुन पर बिहार की सियासत को झकझोरने को तैयार हैं। क्या यह धुन बिहार की जनता को लुभाएगी या फिर एक अधूरी कहानी बनकर रह जाएगी? यह तो वक्त ही बताएगा। लेकिन एक बात पक्की है—तेज प्रताप का यह सियासी ड्रामा बिहार को लंबे वक्त तक याद रहेगा!
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