Noida Murder: मीट की दुकान पर बहस बनी खूनी वारदात, शहजाद की दिनदहाड़े हत्या से हड़कंप
नोएडा के सेक्टर-117 में मीट की दुकान पर बहस के बाद शहजाद की चाकू से हत्या। मदद मांगते हुए सड़क पर तड़पते रहे, लेकिन किसी ने अस्पताल नहीं पहुंचाया। पुलिस जांच जारी।
नोएडा: उत्तर प्रदेश के नोएडा के सेक्टर-117 स्थित सोरखा गांव में गुरुवार दोपहर एक मामूली बहस ने खूनी वारदात का रूप ले लिया। मीट की दुकान पर दो ग्राहकों के बीच विवाद इतना बढ़ गया कि एक ने दूसरे पर चाकू से हमला कर उसकी जान ले ली। शहजाद, जो मूल रूप से मेरठ का रहने वाला था, लोगों से मदद मांगते हुए सड़क पर तड़पता रहा, लेकिन किसी ने उसे अस्पताल नहीं पहुंचाया। लोग वीडियो बनाते रहे और शहजाद की आंखों के सामने मौत हो गई।
क्या था पूरा मामला?
गुरुवार दोपहर करीब 2 बजे, शहजाद सोरखा गांव के बीकानेर स्वीट्स के सामने स्थित बिस्मिल्लाह मीट की दुकान पर गया था। वहां उसका किसी बंगाली ग्राहक से विवाद हो गया। बात बढ़ने पर आरोपी ने दुकान से चाकू उठाकर शहजाद के पेट में वार कर दिया। घायल शहजाद दर्द से कराहता हुआ दुकान से बाहर भागा और करीब 40 मीटर दूर पुलिया पर बैठ गया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आरोपी उसे पीछा करते हुए पुलिया तक पहुंचा और फिर चाकू से ताबड़तोड़ वार किए। शहजाद मदद के लिए गुहार लगाता रहा, लेकिन वहां मौजूद लोग सिर्फ तमाशा देखते और वीडियो बनाते रहे।
घटनास्थल का हाल और आरोपी का फरार होना
हत्या को अंजाम देने के बाद, आरोपी मीट का पैकेट लेकर मौके से फरार हो गया। पुलिस ने घटनास्थल की जांच की और आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज कब्जे में ली है। हालांकि, सीसीटीवी में पूरी घटना कैद नहीं हो पाई, लेकिन शहजाद को दुकान से भागते और आरोपी को चाकू लेकर पीछा करते देखा गया।
शहजाद का परिवार और उसकी मजबूरियां
शहजाद मेरठ का रहने वाला था और सोरखा गांव में किराए के मकान में पत्नी और तीन बच्चों के साथ रहता था। वह एक महिला की कार चलाता था, लेकिन कुछ दिनों पहले नौकरी छूट गई थी। उसकी पत्नी फ्लैटों में खाना बनाने का काम करती है।
लोगों का खौफ और घटना की प्रत्यक्षदर्शी रिपोर्ट
इस दर्दनाक घटना को लेकर प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि आरोपी के सिर पर खून सवार था। उसके हाथ में लंबा चाकू था, जिसे देखकर कोई भी उसे रोकने की हिम्मत नहीं कर सका। कुछ लोग शहजाद की मदद करने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन आरोपी की दहशत के आगे वे पीछे हट गए।
पुलिस की कार्रवाई और दुकानदार की भूमिका
पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तीन टीमों का गठन किया है और आरोपी की तलाश तेज कर दी है। घटना के बाद बिस्मिल्लाह मीट की दुकान का मालिक गुलजार फरार हो गया। पुलिस का कहना है कि दुकानदार ही बता सकता है कि दोनों के बीच झगड़ा किस बात पर हुआ।
शहजाद की मौत से उठे सवाल
इस घटना ने समाज के उस चेहरे को बेनकाब किया है, जहां लोग इंसानियत भूलकर अपने फोन पर वीडियो बनाने में व्यस्त हो जाते हैं। शहजाद की जान बचाई जा सकती थी, लेकिन तमाशबीन बनी भीड़ ने उसे मरने के लिए मजबूर कर दिया।
नोएडा में हुई इस हत्या ने सुरक्षा व्यवस्था और समाज की संवेदनहीनता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस का कहना है कि आरोपी को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा और हत्या के पीछे की असली वजह का खुलासा होगा।
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