चाकुलिया में भारत बंद का व्यापक असर, एसटी एससी समुदाय ने बाइक रैली निकाल कर कराया बाजार बंद

सुप्रीम कोर्ट के एसटी एससी आरक्षण वर्गीकरण के सुझाव के विरोध में चाकुलिया में भारत बंद का व्यापक असर देखा गया। एसटी एससी समुदाय के लोगों ने बाइक रैली निकालकर बाजार बंद कराया और मुख्य सड़क को जाम किया। झामुमो ने भी इस बंद का समर्थन किया।

Aug 21, 2024 - 13:10
Aug 21, 2024 - 13:24
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चाकुलिया में भारत बंद का व्यापक असर, एसटी एससी समुदाय ने बाइक रैली निकाल कर कराया बाजार बंद
चाकुलिया में भारत बंद का व्यापक असर, एसटी एससी समुदाय ने बाइक रैली निकाल कर कराया बाजार बंद

बुधवार को चाकुलिया में सुप्रीम कोर्ट द्वारा अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (एसटी एससी) के आरक्षण में वर्गीकरण को लेकर दिए गए सुझाव के विरोध में आयोजित भारत बंद का व्यापक असर देखा गया। चाकुलिया में एसटी एससी समुदाय के लोगों ने विभिन्न पंचायतों के मुखिया के नेतृत्व में बाइक रैली निकाली और बाजार को पूरी तरह से बंद कराया।

रैली की शुरुआत चाकुलिया के पुराना बाजार स्थित बिरसा चौक से हुई, जहां से समर्थकों ने धालभूमगढ़-बेंद मुख्य सड़क को जाम कर दिया। बाइक रैली में शामिल लोग मुख्य मार्ग का परिभ्रमण करते हुए बाजार क्षेत्र में पहुंचे और खुले दुकानों को बंद करवाया। रैली में नारे लगाए जा रहे थे, "आज भारत बंद रहेगा, एसटी एससी जिंदाबाद।"

झामुमो का भी मिला समर्थन

इस भारत बंद को झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) का भी समर्थन मिला। बिरसा चौक पर, जहां सड़क जाम किया गया था, शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए सीओ उपेन्द्र कुमार और थाना प्रभारी संतोष कुमार अपनी टीम के साथ तैनात थे। बंद के दौरान किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए प्रशासन ने पूरी सतर्कता बरती।

मुख्य नेताओं की भूमिका

बंद और रैली के दौरान कई प्रमुख पंचायत मुखिया और स्थानीय नेता उपस्थित थे, जिन्होंने इस आंदोलन का नेतृत्व किया। इनमें मुखिया मोहन सोरेन, राधानाथ मुर्मू, साहेबराम मांडी, राम बास्के, श्याम मांडी, जदुनाथ हेम्ब्रम, अर्जुन मुर्मू, जीतेन्द्र नाथ हेम्ब्रम, दशरथ हांसदा, पीरू हांसदा, कालीदास हांसदा और झंटू भोल का नाम शामिल है।

सामुदायिक भावना और आंदोलन की ताकत

इस बंद से यह स्पष्ट हो गया कि एसटी एससी समुदाय के लोग अपने अधिकारों को लेकर कितने सजग और संगठित हैं। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के विरोध में उनके द्वारा उठाए गए कदम ने यह दिखा दिया कि वे अपने हक के लिए एकजुट होकर किसी भी हद तक जा सकते हैं।

चाकुलिया में हुए इस बंद से यह भी साफ हो गया कि क्षेत्र के बाजार और स्थानीय व्यापारी भी समुदाय के साथ हैं, जिन्होंने बिना किसी विरोध के अपने व्यापार को बंद रखा। बंद के दौरान लोगों के बीच आपसी भाईचारा और संयम दिखा, जिससे पूरा कार्यक्रम शांति से सम्पन्न हुआ।

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Chandna Keshri चंदना केशरी, जो गणित-विज्ञान में इंटरमीडिएट हैं, स्थानीय खबरों और सामाजिक गतिविधियों में निपुण हैं।