Jamshedpur Awareness: सड़क सुरक्षा के लिए चला विशेष अभियान, नुक्कड़ नाटक से दिया गया संदेश
जमशेदपुर में सड़क सुरक्षा माह 2025 के अंतर्गत नुक्कड़ नाटक और जागरूकता अभियान का आयोजन, जानिए गुड समारिटन पॉलिसी और सड़क सुरक्षा के नियम।
जमशेदपुर: सड़क सुरक्षा माह 2025 के अंतर्गत जमशेदपुर में जिला दंडाधिकारी सह उपायुक्त अनन्य मित्तल के निर्देश पर प्रमुख चौक-चौराहों और सार्वजनिक स्थलों पर बड़े स्तर पर जागरूकता अभियान चलाया गया। इस पहल के तहत आम नागरिकों को सड़क सुरक्षा के प्रति सचेत किया गया।
सड़क सुरक्षा अभियान का उद्देश्य
जिले में लगातार बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं को ध्यान में रखते हुए यह अभियान शुरू किया गया है। सड़क सुरक्षा माह के अंतर्गत पूरे जनवरी महीने जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं, जिनमें सड़क पर सुरक्षित यात्रा के महत्व और यातायात नियमों के पालन पर जोर दिया जा रहा है।
प्रमुख कार्यक्रम और आयोजन
डीटीओ (जिला परिवहन अधिकारी) धनंजय के नेतृत्व में एमवीआई (मोटर वाहन निरीक्षक) निशांत महतो, ईश्वर लाल साव और जिला सड़क सुरक्षा टीम ने मानगो बस स्टैंड पर विशेष जागरूकता अभियान चलाया।
इस अभियान का मुख्य आकर्षण नुक्कड़ नाटक रहा, जहां कलाकारों ने सड़क सुरक्षा नियमों को रचनात्मक ढंग से प्रस्तुत किया।
गुड समारिटन पॉलिसी का ज़िक्र
इस अवसर पर डीटीओ धनंजय ने गुड समारिटन पॉलिसी का ज़िक्र करते हुए बताया कि दुर्घटना में घायल व्यक्ति की मदद करने वाले को सरकार द्वारा ₹2000 की पुरस्कार राशि और प्रशस्ति पत्र दिया जाता है। उन्होंने नागरिकों से अपील की कि सड़क पर किसी घायल की मदद करने में कभी संकोच न करें।
सुरक्षा नियमों का पालन जरूरी
कार्यक्रम में वाहन चालकों को विशेष रूप से यातायात नियमों का पालन करने की सलाह दी गई:
- दोपहिया वाहन पर हेलमेट पहनना अनिवार्य।
- चारपहिया वाहन में सीट बेल्ट का उपयोग करना।
- शराब पीकर वाहन न चलाना।
- निर्धारित गति सीमा का पालन करना।
नुक्कड़ नाटक के माध्यम से संदेश
सड़क सुरक्षा अभियान के अंतर्गत नुक्कड़ नाटक का आयोजन भी किया गया। इस नाटक के ज़रिए दर्शकों को बताया गया कि कैसे हेलमेट और सीट बेल्ट का उपयोग जान बचा सकता है। कलाकारों ने व्यस्त चौराहों और बस स्टैंड जैसे स्थलों पर अपनी प्रस्तुतियां दीं।
इतिहास और सड़क सुरक्षा का महत्व
भारत में सड़क सुरक्षा अभियान की शुरुआत 2011 में राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा नीति के तहत की गई थी। इसका उद्देश्य सड़क दुर्घटनाओं को रोकना और यातायात नियमों के प्रति लोगों को जागरूक करना था। भारत विश्व में सड़क दुर्घटनाओं के मामलों में शीर्ष स्थान पर रहा है, ऐसे में इस तरह के जागरूकता अभियान अत्यंत आवश्यक हैं।
प्रखंड स्तर पर जागरूकता अभियान
सिर्फ शहरी क्षेत्रों में ही नहीं, बल्कि प्रखंड स्तर पर भी सड़क सुरक्षा अभियान चलाया जा रहा है। नुक्कड़ नाटक के अलावा, हैंडबिल, पंपलेट और बुकलेट के माध्यम से भी जानकारी दी जा रही है। स्थानीय विद्यालयों और कॉलेजों में भी सड़क सुरक्षा पर विशेष सत्र आयोजित किए जा रहे हैं।
डीटीओ और अधिकारियों की अपील
डीटीओ धनंजय ने वाहन चालकों और नागरिकों से अपील करते हुए कहा:
"सड़क सुरक्षा सिर्फ सरकार की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि हर नागरिक का कर्तव्य है। हम सभी को मिलकर नियमों का पालन करना होगा।"
सड़क सुरक्षा अभियान 2025 एक सराहनीय पहल है, जो लोगों में जागरूकता फैलाने और सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिए महत्वपूर्ण कदम साबित हो रही है। जनता का सहयोग और प्रशासन की सक्रियता से ही सुरक्षित भारत का सपना साकार हो सकता है।
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