Porbandar Drug Seizure: समंदर में 700 किलो ड्रग्स का जखीरा जब्त, 8 ईरानी नागरिक गिरफ्तार
गुजरात के पोरबंदर में ATS और NCB ने संयुक्त ऑपरेशन में समंदर से 700 किलो ड्रग्स जब्त की। ईरानी बोट से लाई जा रही खेप IMBL की रडार पर आई, 8 विदेशी गिरफ्तार।
गुजरात के पोरबंदर में नशे के कारोबार के खिलाफ चल रहे अभियान के तहत एक बार फिर बड़ी सफलता मिली है। गुजरात ATS और NCB ने समंदर के बीच ऑपरेशन करते हुए 700 किलोग्राम से अधिक मेथामफेटामाइन (Meth) जब्त की है। यह नशीला पदार्थ ईरानी बोट के जरिए भारत लाया जा रहा था, जिसे भारतीय समुद्री सीमा (IMBL) पर पकड़ लिया गया। इस दौरान 8 विदेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया, जिनका दावा है कि वे ईरान के निवासी हैं।
रातभर चला ऑपरेशन, IMBL की रडार से मिली सफलता
एनसीबी, गुजरात ATS और नौसेना ने मिलकर इस ऑपरेशन को अंजाम दिया। जानकारी के अनुसार, टीम ने समंदर के बीचों-बीच रातभर ऑपरेशन चलाया। IMBL की रडार पर ईरानी बोट आते ही इस पर कड़ी नजर रखी गई और मौके पर टीम ने इसे घेर लिया। बोट की तलाशी लेने पर 700 किलोग्राम से अधिक मेथ बरामद हुई, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत अरबों में आंकी गई है।
इतिहास: गुजरात समंदर से जुड़े ड्रग्स के मामले
गुजरात में समुद्री मार्ग का उपयोग नशे के कारोबार के लिए लंबे समय से किया जा रहा है। मार्च 2024 में भी गुजरात ATS ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए 6 पाकिस्तानी नागरिकों को गिरफ्तार किया था। उनके पास से लगभग 450 करोड़ रुपये की नशीली दवाएं और ड्रग्स जब्त की गई थीं। इससे पहले भी कई बार पोरबंदर और अन्य तटीय इलाकों में विदेशी नावों से ड्रग्स की बड़ी खेप पकड़ी गई है।
गुजरात की भौगोलिक स्थिति इसे अंतरराष्ट्रीय ड्रग माफियाओं के लिए एक आकर्षक रास्ता बनाती है। पाकिस्तान और ईरान से समुद्र के रास्ते ड्रग्स को भारत लाने का यह नेटवर्क पिछले कई वर्षों से सक्रिय है।
8 विदेशी नागरिक गिरफ्तार, जांच तेज़
इस बार की कार्रवाई में गिरफ्तार 8 विदेशी नागरिकों ने खुद को ईरानी बताया है। उनसे पूछताछ जारी है ताकि इस रैकेट के मुख्य सरगना और इसके नेटवर्क का पता लगाया जा सके। NCB ने यह भी कहा है कि इस रैकेट का भारत में जड़ से सफाया करने के लिए और सख्त कदम उठाए जाएंगे।
समुद्री सुरक्षा की चुनौती
गुजरात के तटीय इलाकों में बार-बार ड्रग्स की खेप पकड़े जाने से यह सवाल उठता है कि समुद्री सुरक्षा में कहां चूक हो रही है। हालांकि, IMBL पर तैनात भारतीय एजेंसियां सतर्कता से अपने काम को अंजाम दे रही हैं। लेकिन ड्रग्स माफिया हर बार नई रणनीति के साथ भारतीय जलक्षेत्र तक पहुंचने की कोशिश करते हैं।
क्या कहना है अधिकारियों का?
गुजरात ATS के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह केवल ड्रग्स की खेप नहीं है, बल्कि यह माफिया की उस बड़ी योजना का हिस्सा है, जिसके जरिए भारत में नशे का जाल फैलाने की कोशिश की जा रही है। इस बार की कार्रवाई से यह स्पष्ट है कि एजेंसियां अब किसी भी चूक को लेकर बेहद सतर्क हैं।
अगला कदम
एनसीबी और ATS की टीमें अब इस मामले की गहराई से जांच कर रही हैं। विदेशी नागरिकों से पूछताछ के आधार पर जल्द ही और गिरफ्तारियां हो सकती हैं। इसके साथ ही समुद्री सुरक्षा और मजबूत की जाएगी ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
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