Giridih Seizure: गाड़ी की स्टेपनी से बरामद हुए 25 लाख, झारखंड में नोटों की बरामदगी से हड़कंप
झारखंड के गिरीडीह जिले में पुलिस और एसएसटी टीम ने वाहन चेकिंग के दौरान कार की स्टेपनी से 25 लाख रुपये बरामद किए। तीन युवकों को हिरासत में लिया गया है।
झारखंड के गिरीडीह जिले में एक बार फिर भारी मात्रा में नकदी बरामद होने से सनसनी फैल गई है। गिरीडीह जिले के देवरी के बुधुआडीह सरौन मोड़ स्थित झारखंड-बिहार बॉर्डर पर पुलिस और एसएसटी टीम द्वारा चलाए गए वाहन चेकिंग अभियान में एक कार से 25 लाख रुपये नकद बरामद हुए। इस घटना में तीन युवकों को हिरासत में लिया गया है, जिनकी पहचान राजेश कुमार चौधरी, शिवम आनंद, और दीपक चौधरी के रूप में हुई है। पुलिस को नोटों की गड्डियां कार के एक्स्ट्रा पहिया यानी स्टेपनी में छुपाकर रखी हुई मिलीं, जिसने इस मामले को और भी रहस्यमयी बना दिया है।
स्टेपनी में क्यों छिपाए गए थे नोट?
यह घटना झारखंड में हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान के बाद सामने आई है, जिसने इस नकदी की बरामदगी को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या यह रकम चुनाव में किसी प्रकार के उपयोग के लिए लाई गई थी, या फिर इसके पीछे कोई और उद्देश्य था? पुलिस का कहना है कि नोटों को इस तरह छुपाकर ले जाने का तरीका यह दिखाता है कि बरामद धनराशि के स्रोत और उसके उपयोग को लेकर गंभीर सवाल उठते हैं।
चेक पोस्ट पर पुलिस का सक्रिय अभियान
पुलिस और एसएसटी की संयुक्त टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर यह वाहन चेकिंग अभियान चलाया। उसी दौरान एक कार को रोका गया, जिसमें स्टेपनी के अंदर बड़ी ही चालाकी से बंडल-बंडल नोटों को छुपाया गया था। चेकिंग के दौरान जैसे ही स्टेपनी को खोला गया, अंदर से 25 लाख रुपये की गड्डियां निकलने लगीं। चेकिंग अभियान में देवरी थाना के प्रभारी सोनू कुमार साहू, एएसआई बुद्धदेव उरांव और दंडाधिकारी राजेश बासके मौजूद थे।
चुनाव के समय नकदी बरामदगी पर सवाल
झारखंड में हर बार चुनाव के समय भारी मात्रा में नकदी बरामद होने की घटनाएं सामने आती हैं। चुनाव आयोग और पुलिस प्रशासन की सतर्कता के बावजूद नकदी का प्रवाह कई सवालों को जन्म देता है। झारखंड-बिहार बॉर्डर पर इस प्रकार नकदी की बरामदगी से यह संदेह पैदा हो रहा है कि कहीं यह रकम चुनाव को प्रभावित करने के लिए तो नहीं लाई गई थी?
आयकर विभाग को सौंपी गई जानकारी
इस मामले में आयकर विभाग को सूचित कर दिया गया है ताकि आगे की जांच में इनकम टैक्स और अन्य एजेंसियां जुड़ सकें। आयकर विभाग की जांच में यह पता लगाया जाएगा कि यह नकदी किसकी है और इसका उद्देश्य क्या था। जांच अधिकारियों के अनुसार, नकदी बरामदगी के बाद कार में मौजूद तीनों युवकों से गहन पूछताछ की जा रही है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही इस पूरे मामले की तह तक पहुंचने का प्रयास किया जाएगा।
बरामदगी से स्थानीय लोगों में आशंका
घटना के बाद सरौन मोड़ पर मौजूद लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है कि आखिर इतनी बड़ी राशि को गाड़ी की स्टेपनी में छिपाने का कारण क्या हो सकता है। स्थानीय लोगों के बीच आशंका बनी हुई है कि कहीं यह किसी बड़े नेटवर्क का हिस्सा तो नहीं है।
इस पूरे घटनाक्रम में एक बार फिर यह सवाल उठता है कि क्या इस तरह की नकदी बरामदगी और चुनावी माहौल के बीच कोई सीधा संबंध है? यह रहस्य जल्द ही पुलिस जांच के बाद सामने आ सकता है।
What's Your Reaction?