Jamshedpur Cyber Crime: होटल बुकिंग के चक्कर में सोनारी की महिला के खाते से उड़ाए हजारों रुपये, क्या आप भी हो सकते हैं अगला शिकार?
जमशेदपुर साइबर क्राइम: सोनारी की महिला के खाते से होटल बुकिंग के चक्कर में हजारों रुपये उड़ाए गए। क्या आप भी हो सकते हैं अगला शिकार? जानिए कैसे बचें।
जमशेदपुर के सोनारी क्षेत्र में एक चौंकाने वाली घटना ने स्थानीय निवासियों को हिला कर रख दिया है। साइबर अपराधियों ने एक बार फिर अपनी चालाकी का प्रदर्शन किया है। सोनारी के स्पेशल एचआईबी-6 आदर्शनगर निवासी रश्मि कुमारी एक होटल बुकिंग करते समय एक जटिल साइबर धोखाधड़ी का शिकार हो गईं। यह घटना 12 अगस्त को हुई, जिसने ऑनलाइन सुरक्षा और साइबर धोखाधड़ी की बढ़ती घटनाओं पर गंभीर चिंताएं पैदा कर दी हैं।
रश्मि कुमारी, जो इस धोखाधड़ी का शिकार बनीं, होटल बुकिंग प्रक्रिया में थीं जब उन्हें होटल के प्रतिनिधि बनकर साइबर अपराधियों ने संपर्क किया। उन्होंने रश्मि को कई छोटे-छोटे भुगतान करने के लिए कहा, यह दावा करते हुए कि यह बुकिंग प्रक्रिया का हिस्सा है। रश्मि ने इन निर्देशों पर विश्वास करते हुए भुगतान कर दिया, यह जाने बिना कि वह एक अच्छी तरह से योजनाबद्ध जाल में फंस रही हैं।
जैसे-जैसे धोखाधड़ी वाले लेन-देन जारी रहे, साइबर अपराधियों ने दो बैंक खातों से ₹90,312 की भारी राशि निकाल ली। पहला खाता रश्मि के बहनोई निशांत नैयर का था, जो पटना के एक्जीबिशन रोड स्थित एसबीआई शाखा में है। दूसरा खाता रश्मि का खुद का आईसीआईसीआई बैंक खाता था। इस धोखाधड़ी की सटीकता ने दोनों पीड़ितों को सदमे और अविश्वास में डाल दिया।
स्थिति की गंभीरता तब स्पष्ट हुई जब रश्मि ने अनधिकृत निकासी की खोज की। धोखाधड़ी की सीमा को समझते हुए, उन्होंने तुरंत बिष्टुपुर साइबर पुलिस स्टेशन में घटना की रिपोर्ट की। अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है और पुलिस ने इस दुस्साहसी साइबर अपराध के पीछे के अपराधियों का पता लगाने के लिए जांच शुरू कर दी है।
यह घटना भारत में बढ़ते साइबर धोखाधड़ी के खतरे को उजागर करती है, जहां निर्दोष लोग तेजी से ऐसे घोटालों का शिकार हो रहे हैं। इस मामले में साइबर अपराधियों की कार्यप्रणाली विशेष रूप से कपटी थी, क्योंकि उन्होंने पीड़िता के विश्वास और भोलेपन का फायदा उठाया। एक प्रसिद्ध होटल बुकिंग साइट के वैध प्रतिनिधियों के रूप में प्रस्तुत होकर, वे रश्मि को अपनी मेहनत की कमाई से अलग करने में सफल रहे।
पुलिस ने जनता से ऑनलाइन लेन-देन करते समय सावधानी बरतने और ऐसी प्रक्रियाओं के दौरान प्राप्त किसी भी संचार की प्रामाणिकता की पुष्टि करने का आग्रह किया है। उन्होंने किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत अधिकारियों को रिपोर्ट करने के महत्व पर भी जोर दिया है। जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है, उम्मीद है कि अपराधियों को पकड़कर न्याय के कटघरे में लाया जाएगा।
यह घटना डिजिटल युग में बढ़ती सतर्कता की आवश्यकता का स्पष्ट अनुस्मारक है। साइबर अपराधी अपने तरीकों में तेजी से परिष्कृत होते जा रहे हैं, इसलिए यह आवश्यक है कि लोग सूचित रहें और खुद को ऐसे घोटालों का शिकार होने से बचाने के लिए सक्रिय कदम उठाएं। रश्मि कुमारी का मामला एक चेतावनी भरी कहानी है जो साइबर सुरक्षा जागरूकता के महत्व और व्यक्तिगत जानकारी और वित्तीय संपत्तियों की सुरक्षा के लिए मजबूत उपायों की आवश्यकता को रेखांकित करता है।
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