Palamu Brutality: टांगी से हत्या! पलामू के पांकी में झामुमो प्रखंड अध्यक्ष मुन्ना सिन्हा की नृशंस हत्या, जमीन विवाद में अरुण ठाकुर ने गर्दन और सिर पर किए ताबड़तोड़ वार, पत्नी चांदनी देवी ने थमाई थी कुल्हाड़ी, झामुमो में रोष, आरोपी फरार, पुलिस ने टांगी बरामद करके दबाव बढ़ाया!
झारखंड के पलामू जिले के पांकी में जमीन विवाद को लेकर झामुमो प्रखंड अध्यक्ष मुन्ना सिन्हा (40) की टांगी से नृशंस हत्या कर दी गई। मृतक की मां के अनुसार, अरुण ठाकुर ने अपनी पत्नी चांदनी देवी के कहने पर इस वारदात को अंजाम दिया। मुन्ना सिन्हा अपने माता-पिता के इकलौते पुत्र थे। पुलिस ने हत्यार बरामद कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।
झारखंड में जमीन को लेकर खून खौलना कोई नई बात नहीं है, लेकिन जब यह विवाद राजनीतिक रूप से सक्रिय एक प्रमुख चेहरे की नृशंस हत्या की वजह बन जाए, तो पूरे इलाके को स्तब्ध होना लाजिमी है। पलामू जिले के पांकी थाना क्षेत्र के डंडार गांव में मंगलवार को झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के तेज-तर्रार प्रखंड अध्यक्ष मुन्ना सिन्हा (40) को बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया गया। हत्या के लिए जिस तरह से टांगी (कुल्हाड़ी) का इस्तेमाल किया गया है, वह ग्रामीण विवादों में बढ़ती क्रूरता को दर्शाता है। मुन्ना सिन्हा, जो पिछले सात साल से झामुमो से जुड़े हुए थे, अब अपने पीछे बिलखती मां, पिता और दो छोटी पुत्रियों को छोड़ गए हैं।
झारखंड की राजनीति में जमीन विवाद और हिंसा का एक लंबा इतिहास रहा है, जहां सरल ग्रामीण मामले भी अक्सर राजनीतिक रंजिश या अवैध कब्जे की ओर इशारा करते हैं। इस बार भी यह देखना बाकी है कि क्या यह केवल जमीन का विवाद था या इसके पीछे कोई और बड़ी साजिश छिपी है।
कहा-सुनी से शुरू, पत्नी ने थमाई टांगी
मृतक की मां चिंतामणी देवी ने जो बयान दिया है, उसके मुताबिक हत्या की पूरी योजना तत्काल गुस्से और एक सोची-समझी साजिश का मिश्रण लगती है।
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खेत पर झगड़ा: मुन्ना सिन्हा ट्रैक्टर से घर के पास अपने खेत की जुताई कराने गए थे। वहां उनका सामना अरुण ठाकुर से हुआ, जिसके साथ उनका पहले से जमीन विवाद चला आ रहा था।
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टांगी से ताबड़तोड़ वार: जुताई को लेकर कहा-सुनी बढ़ी, जिसके बाद अरुण ठाकुर की पत्नी चांदनी देवी ने उन्हें तुरंत टांगी थमा दी। टांगी मिलते ही अरुण ठाकुर ने मुन्ना सिन्हा पर गर्दन, सिर और शरीर के आगे के हिस्से पर ताबड़तोड़ तीन वार किए।
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मृत घोषित: गंभीर रूप से घायल मुन्ना को पहले पांकी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, लेकिन गंभीर चोटों के कारण उन्हें मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज अस्पताल (MMCH) रेफर कर दिया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
परिवार और पार्टी में मातम और गुस्सा
मुन्ना सिन्हा अपने माता-पिता के इकलौते पुत्र थे। उनकी मृत्यु से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है, खासकर उनकी डेढ़ और पांच वर्षीय दो छोटी बेटियों को देखकर हर कोई आंसू बहा रहा है।
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झामुमो का रोष: हत्या की सूचना मिलते ही झामुमो के पलामू जिला अध्यक्ष राजेंद्र सिन्हा समेत बड़ी संख्या में कार्यकर्ता MMCH पहुंचे।
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कठोर कार्रवाई की मांग: राजेंद्र सिन्हा ने मुन्ना सिन्हा की मां से मिलकर सांत्वना दी और जिला प्रशासन से आरोपी अरुण ठाकुर और उसके परिवार को जल्द गिरफ्तार कर कठोरतम सजा दिलाने की मांग की। उन्होंने दोहराया कि जमीन विवाद में की गई यह हिंसा बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
हत्यार बरामद, आरोपी फरार
पांकी थाना पुलिस तुरंत घटनास्थल पर पहुंची और जांच शुरू कर दी।
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बरामदगी: पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल की गई टांगी बरामद कर ली है, जो कि मामले में एक महत्वपूर्ण साक्ष्य है।
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फरार: हालांकि मुख्य आरोपी अरुण ठाकुर और उसकी पत्नी चांदनी देवी समेत परिवार के सभी सदस्य घटना के बाद से ही फरार हैं। पुलिस डंडार गांव में कैंप कर रही है और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी अभियान चलाया जा रहा है।
यह हत्या सिर्फ एक जमीन विवाद नहीं है, बल्कि झारखंड के ग्रामीण राजनीतिक परिदृश्य में हिंसा के बढ़ते स्तर को दर्शाती है और प्रशासन के सामने अपराधियों को जल्द से जल्द कानून के दायरे में लाने की एक बड़ी चुनौती खड़ी करती है।
आपकी राय में, झारखंड में जमीन विवादों के हिंसक रूप लेने को रोकने और राजनीतिक पृष्ठभूमि वाले मामलों में त्वरित न्याय सुनिश्चित करने के लिए स्थानीय प्रशासन और न्यायिक प्रणाली को कौन से दो सबसे बुनियादी सुधार लागू करने चाहिए?
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