Kreeda Bharti Jamshedpur : क्रीड़ा भारती जमशेदपुर ने जीजामाता सम्मान समारोह 2025 में अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों की माताओं को किया सम्मानित
जमशेदपुर, 17 अगस्त 2025: क्रीड़ा भारती जमशेदपुर ने स्थानीय केबल वेलफेयर एसोसिएशन हॉल में जीजामाता सम्मान समारोह 2025 का आयोजन किया, जिसमें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का गौरव बढ़ाने वाले चार खिलाड़ियों की माताओं को सम्मानित किया गया। यह आयोजन उन माताओं के त्याग, समर्पण और प्रेरणा को समर्पित था, जिन्होंने अपने बच्चों को वैश्विक मंच पर देश का नाम रोशन करने के लिए तैयार किया। यह भावनात्मक और प्रेरणादायक समारोह मातृत्व और खेल भावना का अनूठा संगम रहा।कार्यक्रम का शुभारंभ भारत माता के समक्ष दीप प्रज्वलन और पुष्पांजलि के साथ हुआ, जिसने देशभक्ति का माहौल बनाया। इस अवसर पर क्रीड़ा भारती के अखिल भारतीय संगठन मंत्री श्री प्रसाद महानकर, द्रोणाचार्य और पद्मश्री पुरस्कार विजेता श्रीमती पूर्णिमा महतो, प्रभात खबर के संपादक श्री संजय मिश्रा, एशिया के अध्यक्ष श्री इंदर अग्रवाल, और क्षेत्रीय संगठन मंत्री श्री उमेश कुमार बतौर अतिथि उपस्थित थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री शिव शंकर सिंह ने की, जिन्होंने स्वागत भाषण और विषय प्रवेश के साथ समारोह की शुरुआत की।
कार्यक्रम में एक प्रभावशाली वृत्तचित्र दिखाया गया, जिसमें खिलाड़ियों की यात्रा और उनकी माताओं के अथक प्रयासों को दर्शाया गया। माताओं को स्मृति चिन्ह और शॉल भेंटकर सम्मानित किया गया, जो उनके योगदान का प्रतीक था। यह पल दर्शकों के लिए गहरी भावनाओं और प्रेरणा से भरा रहा।
श्रीमती पूर्णिमा महतो ने अपने संबोधन में खिलाड़ियों के शुरुआती संघर्षों और परिवार, खासकर माताओं, के समर्थन की अहमियत पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “खेल के क्षेत्र में प्रारंभिक दिनों में कई कठिनाइयाँ आती हैं, और यदि परिवार का साथ न हो, तो सफलता असंभव है।” उनके शब्दों ने उपस्थित लोगों को गहरी प्रेरणा दी।
श्री संजय मिश्रा ने इस अनूठे सम्मान की सराहना करते हुए कहा, “खिलाड़ियों को सम्मान देना आम बात है, लेकिन उनकी माताओं का सम्मान इससे भी बड़ा है।” उन्होंने इस आयोजन को सामाजिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण बताया।
श्री प्रसाद महानकर ने जीजामाता के जीवन से प्रेरणा लेते हुए कहा, “यदि जीजामाता नहीं होतीं, तो शिवाजी कभी वह शिवाजी नहीं बन पाते। आज हम उन माताओं को सम्मानित कर धन्य महसूस कर रहे हैं, जिन्होंने ऐसे पुत्र-पुत्रियों को जन्म दिया और तैयार किया, जो विश्व में भारत का परचम लहरा रहे हैं।
”जीजामाता सम्मान समारोह 2025 ने न केवल खिलाड़ियों की उपलब्धियों को सराहा, बल्कि माताओं के बलिदान को भी सामने लाया। क्रीड़ा भारती का यह आयोजन जमशेदपुर के लिए गर्व का क्षण रहा, जो परिवार और खेल के महत्व को रेखांकित करता है। अधिक जानकारी के लिए प्रभात खबर जैसे स्थानीय समाचार मंचों से जुड़े रहें।कीवर्ड्स: क्रीड़ा भारती, जीजामाता सम्मान समारोह, जमशेदपुर, खिलाड़ियों की माताएँ, खेल आयोजन 2025, पूर्णिमा महतो, संजय मिश्रा, प्रसाद महानकर, भारतीय खिलाड़ी, मातृ समर्थन।
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