पोटका सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में गंभीर कमियां उजागर, बीडीओ के निरीक्षण में हुआ खुलासा
पोटका बीडीओ अभय कुमार द्विवेदी और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ. रजनी महाकुड़ ने नवनिर्मित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण किया। निरीक्षण में भवन में भारी सुविधाओं की कमी पाई गई, जिससे मरीजों के इलाज में कठिनाई हो सकती है।
पिछले कुछ समय से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में सुविधाओं की कमी और गुणवत्ता को लेकर शिकायतें आ रही थीं। इसी के मद्देनजर पोटका बीडीओ अभय कुमार द्विवेदी और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ. रजनी महाकुड़ ने एक टीम बनाकर नवनिर्मित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान नवनिर्मित भवन में सुविधाओं की भारी कमी देखी गई।
बीडीओ अभय कुमार द्विवेदी और प्रभारी डॉ. रजनी महाकुड़ ने कहा कि नवनिर्मित अस्पताल में कहीं भी वार्ड नजर नहीं आया। मरीजों का इलाज कहां होगा? प्रशिक्षण हॉल भी नहीं है। बैठक के लिए भी कोई कक्ष की व्यवस्था नहीं है। नवनिर्मित भवन में किस तरह से अस्पताल का संचालन होगा, इसको लेकर वे काफी चिंतित नजर आए। बीडीओ ने कहा कि कार्य में घोर लापरवाही बरती गई है और गुणवत्ता की काफी कमी है। कम मजदूरी की भी बातें सामने आ रही हैं। जब नवनिर्मित भवन में सुविधाओं की घोर कमी है, तो किस तरह से मरीजों को सुविधा मिल पाएगी? ओपीडी और चिकित्सक कक्ष काफी छोटे होने से मरीज और चिकित्सकों को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा।
भवन के बाहर नक्शा प्रदर्शित नहीं किया गया है। वर्षों से पोटका में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के निर्माण को लेकर काफी जद्दोजहद के बाद भवन निर्माण शुरू हुआ। पुराने नक्शे के आधार पर भवन का निर्माण किया जा रहा है। इस भवन का निर्माण 11 करोड़ रुपये की लागत से किया जा रहा है। इसमें 9 करोड़ रुपये केंद्र सरकार द्वारा प्रदत्त हैं और दो करोड़ राज्य सरकार द्वारा। इस मामले को लेकर टीम द्वारा एक संयुक्त रिपोर्ट उपायुक्त को सौंपी जाएगी। ठेकेदार ने कहा कि नक्शे के अनुसार ही भवन का निर्माण किया गया है और गुणवत्ता में किसी तरह की कमी नहीं है। इंजीनियर की देखरेख में गुणवत्तापूर्ण भवन का निर्माण किया जा रहा है।
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