टाटानगर रेलवे स्टेशन पर मोहित होटल का ध्वस्तीकरण, इलाके में मचा हड़कंप
टाटानगर रेलवे स्टेशन पर मोहित होटल को जमींदोज किया गया। इसके बाद आसपास के लोगों में हड़कंप मच गया। जानें पूरी घटना और उसके पीछे का कारण।
जमशेदपुर, 23 सितंबर: टाटानगर रेलवे स्टेशन पर सोमवार सुबह एक बड़ा कदम उठाया गया। रेलवे ने मोहित होटल को जमींदोज कर दिया। इस कार्रवाई के लिए रेलवे ने दंडाधिकारी और आरपीएफ के जवानों को तैनात किया था। मोहित होटल को तोड़े जाने की घटना पूरे इलाके में चर्चा का विषय बन गई है।
स्थानीय जानकारों का कहना है कि मोहित होटल पिछले पांच दशकों से यहां मौजूद था। इससे पहले रेलवे ने स्टेशन के सिंह होटल को भी जमींदोज किया था। अब मोहित होटल को तोड़ने के बाद, स्टेशन और उसके आसपास रहने वाले लोगों में हड़कंप मच गया है। इन लोगों को डर है कि उनका आशियाना भी अब बचने वाला नहीं है।
मिली जानकारी के अनुसार, मोहित होटल की ओर से दो साल पहले अदालत में एक केस दायर किया गया था। हालांकि, रेलवे के पक्ष में फैसला आने के बाद अब इसे तोड़ने की कार्रवाई की गई। इससे स्थानीय निवासियों में चिंता बढ़ गई है कि वे भी रेलवे की जमीन पर अतिक्रमण के मामले में प्रभावित हो सकते हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि इस ध्वस्तीकरण के बाद उनकी सुरक्षा और रहने की स्थिति पर सवाल उठने लगे हैं। कई लोग सालों से रेलवे की जमीन पर रहते आए हैं और अब उन्हें अपने भविष्य को लेकर चिंता सता रही है।
रेलवे अधिकारियों का कहना है कि यह कार्रवाई विकास कार्यों के लिए की गई है। रेलवे ने यह स्पष्ट किया है कि आगे भी ऐसे अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इससे पहले भी रेलवे ने कई अतिक्रमणों को हटाया है। अब देखना होगा कि यह स्थिति आगे कैसे बदलती है और क्या स्थानीय लोग अपनी जगहें बचा पाते हैं या नहीं।
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