Ranchi Encounte r: रांची में सुबह-सुबह कुख्यात सुजीत सिन्हा गिरोह और पुलिस के बीच मुठभेड़, एक अपराधी घायल, दो साथी पकड़े गए, मोनू राय फायरिंग से जुड़े तार, देसी पिस्टल बरामद
झारखंड की राजधानी रांची में सोमवार सुबह कुख्यात सुजीत सिन्हा गिरोह के सदस्यों और पुलिस के बीच मुठभेड़ हुई। एक अपराधी गोली लगने से घायल हो गया, जबकि सोनू समेत दो को गिरफ्तार किया गया। ये तीनों हाल ही में हुई मोनू राय के घर पर फायरिंग की घटना में शामिल थे। पुलिस ने तीन देसी पिस्टल बरामद की हैं।
झारखंड की राजधानी रांची में सोमवार की सुबह उस वक्त दहशत फैल गई, जब शहर के बीचों-बीच पुलिस और कुख्यात 'सुजीत सिन्हा गिरोह' के अपराधियों के बीच सीधी मुठभेड़ हो गई। यह मुठभेड़ दिखाती है कि राजधानी में संगठित अपराध का दुस्साहस किस कदर बढ़ चुका है, लेकिन पुलिस की तत्परता ने अपराधियों की किसी बड़ी साजिश को कामयाब नहीं होने दिया।
भारतीय दंड संहिता और कानूनी इतिहास में संगठित अपराधियों और पुलिस के बीच मुठभेड़ हमेशा एक गंभीर विषय रहा है। सुजीत सिन्हा गिरोह जैसे असामाजिक तत्वों की सक्रियता से राजधानी की शांति भंग होने का खतरा हमेशा बना रहता है। पुलिस की जवाबी कार्रवाई ने न सिर्फ एक बड़ी घटना को टाला है, बल्कि यह भी साफ कर दिया है कि राजधानी में कानून का राज ही चलेगा।
गुप्त सूचना पर पुलिस ने की घेराबंदी
पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि कुख्यात सुजीत सिन्हा गिरोह के तीन सदस्य शहर में किसी बड़ी आपराधिक घटना को अंजाम देने की तैयारी में हैं। इस सूचना के आधार पर, एक विशेष पुलिस टीम ने तुरंत इलाके की घेराबंदी कर दी।
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अपराधियों ने की फायरिंग: पुलिस को देखते ही घबराए अपराधियों ने आत्मसमर्पण करने के बजाय पुलिस पर सीधी फायरिंग शुरू कर दी।
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जवाबी कार्रवाई: अपराधियों की तरफ से फायरिंग शुरू होते ही, पुलिस ने भी आत्मरक्षा और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए जवाबी कार्रवाई की।
एक घायल, तीन देसी पिस्टल बरामद
मुठभेड़ का नतीजा पुलिस के पक्ष में रहा।
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गोली लगने से घायल: जवाबी फायरिंग के दौरान गिरोह का एक अपराधी गोली लगने से घायल हो गया। उसे तुरंत इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है।
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दो अन्य गिरफ्तार: घायल अपराधी के दो साथियों, जिनमें से एक की पहचान सोनू के रूप में हुई है, को पुलिस ने मौके पर ही दबोच लिया।
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हथियार बरामद: पुलिस ने आरोपियों के पास से तीन देसी पिस्टल भी बरामद की हैं।
मोनू राय फायरिंग से जुड़े तार
पुलिस के लिए सबसे अहम खुलासा यह रहा कि गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपी हाल ही में हुई एक बड़ी अपराधिक घटना में शामिल थे।
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पुरानी वारदात से जुड़ाव: ये तीनों आरोपी मोनू राय के घर पर हुई फायरिंग की घटना में शामिल थे। इस खुलासे से पुलिस को गिरोह के अन्य सदस्यों और उनके उद्देश्यों की जांच में मदद मिलेगी।
फिलहाल, पुलिस गिरफ्तार किए गए दोनों अपराधियों से कड़ी पूछताछ कर रही है ताकि गिरोह के बाकी सदस्यों की तलाश की जा सके और उनके नेटवर्क को तोड़ा जा सके। इस मुठभेड़ के बाद राजधानी में सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी गई है।
आपकी राय में, सुजीत सिन्हा जैसे संगठित अपराधियों के गिरोह को पूरी तरह से समाप्त करने के लिए झारखंड पुलिस को अपने पारंपरिक अभियानों के अलावा कौन से दो तकनीकी और खुफिया कदम उठाने चाहिए?
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