Adityapur Mourning: पूर्व विधायक अरविंद सिंह की माता का निधन, शोक में डूबा परिवार
आदित्यपुर के पूर्व विधायक अरविंद सिंह की माता शशि बाला देवी का 92 वर्ष की आयु में निधन। उनका अंतिम संस्कार रविवार को पार्वती घाट पर होगा। समाजसेवी और नेता उनके घर शोक व्यक्त करने पहुंचे।
15 नवंबर 2024: झारखंड के आदित्यपुर में शोक की लहर दौड़ गई है। सरायकेला जिले के ईचागढ़ के पूर्व विधायक अरविंद कुमार सिंह उर्फ मलखान सिंह की माता शशि बाला देवी (92) का शुक्रवार सुबह निधन हो गया। उन्होंने टीएमएच अस्पताल में अपनी अंतिम सांस ली। शशि बाला देवी लंबे समय से बीमार चल रही थीं और शुक्रवार सुबह 9:30 बजे उन्होंने इस दुनिया को अलविदा कह दिया।
परिवार और समाज में शोक
अपने पीछे वे तीन पुत्र, पुत्रवधू, पौत्र और पौत्री सहित भरा-पूरा परिवार छोड़ गई हैं। उनके निधन की खबर से न केवल परिवार, बल्कि पूरे आदित्यपुर और ईचागढ़ में शोक की लहर दौड़ गई। शुक्रवार को अस्पताल और उनके आवास पर समाजसेवियों, नेताओं और शुभचिंतकों का तांता लगा रहा।
अंतिम संस्कार का कार्यक्रम
अंतिम संस्कार रविवार सुबह 9 बजे पार्वती घाट पर होगा। इससे पहले, उनके आदित्यपुर स्थित आवास एम-09 से शवयात्रा निकाली जाएगी। परिवार और शुभचिंतक इस अंतिम यात्रा में शामिल होकर उन्हें अंतिम विदाई देंगे।
शशि बाला देवी: एक प्रेरणादायक व्यक्तित्व
शशि बाला देवी न केवल अपने परिवार के लिए एक मजबूत स्तंभ थीं, बल्कि उनकी उपस्थिति समाज के लिए भी प्रेरणा का स्रोत थी। एक लंबा और समृद्ध जीवन जीने वाली शशि बाला देवी ने हमेशा अपने परिवार को एकजुट रखा। उनके व्यक्तित्व में सहजता और सादगी का अद्भुत संगम था।
पूर्व विधायक के परिवार का योगदान
ईचागढ़ के पूर्व विधायक अरविंद सिंह उर्फ मलखान सिंह झारखंड की राजनीति में अपनी मजबूत छवि और जनसेवा के लिए जाने जाते हैं। उनके परिवार ने झारखंड के सामाजिक और राजनीतिक विकास में हमेशा सक्रिय भूमिका निभाई है। ऐसे में उनकी माता का निधन न केवल परिवार, बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए एक बड़ी क्षति है।
नेताओं और समाजसेवियों का तांता
उनके निधन की खबर सुनते ही कई राजनीतिक और सामाजिक हस्तियां अस्पताल और उनके आवास पर शोक व्यक्त करने पहुंचीं। झारखंड के प्रमुख नेताओं ने भी उनकी मृत्यु पर गहरा शोक व्यक्त किया और परिवार को सांत्वना दी।
झारखंड में शोक की लहर
झारखंड की राजनीति और समाज में मलखान सिंह का परिवार एक विशेष स्थान रखता है। शशि बाला देवी के निधन ने उनके समर्थकों और शुभचिंतकों को गमगीन कर दिया है। क्षेत्र के लोग उनकी सरलता और समाज के प्रति समर्पण को हमेशा याद रखेंगे।
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