Chaibasa Double Murder: चक्रधरपुर में दोहरे हत्याकांड का खुलासा, पुलिस ने तीन आरोपियों को किया गिरफ्तार!
चक्रधरपुर और चाईबासा में हुए दोहरे हत्याकांड का पर्दाफाश! पुलिस ने रुपये के लेनदेन के विवाद में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया। जानिए इस हत्याकांड की पूरी कहानी।
चाईबासा, 25 दिसंबर 2024: चक्रधरपुर और चाईबासा में हुई एक दिल दहला देने वाली दोहरी हत्याकांड के मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। एसपी आशुतोष शेखर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया कि यह हत्याएं रुपये के लेन-देन के विवाद को लेकर की गई थीं। पश्चिमी सिंहभूम जिले के तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, और पूछताछ में उन्होंने हत्या की बात स्वीकार कर ली है।
रुपये का विवाद और जेल की दोस्ती
रामराई सुरीन, बुधन सिंह सवैयां और मंगता सुरीन नामक तीन आरोपियों ने मिलकर यह घिनौनी वारदात अंजाम दी। रामराई सुरीन 2012 से हजारीबाग मंडलकारा में एक मामले में सजायाफ्ता था। जेल में उसकी मुलाकात हुई निर्मल एक्का से, जो हजारीबाग का निवासी था और वहां गार्ड के रूप में तैनात था। निर्मल को पैसों की जरूरत थी, जिसके बाद रामराई ने उसे लगभग 5.5 लाख रुपये दिए। लेकिन, बाद में निर्मल ने गाड़ी के बदले रुपये वापस करने की मांग की, जिस पर विवाद बढ़ गया और परिणाम स्वरूप यह हत्याकांड हुआ।
कार और कुल्हाड़ी के साथ हत्या की योजना
17 दिसंबर 2024 को निर्मल और उसकी पत्नी रश्मि मोनिका कार लेने के लिए चाईबासा पहुंचे। रामराई ने अपने सहयोगियों की मदद से उन्हें रिसीव किया और फिर उन्हें झींकपानी थाना क्षेत्र में बुधन सिंह सवैयां के घर पर रखा। दो दिन बाद, 19 दिसंबर को रामराई ने उन्हें यह कहकर कार में बैठाया कि वह उन्हें चक्रधरपुर तक छोड़ देंगे, लेकिन उनकी असल मंशा गाड़ी वापस करने की नहीं थी।
रामराई ने घटना को अंजाम देने के लिए कुल्हाड़ी का उपयोग किया। बरकेला के जंगल में गाड़ी रुकवाकर, उसने निर्मल का सिर काट दिया और फिर उसके शव को गाड़ी में डालकर चक्रधरपुर के उटुटुवा जंगल में फेंक दिया। इसके बाद, रश्मि मोनिका की भी हत्या की गई और उसका शव आचू गांव में सड़क के किनारे फेंक दिया गया।
पुलिस ने किया तेज़ी से कार्रवाई
इस खौ़फनाक हत्याकांड को लेकर पुलिस ने तकनीकी सहयोग और वैज्ञानिक तरीकों का इस्तेमाल किया। चक्रधरपुर और मुफस्सिल थाना क्षेत्र में हत्याओं के बाद पुलिस ने जांच तेज़ की और तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों से पूछताछ के बाद पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल कुल्हाड़ी और मृतकों के मोबाइल फोन बरामद किए।
आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज
गिरफ्तारी के बाद आरोपियों के खिलाफ चक्रधरपुर और मुफस्सिल थाना में मामले दर्ज किए गए। पुलिस ने बताया कि आरोपियों के पास से बरामद सामान में कुल्हाड़ी, इंडिका कार और मृतकों के मोबाइल शामिल थे। रामराई सुरीन पर पहले से ही सोनुआ और परसुडीह में मामले दर्ज हैं।
सुरक्षा और जांच में बढ़ोतरी
इस घटना ने क्षेत्र में सुरक्षा को लेकर सवाल उठाए हैं। पुलिस ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए त्वरित कार्रवाई की और दोषियों को सलाखों के पीछे भेज दिया। अब यह देखना होगा कि इस हत्याकांड से जुड़े अन्य पहलुओं की भी जांच की जाती है या नहीं।
यह दोहरा हत्याकांड एक गंभीर उदाहरण है कि रुपये और लेन-देन के विवाद किस हद तक जा सकते हैं। पुलिस की त्वरित कार्रवाई और जांच ने इस कांड का पर्दाफाश किया और अपराधियों को सजा दिलवाने की दिशा में कदम बढ़ाए।
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