NTTF Electric Innovation: छात्रों ने बनाई पर्यावरण के अनुकूल इलेक्ट्रिक कार, हरित भविष्य की ओर बड़ा कदम
कोटा के छात्रों ने टिकाऊ परिवहन की दिशा में बड़ा कदम उठाते हुए पर्यावरण के अनुकूल इलेक्ट्रिक फोर-व्हीलर तैयार किया। जानिए कैसे यह इनोवेशन भारत के हरित भविष्य का रास्ता खोलेगा।

जब भी भारत में टिकाऊ परिवहन की बात होती है, इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (EV) का नाम सबसे पहले लिया जाता है। इसी दिशा में कोटा के NTTF आर डी एजुकेशन टाटा टेक्निकल ट्रेंनिंग इंस्टीट्यूट के अंतिम वर्ष के मेकाट्रॉनिक्स छात्रों ने एक नया इतिहास रच दिया है। छात्रों ने एक ऐसा इलेक्ट्रिक फोर-व्हीलर डिज़ाइन और तैयार किया है, जो न केवल पर्यावरण के अनुकूल है, बल्कि भविष्य में भारत के ई-मोबिलिटी मिशन को नई रफ्तार दे सकता है।
इलेक्ट्रिक वाहनों का इतिहास और बदलती दुनिया
विश्व भर में 1990 के दशक में इलेक्ट्रिक कारों ने फिर से गति पकड़नी शुरू की थी। हालांकि इलेक्ट्रिक मोबिलिटी का विचार 19वीं सदी के अंत में ही सामने आ गया था, परंतु पेट्रोल-डीजल वाहनों के आगे यह दब कर रह गया। अब, बढ़ते प्रदूषण और जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों के बीच, दुनिया फिर से इलेक्ट्रिक व्हीकल्स को भविष्य का समाधान मान रही है। और अब कोटा के छात्रों ने भी इस ऐतिहासिक बदलाव में अपनी भागीदारी दर्ज कराई है।
कैसे बना यह विशेष इलेक्ट्रिक फोर-व्हीलर?
सीपी15 विभाग के चार छात्रों—अंकिता श्रीवास्तव (टीम लीडर), विशाल सरकार (सह-नेता), सोमिल दव राज और अमिताभ कुमार—ने मिलकर इस वाहन को विकसित किया। प्रोजेक्ट का मार्गदर्शन श्री कौशल कुमार ठाकुर ने किया, जबकि विभागाध्यक्ष अजीत कुमार, प्राचार्या प्रीता जॉन और सेक्शन इंचार्ज मनीष कुमार का भी मार्गदर्शन और सहयोग छात्रों को प्राप्त हुआ।
छात्रों ने विशेष ध्यान दिया कि यह वाहन पूरी तरह से रिचार्जेबल बैटरी पैक से चले, जिससे शून्य प्रदूषण हो। ऊर्जा दक्षता बढ़ाने के लिए इसमें उन्नत बैटरी तकनीक का उपयोग किया गया है, जो कम ऊर्जा में लंबी दूरी तय कर सकती है।
इलेक्ट्रिक फोर-व्हीलर की खासियतें
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पर्यावरण के अनुकूल: पेट्रोल-डीजल की जरूरत खत्म, शून्य टेलपाइप उत्सर्जन।
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ऊर्जा दक्षता: बैटरी एक चार्ज में शानदार दूरी तय करने में सक्षम।
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सुरक्षा: रिजनरेटिव ब्रेकिंग, एंटी-लॉक ब्रेकिंग सिस्टम (ABS), और इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल (ESC) जैसी सुविधाएँ।
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आरामदायक डिजाइन: यात्रियों के लिए विशाल और आरामदायक इंटीरियर।
छात्रों ने बताया कि उनका मुख्य उद्देश्य था टिकाऊ परिवहन को बढ़ावा देना, ऊर्जा खपत को कम करना और यात्रियों के लिए सुरक्षित तथा आरामदायक अनुभव सुनिश्चित करना।
आगे की योजना क्या है?
टीम अब इस इलेक्ट्रिक फोर-व्हीलर के डिज़ाइन को और परिष्कृत करने की योजना बना रही है। भविष्य में इस वाहन के व्यावसायीकरण और बड़े पैमाने पर उत्पादन की संभावनाओं पर भी काम किया जाएगा। इससे न केवल भारत के इलेक्ट्रिक मोबिलिटी मिशन को बल मिलेगा, बल्कि युवाओं के लिए भी नवाचार और स्टार्टअप्स के नए रास्ते खुलेंगे।
शैक्षणिक संस्थानों की बदलती भूमिका
यह परियोजना इस बात का बेहतरीन उदाहरण है कि कैसे आज के शैक्षणिक संस्थान केवल शिक्षा तक सीमित नहीं हैं, बल्कि समाज की बड़ी समस्याओं—जैसे प्रदूषण और ऊर्जा संकट—का समाधान खोजने में भी अहम भूमिका निभा रहे हैं। कोटा के इन छात्रों ने यह साबित कर दिया कि यदि सही मार्गदर्शन और उत्साह हो, तो युवा भी दुनिया को बदल सकते हैं।
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