Katras Jewellers Loot: थाने के पास ज्वेलरी शॉप में 15 लाख की चोरी, पुलिस के लिए खुली चुनौती!
कतरास थाने से 10 गज की दूरी पर ज्वेलरी शॉप में 15 लाख की चोरी! पुलिस के लिए खुली चुनौती, सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है। जानिए पूरा मामला!

कतरास बाजार में रविवार की रात चोरों ने ऐसा हाथ साफ किया कि पूरा शहर दंग रह गया। थाने से महज 10 गज की दूरी पर स्थित कनक ज्वेलर्स का ताला तोड़कर चोरों ने 14 किलो चांदी, 80 ग्राम सोना और 2000 रुपये नकद उड़ा लिए। चोरी की यह वारदात पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा कर रही है।
सोमवार सुबह जब दुकान मालिक दिलीप कुमार वर्मा ने दुकान खोली, तो देखा कि सारा सामान बिखरा पड़ा था और कीमती जेवरात गायब थे। पुलिस ने इस मामले में दुकान के कर्मचारी कन्हैया वर्मा को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।
कैसे हुई चोरी? अंदर घुसकर सटीक वारदात!
रात के अंधेरे में चोरों ने पहले दुकान का ताला खोला और बाहरी हिस्से से सामान चुराया। इसके बाद अलमारी का ताला तोड़ने की भी कोशिश की, लेकिन वे इसमें सफल नहीं हो सके। इतना ही नहीं, अलमारी तोड़ने के औजार भी दुकान में ही छोड़कर फरार हो गए।
दुकान मालिक दिलीप वर्मा के मुताबिक, जब उन्होंने चोरी का आकलन किया, तो पाया कि 14 किलो चांदी, 80 ग्राम सोना और अन्य तैयार ज्वेलरी गायब थी। चोरी की कुल कीमत 15 लाख रुपये आंकी जा रही है।
थाने के पास चोरी! पुलिस की नींद उड़ी
सबसे बड़ा सवाल यह है कि थाने से चंद कदमों की दूरी पर इतनी बड़ी चोरी कैसे हो गई? क्या चोरों को पुलिस का डर नहीं था या फिर उन्हें अंदर की जानकारी थी?
पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगालने शुरू कर दिए हैं और फिंगरप्रिंट एक्सपर्ट को बुलाने की तैयारी चल रही है। थानेदार असित कुमार सिंह ने कहा कि जल्द ही अपराधियों की गिरफ्तारी होगी।
इतिहास में ऐसे चोरियां पहले भी हुईं!
यह पहली बार नहीं है जब ज्वेलरी दुकानों को चोरों ने निशाना बनाया है। इससे पहले भी देशभर में कई बड़े ज्वेलरी शॉप चोरी के मामले सामने आ चुके हैं।
- 2016, दिल्ली: करोल बाग में एक ज्वेलरी शॉप से चोरों ने 25 करोड़ रुपये के गहने उड़ा लिए थे।
- 2019, कोलकाता: हथियारबंद बदमाशों ने एक ज्वेलरी स्टोर को लूटकर 20 किलो सोना ले भागे थे।
- 2022, मुंबई: एक शातिर गैंग ने रात के अंधेरे में 5 किलो सोने की चोरी को अंजाम दिया था।
धनबाद और कतरास में भी बीते कुछ सालों में कई चोरियां हुई हैं, लेकिन अपराधी पकड़ से दूर ही रहते हैं।
क्या अंदर का आदमी शामिल है?
हर बार जब इस तरह की सटीक चोरी होती है, तो शक दुकान के किसी कर्मचारी पर जाता है। इस बार भी पुलिस ने स्टाफ कन्हैया वर्मा को हिरासत में लिया है।
क्या कन्हैया वर्मा को इस चोरी की कोई जानकारी थी?
क्या चोरी के पीछे किसी अंदरूनी आदमी का हाथ है?
क्या चोरों को पहले से पता था कि दुकान में क्या-क्या रखा है?
पुलिस की बड़ी लापरवाही?
चोरी की यह वारदात कतरास पुलिस की नाकामी को भी उजागर करती है।
- थाने के पास होते हुए भी चोर इतनी बड़ी चोरी कर गए।
- कोई पुलिस गश्त नहीं थी, जिससे चोर बेखौफ होकर चोरी कर सके।
- आलमारी नहीं टूटी, तो क्या जल्दबाजी में भागे चोर?
अब क्या करेगी पुलिस?
फिलहाल, पुलिस ने जांच के लिए फिंगरप्रिंट एक्सपर्ट को बुलाने और सीसीटीवी फुटेज खंगालने की बात कही है।
- क्या अपराधी जल्द पकड़े जाएंगे?
- क्या चोरी का पूरा सामान वापस मिलेगा?
- क्या कतरास बाजार में सुरक्षा बढ़ाई जाएगी?
चोरी ने खड़े किए कई सवाल!
इस घटना ने एक बार फिर साबित कर दिया कि चोरों के हौसले बुलंद हैं और पुलिस सुस्त!
अब देखने वाली बात यह है कि क्या प्रशासन इस चोरी को हल्के में लेगा, या फिर कोई सख्त कार्रवाई करेगा?
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