सरायकेला: स्कूल से ड्रॉप आउट बच्चों को वापस लाने के लिए कार्यशाला आयोजित

सरायकेला में आयोजित जिला स्तरीय कार्यशाला का उद्देश्य स्कूल से ड्रॉप आउट बच्चों को दुबारा शिक्षा से जोड़ना है। इस कार्यक्रम में जिला परिषद अध्यक्ष सोनाराम बोदरा, विधायक प्रतिनिधि सनद कुमार आचार्य और उपायुक्त रवि शंकर शुक्ला सहित कई अधिकारी और शिक्षक मौजूद थे।

Jul 26, 2024 - 15:41
Jul 26, 2024 - 16:48
सरायकेला: स्कूल से ड्रॉप आउट बच्चों को वापस लाने के लिए कार्यशाला आयोजित
सरायकेला: स्कूल से ड्रॉप आउट बच्चों को वापस लाने के लिए कार्यशाला आयोजित

सरायकेला में शुक्रवार को स्कूल से ड्रॉप आउट बच्चों को दुबारा स्कूल से जोड़ने के लिए एक महत्वपूर्ण जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य राज्य सरकार के 'स्कूल रुआर' कार्यक्रम के तहत अधिक से अधिक बच्चों को शिक्षा के मुख्यधारा में वापस लाना था।

कार्यशाला की मुख्य बातें

कार्यशाला में मुख्य अतिथि के रूप में जिला परिषद अध्यक्ष सोनाराम बोदरा शामिल हुए, जबकि विशिष्ट अतिथि के रूप में विधायक प्रतिनिधि सनद कुमार आचार्य और उपायुक्त रवि शंकर शुक्ला मौजूद थे। शिक्षा विभाग और प्रशासन के कई अन्य अधिकारी एवं शिक्षक भी इस अवसर पर उपस्थित रहे।

ड्रॉप आउट बच्चों को वापस लाने के प्रयास

इस कार्यशाला में विस्तार से चर्चा की गई कि कैसे ड्रॉप आउट बच्चों को वापस स्कूल लाया जाए और स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति कैसे बढ़ाई जाए। कार्यशाला के माध्यम से शिक्षकों को निर्देश दिए गए कि वे स्कूल का माहौल बच्चों के अनुरूप बनाएं, ताकि वे उत्साहपूर्वक शिक्षा ग्रहण कर सकें।

सरकार की पहल की सराहना

जिला परिषद अध्यक्ष सोनाराम बोदरा ने सरकार की इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि 'स्कूल रुआर' कार्यक्रम ड्रॉप आउट बच्चों को दुबारा स्कूल से जोड़ने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने सभी जनप्रतिनिधियों को इस अभियान में सक्रिय भागीदारी करने की आवश्यकता पर जोर दिया।

विधायक प्रतिनिधि की अपील

विधायक प्रतिनिधि सनद कुमार आचार्य ने कहा कि 'स्कूल रुआर' सिस्टम के माध्यम से ड्रॉप आउट बच्चों को स्कूल से दुबारा जोड़ने की दिशा में यह एक अच्छी पहल है। उन्होंने इस अभियान से हर किसी को जुड़ने की अपील की और राज्य में शिक्षा की अलख जगाने के लिए सरकार के प्रयासों की प्रशंसा की।

उपायुक्त का संदेश

उपायुक्त रवि शंकर शुक्ला ने कहा कि ड्रॉप आउट बच्चों को हर हाल में दुबारा स्कूल लाना है। इसके लिए शिक्षा विभाग के साथ-साथ हर आम नागरिक की जिम्मेदारी बनती है। उन्होंने कहा कि 14 अगस्त तक जो भी अधिक से अधिक ड्रॉप आउट बच्चों को दुबारा स्कूल से जोड़ेंगे, उन्हें स्वाधीनता दिवस समारोह में सम्मानित किया जाएगा।

कार्यशाला में अन्य महत्वपूर्ण उपस्थितियाँ

इस कार्यशाला में डीडीसी प्रभात कुमार बरतियार, एसडीएम सुनील कुमार प्रजापति, जिला शिक्षा पदाधिकारी जितेंद्र कुमार सिन्हा, जिला शिक्षा अधीक्षक चार्ल्स हेम्ब्रम, शिक्षा विभाग से सांत्वना जेना सहित कई अन्य अधिकारी मौजूद थे।

सरायकेला में आयोजित इस कार्यशाला ने स्कूल से ड्रॉप आउट बच्चों को वापस शिक्षा की मुख्यधारा में लाने के प्रयासों को एक नई दिशा दी है। इस पहल से न केवल शिक्षा का स्तर बेहतर होगा बल्कि समाज में भी जागरूकता आएगी। उपायुक्त रवि शंकर शुक्ला ने इस कार्यक्रम के महत्व को रेखांकित करते हुए सभी से इसमें सक्रिय रूप से भाग लेने की अपील की है।

Chandna Keshri मैं स्नातक हूं, लिखना मेरा शौक है।