जमशेदपुर का बेकाबू सांड आतंक – भुइयांडीह स्वर्णरेखा बर्निंग घाट के समीप सांड ने व्यक्ति को पटका, घायल

जमशेदपुर के भुइयांडीह स्वर्णरेखा बर्निंग घाट के पास एक बेकाबू सांड के हमले में राजेंद्र सिंह नामक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गए।

Jul 22, 2024 - 13:07
Jul 22, 2024 - 17:00
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जमशेदपुर का बेकाबू सांड आतंक – भुइयांडीह स्वर्णरेखा बर्निंग घाट के समीप सांड ने व्यक्ति को पटका, घायल
जमशेदपुर का बेकाबू सांड आतंक – भुइयांडीह स्वर्णरेखा बर्निंग घाट के समीप सांड ने व्यक्ति को पटका, घायल

सोमवार सुबह की एक चौंकाने वाली घटना में, सीतारामडेरा थाना क्षेत्र के भुइयांडीह स्वर्णरेखा बर्निंग घाट के पास एक बेकाबू सांड ने राजेंद्र सिंह नामक व्यक्ति को पटक दिया, जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए। राजेंद्र सिंह, जो निर्मल नगर होम पाइप के निवासी और वेल्डिंग का काम करते हैं, अपने घर से किसी काम के लिए बाहर निकले थे जब यह हादसा हुआ।

घटना का विवरण

सड़क किनारे से गुजर रहे राजेंद्र सिंह पर सांड ने अचानक हमला कर दिया। इस अप्रत्याशित हमले से क्षेत्र में हड़कंप मच गया और स्थानीय लोगों ने तुरंत घायल को एमजीएम अस्पताल पहुंचाया। सिर में गंभीर चोटों के कारण उनका इलाज चल रहा है। राजेंद्र सिंह के परिजन भी सूचना मिलते ही अस्पताल पहुंच गए हैं।

स्थानीय प्रतिक्रिया

इस घटना ने स्थानीय निवासियों के बीच डर और चिंता का माहौल पैदा कर दिया है। लोग अब सड़कों पर चलते समय सतर्कता बरत रहे हैं और अधिकारियों से अपील कर रहे हैं कि ऐसे बेकाबू जानवरों को नियंत्रित करने के उपाय किए जाएं।

विशेषज्ञ की राय

स्थानीय पशु चिकित्सक डॉ. अनिल वर्मा का कहना है कि गर्मियों के मौसम में सांडों का व्यवहार अक्सर आक्रामक हो जाता है, विशेषकर जब वे खुद को असुरक्षित महसूस करते हैं। उन्होंने स्थानीय प्रशासन से ऐसे मामलों में त्वरित और प्रभावी कार्रवाई की अपील की है।

सुरक्षात्मक उपाय

विशेषज्ञों की सलाह है कि लोग अपने आसपास के क्षेत्रों में सांडों या अन्य जंगली जानवरों को देखकर उनसे दूरी बनाए रखें और तुरंत अधिकारियों को सूचित करें। साथ ही, बच्चों और बुजुर्गों को अकेले बाहर न जाने देने की भी सलाह दी गई है।

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Chandna Keshri चंदना केशरी, जो गणित-विज्ञान में इंटरमीडिएट हैं, स्थानीय खबरों और सामाजिक गतिविधियों में निपुण हैं।