Flag Hoisting Ceremony : Banna Gupta ने गणतंत्र दिवस पर तिरंगा फहराया और राष्ट्र के प्रति संकल्प लिया
पूर्व स्वास्थ्य मंत्री श्री बन्ना गुप्ता ने गणतंत्र दिवस पर मानगो के कोहिनूर टावर पर तिरंगा फहराया। जानिए उनके संबोधन में क्या संदेश दिया गया और गणतंत्र दिवस के महत्व के बारे में।
Flag Hoisting: देश के 76वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर पूर्व स्वास्थ्य मंत्री श्री बन्ना गुप्ता ने मानगो के कोहिनूर टावर पर तिरंगा फहराया और राष्ट्रध्वज को सलामी दी। इस दौरान उन्होंने देशवासियों को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं दी और इसे भारत के लिए गर्व का क्षण बताया।
गणतंत्र दिवस और हमारे संविधान की महानता
श्री बन्ना गुप्ता ने इस अवसर पर अपने संबोधन में कहा, “26 जनवरी, 1950 को भारतीय संविधान लागू हुआ था और यह दिन हमारे लिए एक ऐतिहासिक दिन है। यह संविधान न केवल हमारे अधिकारों की रक्षा करता है, बल्कि हमारे कर्तव्यों का भी पालन करने की प्रेरणा देता है।” उन्होंने इस दिन के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि यह दिन हमें यह याद दिलाता है कि हमारे स्वतंत्रता सेनानियों और संविधान निर्माताओं के संघर्ष और बलिदान के कारण हम आज एक स्वतंत्र और लोकतांत्रिक राष्ट्र में जी रहे हैं।
संविधान निर्माताओं का योगदान: डॉ. भीमराव अंबेडकर की भूमिका
गणतंत्र दिवस का यह अवसर हमें उन महापुरुषों की याद दिलाता है जिन्होंने हमारे देश के संविधान को तैयार किया। डॉ. भीमराव अंबेडकर, जो हमारे संविधान के शिल्पकार थे, ने इसे एक ऐसा दस्तावेज़ बनाया जो न केवल हमारे अधिकारों को सुनिश्चित करता है, बल्कि समाज के हर वर्ग को समानता और स्वतंत्रता प्रदान करता है। श्री गुप्ता ने डॉ. अंबेडकर के योगदान को सम्मानित करते हुए कहा कि उनका दृष्टिकोण आज भी हमारे जीवन में प्रासंगिक है।
एकता में विविधता: भारत की पहचान
श्री बन्ना गुप्ता ने अपने संबोधन में कहा कि भारत एकता में विविधता का प्रतीक है। यहां विभिन्न भाषाएं, धर्म, और संस्कृतियां हैं, लेकिन हमारी असली पहचान हमारी एकता और भाईचारे में छिपी है। उन्होंने नागरिकों से अपील की कि वे भारतीयता की इस भावना को बढ़ावा दें और देश को प्रगति की दिशा में आगे बढ़ाने के लिए कार्य करें।
देश के प्रति कर्तव्य और जिम्मेदारियां
गणतंत्र दिवस का यह दिन हमें अपने कर्तव्यों की याद दिलाता है। श्री गुप्ता ने कहा, “हमारा देश तभी प्रगति करेगा जब हम अपने कर्तव्यों का पालन करेंगे। हमें शिक्षा, स्वच्छता, पर्यावरण संरक्षण और सामाजिक समानता के लिए कार्य करना चाहिए। तभी हम एक समृद्ध और मजबूत राष्ट्र की ओर कदम बढ़ा सकते हैं।”
सशस्त्र बलों का शौर्य और देश की प्रगति
उन्होंने देश के सशस्त्र बलों के शौर्य की सराहना की और कहा कि यह हमें प्रेरित करता है। भारत आज केवल सांस्कृतिक रूप से नहीं, बल्कि तकनीकी और वैज्ञानिक क्षेत्र में भी अपनी पहचान बना रहा है। श्री गुप्ता ने नागरिकों से यह आह्वान किया कि वे देश के लिए कुछ सकारात्मक योगदान देने की दिशा में अपने प्रयासों को बढ़ाएं।
संविधान के आदर्शों का पालन करें
कार्यक्रम के अंत में, श्री गुप्ता ने देशवासियों से यह संकल्प लेने की अपील की कि वे अपने संविधान के आदर्शों का पालन करेंगे और अपने कर्तव्यों को समझकर राष्ट्र को प्रगति की दिशा में ले जाएंगे। यह गणतंत्र दिवस का संकल्प था, जो भारतीय नागरिकों के मन में देश के प्रति जिम्मेदारी और समर्पण का भाव जगाता है।
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