Bokaro Bulldozer Action : सरकारी सड़क परियोजना पर अड़ा था अतिक्रमण, प्रशासन ने किया एक्शन!
कसमार-बरलंगा सड़क निर्माण में अड़चन बने अतिक्रमण पर प्रशासन का बड़ा एक्शन! मुआवजा लेने के बाद भी संरचनाएं नहीं हटाने वालों पर चला बुलडोजर। पूरी खबर यहां पढ़ें।

कसमार: झारखंड के कसमार-बरलंगा पथ निर्माण के लिए अधिग्रहित संरचनाओं को महीनों तक नहीं हटाने पर प्रशासन ने गुरुवार को बड़ी कार्रवाई की। पुलिस और दंडाधिकारियों की मौजूदगी में बुलडोजर चलाकर अतिक्रमण हटाया गया।
कैसे हुई कार्रवाई?
सड़क निर्माण के लिए कई रैयतों को मुआवजा दिया जा चुका था, लेकिन उन्होंने अपने मकान, चहारदीवारी और अन्य संरचनाओं को हटाने से इंकार कर दिया था। प्रशासन ने बार-बार नोटिस देने के बावजूद जब कोई असर नहीं दिखा, तो बेरमो अनुमंडल पदाधिकारी के निर्देश पर बुलडोजर की मदद से अतिक्रमण हटाया गया।
इस दौरान कार्यपालक दंडाधिकारी कुमार कनिष्क, कसमार सीओ प्रवीण कुमार, पुलिस अधिकारी रंजीत सिंह समेत भारी पुलिस बल मौजूद रहा।
गृहस्वामियों को दी गई आखिरी मोहलत!
प्रशासन ने सख्ती दिखाने से पहले गृहस्वामियों को दो घंटे का वक्त दिया, ताकि वे खुद ही अपनी संरचनाएं हटा सकें। लेकिन अधिकतर लोगों ने टस से मस होने से इनकार कर दिया, जिसके बाद बुलडोजर चलाने का फैसला लिया गया।
क्या बोले अधिकारी?
गंगा कंस्ट्रक्शन कंपनी के अधिकारी नरेंद्र कुमार पांडेय ने बताया कि सड़क निर्माण कार्य तेज गति से चल रहा है और अन्य अवैध संरचनाओं को भी जल्द हटाया जाएगा। प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया कि कुछ रैयतों का भुगतान तकनीकी कारणों से लंबित है, लेकिन जल्द ही उन संरचनाओं को भी हटाया जाएगा।
बिना हटा अतिक्रमण, सड़क निर्माण असंभव!
झारखंड में कई सरकारी परियोजनाएं अतिक्रमण और कानूनी अड़चनों के कारण अटकी पड़ी हैं। कसमार-बरलंगा सड़क निर्माण भी इसी समस्या से जूझ रहा था।
अब अन्य संरचनाओं पर भी चलेगा बुलडोजर!
प्रशासन ने साफ कर दिया है कि यदि शेष रैयत खुद से अपने निर्माण नहीं हटाते, तो उन पर भी बुलडोजर चलेगा। कसमार और आस-पास के लोगों के लिए यह सड़क बेहद जरूरी है, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों को बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी।
What's Your Reaction?






