झारखंड और ओडिशा में टाटा स्टील ने महिलाओं को स्तन कैंसर के प्रति किया जागरूक, 500 से अधिक लोगों ने लिया लाभ

टाटा स्टील ने झारखंड और ओडिशा में स्तन कैंसर जागरूकता सत्र आयोजित किए, जिसमें 500 से अधिक लोगों ने भाग लिया। इस पहल का उद्देश्य स्वास्थ्य और कल्याण को बढ़ावा देना था।

Jul 27, 2024 - 16:40
Jul 27, 2024 - 16:43
झारखंड और ओडिशा में टाटा स्टील ने महिलाओं को स्तन कैंसर के प्रति किया जागरूक, 500 से अधिक लोगों ने लिया लाभ
झारखंड और ओडिशा में टाटा स्टील ने महिलाओं को स्तन कैंसर के प्रति किया जागरूक, 500 से अधिक लोगों ने लिया लाभ

टाटा स्टील ने अपने समुदाय के सदस्यों और महिला कर्मचारियों के बीच स्तन कैंसर और उसकी शुरुआती पहचान के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए झारखंड और ओडिशा के नोआमुंडी और जोडा में जागरूकता सत्र आयोजित किए। इन सत्रों में 500 से अधिक लोगों ने भाग लिया, जिससे यह कंपनी के स्वास्थ्य और कल्याण के प्रति समर्पण का प्रतीक बना।

जागरूकता सत्र का आयोजन

टाटा स्टील के ओएमक्यू (ओर, माइन्स और क्वेरीज़) डिवीजन और टाटा ट्रस्ट्स के संयुक्त प्रयासों से आयोजित इन सत्रों में टाटा स्टील के वरिष्ठ अधिकारी, अनुबंध कार्यबल और आसपास के समुदाय की महिलाएं शामिल हुईं। सत्र का संचालन टाटा स्टील की जीएम डेजिगनेटेड डॉ. विनीता सिंह और टीएमएच के मेडिकल ऑन्कोलॉजी इंचार्ज डॉ. अमिताभ कुमार उपाध्याय ने किया।

विशेषज्ञों का मार्गदर्शन

प्रसिद्ध कैंसर विशेषज्ञ डॉ. अमिताभ कुमार ने स्तन कैंसर से लड़ने में जागरूकता की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि शुरुआती पहचान से उपचार के परिणामों में काफी सुधार होता है और महिलाओं से नियमित जांच और आत्म-परीक्षण को प्राथमिकता देने का आग्रह किया। डॉ. विनीता सिंह ने भी नियमित स्वास्थ्य जांच और जागरूकता के महत्व को दोहराया।

प्रमुख व्यक्तियों की उपस्थिति

नोआमुंडी में आयोजित इस सत्र में टाटा स्टील के जेनरल मैनेजर (ओएमक्यू) अतुल कुमार भटनागर, मुख्य चिकित्सा अधिकारी (ओएमक्यू) डॉ. धीरेंद्र कुमार, स्थानीय ब्लॉक सदस्य और समुदाय के अन्य सदस्य उपस्थित थे। इन सभी ने सत्र के उद्देश्य को सराहा और इसे सफल बनाने में योगदान दिया।

सत्र का उद्देश्य और परिणाम

इस सत्र का मुख्य उद्देश्य प्रतिभागियों को शुरुआती पहचान, स्तन कैंसर के लक्षण और संकेत, और उपलब्ध उपचार विकल्पों के बारे में जानकारी प्रदान करना था। यह पहल टाटा स्टील की अपने कार्यबल और व्यापक समुदाय के भीतर स्वास्थ्य और कल्याण को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

समुदाय की प्रतिक्रिया

सत्र में भाग लेने वाले लोगों ने इसे अत्यंत लाभकारी बताया और इस तरह के जागरूकता कार्यक्रमों की आवश्यकता पर जोर दिया। टाटा स्टील की इस पहल ने लोगों में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाई और उन्हें समय रहते स्वास्थ्य जांच कराने के लिए प्रेरित किया।

टाटा स्टील द्वारा आयोजित ये जागरूकता सत्र न केवल स्वास्थ्य और कल्याण को बढ़ावा देते हैं बल्कि कंपनी की समाज के प्रति जिम्मेदारी को भी उजागर करते हैं। इस तरह के प्रयासों से न केवल कार्यबल बल्कि पूरे समुदाय को लाभ होता है और एक स्वस्थ समाज की स्थापना में मदद मिलती है।

Chandna Keshri मैं स्नातक हूं, लिखना मेरा शौक है।