Lohardaga Horror Crime: मेले से लौट रही नाबालिग का अपहरण कर 5 लोगों ने किया गैंगरेप, पुलिस ने सभी आरोपी दबोचे
लोहरदगा में मेला देखकर लौट रही नाबालिग लड़की से 5 युवकों ने गैंगरेप किया। पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पढ़ें पूरी दर्दनाक घटना की डिटेल।
झारखंड के लोहरदगा जिले से एक ऐसी घटना सामने आई है जिसने पूरे इलाके को दहला दिया है। यहां एक नाबालिग लड़की के साथ 5 दरिंदों ने मिलकर गैंगरेप किया। घटना उस समय हुई जब पीड़िता अपनी नानी के गांव के मेले से लौट रही थी। वारदात के बाद पुलिस ने तुरंत ऐक्शन लिया और सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। यह मामला न केवल समाज की नैतिकता पर सवाल खड़ा करता है बल्कि यह भी दर्शाता है कि नाबालिग बच्चियों की सुरक्षा आज भी गंभीर संकट में है।
कैसे हुआ वारदात का अंजाम
जानकारी के मुताबिक, पीड़िता गुरुवार शाम को अपनी नानी के घर गई थी। पास में मेला लगा था, जिसे देखने वह भी पहुंची। मेले से वापस लौटते समय 5 युवकों ने उसे रास्ते से जबरन उठा लिया। आरोपी उसे एक सुनसान इलाके में ले गए और वहां उसके साथ बारी-बारी से दरिंदगी की।
लड़की की हालत खराब होने पर किसी तरह उसे गांव पहुंचाया गया, जिसके बाद परिवार ने पुलिस को इसकी सूचना दी।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई
लोहरदगा पुलिस अधीक्षक सादिक अनवर रिजवी ने बताया कि सूचना मिलते ही पुलिस की टीम हरकत में आ गई। आरोपियों को तुरंत पकड़ने के लिए कई जगह छापेमारी की गई और कुछ ही घंटों में सभी पांचों आरोपी गिरफ्तार कर लिए गए।
लोहरदगा सदर थाना प्रभारी रत्नेश मोहन ठाकुर ने बताया कि आरोपियों पर भारतीय दंड संहिता की धारा 70 (बलात्कार) और पॉक्सो अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। पीड़िता का मेडिकल कराया गया है और आगे की कानूनी प्रक्रिया जारी है।
इतिहास की परतें – जब मेले बने अपराध का ठिकाना
झारखंड और बिहार के ग्रामीण इलाकों में लगने वाले मेले लंबे समय से सांस्कृतिक धरोहर का हिस्सा रहे हैं। लेकिन कई बार इन्हीं मेलों के बहाने अपराधी सक्रिय होकर महिलाओं और बच्चियों को शिकार बनाते रहे हैं।
-
2019 में पलामू जिले में भी एक ऐसा मामला सामने आया था, जब मेला देखकर लौट रही दो लड़कियों को अगवा कर दुष्कर्म किया गया।
-
2021 में गढ़वा में भी मेलों के दौरान महिलाओं से छेड़छाड़ और यौन शोषण की घटनाएं दर्ज की गई थीं।
लोहरदगा का यह मामला भी उसी कड़ी का हिस्सा है, जिसने इस परंपरा की पवित्रता पर दाग लगा दिया है।
गिरफ्तारी से गांव में राहत, लेकिन दहशत बरकरार
गांव में इस घटना के बाद से दहशत का माहौल है। लोग हैरान हैं कि कैसे एक भीड़-भाड़ वाले इलाके से लौटते वक्त नाबालिग लड़की अपराधियों के शिकंजे में फंस गई। हालांकि पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी कर राहत जरूर दी है, लेकिन गांववालों का कहना है कि इस तरह की घटनाओं ने सुरक्षा पर गहरे सवाल खड़े कर दिए हैं।
कानून और न्याय की उम्मीद
भारत में नाबालिगों के साथ अपराध को रोकने के लिए पॉक्सो एक्ट (POCSO Act) लागू किया गया था। इसके तहत दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाती है। लोहरदगा पुलिस ने भी इस मामले में पॉक्सो एक्ट लगाया है, जिससे उम्मीद की जा रही है कि आरोपियों को कठोर दंड मिलेगा।
समाज के लिए चेतावनी
लोहरदगा की यह शर्मनाक वारदात बताती है कि बच्चियों और महिलाओं की सुरक्षा को लेकर हमें और सजग रहने की जरूरत है। मेलों और सार्वजनिक कार्यक्रमों में सुरक्षा इंतजाम पुख्ता किए जाने चाहिए, ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
What's Your Reaction?


