Jamshedpur Controversy: टेल्को थानेदार पर छेड़खानी आरोपी को छोड़ने और युवती की मां से बदसलूकी का आरोप
जमशेदपुर टेल्को थाना क्षेत्र में छेड़खानी के आरोपी को पुलिस द्वारा छोड़ने और शिकायत दर्ज कराने पहुंची युवती की मां से गाली-गलौज का मामला सामने आया। जांच के आदेश दिए गए।
जमशेदपुर, 26 दिसंबर: जमशेदपुर के टेल्को थाना क्षेत्र में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने पुलिस की छवि पर सवाल खड़े कर दिए हैं। छेड़खानी के आरोपी को थाने से छोड़ने और शिकायत दर्ज कराने पहुंची युवती की मां से बदसलूकी के आरोपों ने पुलिस प्रशासन को कटघरे में खड़ा कर दिया है।
क्या है पूरा मामला?
मंगलवार शाम, लेबर ब्यूरो गोलचक्कर के पास एक युवती से छेड़खानी करने वाले युवक की स्थानीय लोगों ने जमकर पिटाई की और फिर उसे पुलिस के हवाले कर दिया। लेकिन कुछ घंटों बाद, आरोपी युवक को पुलिस ने बिना किसी कार्रवाई के थाने से रिहा कर दिया।
इस घटना की जानकारी लेने जब युवती की मां थाने पहुंची, तो उनके साथ गाली-गलौज की गई और उन्हें थाने से भगा दिया गया। मां ने आरोप लगाया कि पुलिस ने शिकायत की रिसीविंग देने से भी इनकार कर दिया।
थानेदार पर गाली-गलौज का आरोप
मामला तब और गरमा गया जब युवती की मां ने बताया कि टेल्को थाना प्रभारी ने न केवल उन्हें गाली दी, बल्कि कार्रवाई की जानकारी मांगने पर बदसलूकी भी की। इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसे सामाजिक कार्यकर्ता अन्नी अमृता ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट किया।
सोशल मीडिया पर हंगामा और प्रशासन का जवाब
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होते ही पुलिस प्रशासन हरकत में आ गया। जमशेदपुर पुलिस ने इस मामले में जांच के आदेश दिए हैं। पुलिस ने बयान जारी कर कहा कि, "मामला संज्ञान में लिया गया है और आगे की कार्रवाई की जा रही है।"
पुलिस पर सवाल और जनता का आक्रोश
इस घटना के बाद पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठने लगे हैं। लोगों का कहना है कि अगर पुलिस खुद ऐसे मामलों में लापरवाही बरतती है, तो न्याय कैसे मिलेगा?
झारखंड पुलिस की छवि पर असर
ऐसे मामले झारखंड पुलिस की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े करते हैं। इतिहास में पुलिस पर कई बार आरोप लगते रहे हैं कि वह आरोपियों को बचाने और शिकायतकर्ताओं को धमकाने का काम करती है।
मामले की गूंज राजनीतिक गलियारों तक
इस घटना ने राजनीतिक गलियारों में भी हलचल मचा दी है। कई सामाजिक और राजनीतिक संगठनों ने पुलिस प्रशासन की निंदा की है और मांग की है कि दोषी अधिकारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।
आगे की राह
पुलिस विभाग ने इस मामले में निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया है। जनता अब देख रही है कि क्या वास्तव में इस मामले में कोई ठोस कदम उठाया जाएगा या फिर यह भी अन्य मामलों की तरह धूल चाट जाएगा।
जमशेदपुर के टेल्को थाना क्षेत्र की यह घटना न केवल पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाती है, बल्कि न्याय व्यवस्था में जनता के विश्वास को भी कमजोर करती है। यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि इस मामले में दोषियों को सजा मिलती है या नहीं।
क्या आप भी ऐसे मामलों का सामना कर रहे हैं? अपनी शिकायत दर्ज कराएं और न्याय की इस लड़ाई में अपनी भूमिका निभाएं।
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