सरयू राय का गंभीर आरोप: बन्ना गुप्ता ने जनता को गुमराह कर झूठे साइनबोर्ड लगाए
जमशेदपुर में विधायक सरयू राय ने मंत्री बन्ना गुप्ता पर जनता को गुमराह करने का आरोप लगाया। राय के अनुसार, गुप्ता ने टाटा स्टील द्वारा निर्मित पार्क को अपनी विधायक निधि से बना बताकर झूठे साइनबोर्ड लगाए।
जमशेदपुर, 13 अक्तूबर 2024 – जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय ने रविवार को एक गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि जमशेदपुर के मानगो डिमना रोड पर स्थित पार्क का निर्माण टाटा स्टील यूआईएसएल द्वारा किया गया है, लेकिन राज्य के मंत्री और जमशेदपुर पश्चिम के विधायक बन्ना गुप्ता इस पार्क के निर्माण का श्रेय अपनी विधायक निधि को दे रहे हैं। राय का कहना है कि यह पूरी तरह से गलत है और बन्ना गुप्ता ने इस पार्क में अपने नाम के झूठे साइनबोर्ड लगवा दिए हैं।
सरयू राय ने बताया कि उन्होंने टाटा स्टील यूआईएसएल के अधिकारियों से बात की। अधिकारियों ने पुष्टि की कि पार्क का पूरा निर्माण टाटा स्टील की निधि से हुआ है, और इसमें विधायक निधि या किसी अन्य सरकारी फंड का कोई योगदान नहीं है। इसके बावजूद, बन्ना गुप्ता ने कई जगह बड़े अक्षरों में लिखे हुए साइनबोर्ड लगवा दिए हैं, जिन पर दावा किया गया है कि यह उनकी विधायक निधि से बना है।
राय ने इस बारे में पूर्वी सिंहभूम के उपायुक्त को पत्र लिखकर बताया कि बन्ना गुप्ता का यह कृत्य जनता को गुमराह करने वाला है और इसे तुरंत हटाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि मंत्री द्वारा लगाए गए साइनबोर्ड न केवल गलत हैं बल्कि महापुरुषों जैसे नेताजी सुभाष चंद्र बोस, बाबा साहब भीमराव अंबेडकर और भगत सिंह के नामों का भी अपमान है, क्योंकि इन महापुरुषों के नाम पर पार्क के हिस्सों का नामकरण किया गया है और यह भी झूठे साइनबोर्डों में दिखाया गया है।
सरयू राय ने मांग की कि जिला प्रशासन जल्द से जल्द इन साइनबोर्डों को हटाए और जांच करे कि पार्क निर्माण में किसी सरकारी निधि का उपयोग हुआ है या नहीं। उन्होंने सवाल उठाया कि अगर पार्क बन्ना गुप्ता की निधि से बना है, तो इसके लिए कब अनुशंसा की गई और किस एजेंसी ने निर्माण कार्य किया।
इसके साथ ही राय ने यह भी कहा कि शहर के विभिन्न स्थानों पर लगे हरे रंग के साइनबोर्डों को भी हटाया जाना चाहिए, जिन पर बन्ना गुप्ता का नाम अंकित है और यह दर्शाया गया है कि वे जमशेदपुर अधिसूचित क्षेत्र समिति के सौजन्य से लगाए गए हैं। उन्होंने कहा कि यह पूरी तरह गलत है क्योंकि सरकार ने खुद विधानसभा में यह माना है कि ऐसे साइनबोर्ड समिति द्वारा नहीं लगाए गए हैं।
सरयू राय ने प्रशासन से इस पर तुरंत कार्रवाई की मांग की और कहा कि अगर मंत्री बन्ना गुप्ता ने जनता को गुमराह किया है, तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए।
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