बोकारो में मियावाकी वन: 2 साल में 16 फीट ऊँचाई वाले 1250 पेड़! जानिए कैसे
क्या आप जानते हैं कि बोकारो में सीआईएसएफ ने मियावाकी विधि से 1250 पेड़ों का वन तैयार किया है, जो केवल 2 साल में 16 फीट ऊँचाई तक पहुँच जाएंगे? जानें इस क्रांतिकारी पहल के बारे में।
बोकारो केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के बोकारो इकाई परिसर में 1250 पौधों से मियावाकी वन की स्थापना और उद्घाटन का आयोजन किया गया। इस उद्घाटन का नेतृत्व सीआईएसएफ बोकारो इकाई प्रमुख/डीआईजी दिग्विजय कुमार सिंह ने किया। डीआईजी सिंह ने कहा कि बोकारो क्षेत्र में मियावाकी वन लगाने का यह पहला प्रयास है, जो कि अत्यंत उल्लेखनीय और प्रशंसनीय है।
सामान्य पेड़ों को 12-16 फीट ऊँचाई लेने में 8-10 साल लगते हैं, वहीं मियावाकी पद्धति से लगाये गये वनों के पौधे केवल 2 साल में इस ऊँचाई तक पहुँच जाते हैं। खास बात यह है कि इसमें वैसे नारियल का उपयोग किया जाता है, जिसे दुकानदारों द्वारा कचरे में फेंक दिया जाता है।
डीआईजी सिंह ने यह भी बताया कि आने वाले समय में शहर के अन्य क्षेत्रों में भी केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (केऔसुब) द्वारा मियावाकी वन लगाए जाने की योजना है। इस विधि से वृक्षों की तेजी से वृद्धि होती है, जिससे गिरते जलस्तर को ऊपर उठाया जा सकता है और तापमान में कमी लाई जा सकती है।
उन्होंने कहा कि कोविड काल के दौरान लोगों ने ऑक्सीजन की महत्ता को गहराई से समझा है। इस आयोजन के दौरान सीआईएसएफ के जवान सहित अन्य लोग भी मौजूद थे।
क्या है मियावाकी विधि?
मियावाकी विधि एक सीमित क्षेत्र में विभिन्न प्रकार के देशी वृक्षों के पौधों को निश्चित दूरी पर लगाने की तकनीक है। समय-समय पर जैविक खाद और पानी दिया जाता है, जिससे कम समय में ही बहुस्तरीय वन विकसित किया जा सकता है।
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