Gaya Cyber Crime: मोबाइल चोरी के बाद हुआ UPI फ्रॉड, 58,500 रुपये लूटे गए, दो आरोपी गिरफ्तार
गया के सीताराम यादव का मोबाइल चोरी होने के बाद ठगों ने Google Pay से 58,500 रुपये निकाले, जानिए कैसे पुलिस ने CCTV की मदद से दोनों आरोपियों को पकड़ा।

बिहार के गया जिले से सटे देवघर में एक चौंकाने वाला साइबर अपराध सामने आया है। सौम्या गांव निवासी सीताराम कुमार यादव के मोबाइल की चोरी के बाद ठगों ने उनके Google Pay अकाउंट से 58,500 रुपये की अवैध निकासी कर दी। पुलिस ने CCTV फुटेज की मदद से दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
घटना की पूरी कहानी
1. 14 अप्रैल: सीताराम देवघर के जलसार पार्क के पास गाड़ी खड़ी करके चले गए, मोबाइल गाड़ी में ही छूट गया
2. मोबाइल चोरी: किसी अज्ञात व्यक्ति ने गाड़ी से मोबाइल चुरा लिया
3. 22 अप्रैल: चोरों ने मोबाइल का पासवर्ड डिएक्टिव कर Google Pay से 58,500 रुपये ट्रांसफर किए
4. गिरफ्तारी: पुलिस ने CCTV फुटेज की मदद से दोनों आरोपियों को पकड़ा
पुलिस की जांच में सामने आए महत्वपूर्ण तथ्य
- आरोपियों ने मोबाइल का पासवर्ड रीसेट कर दिया था
- UPI पिन का इस्तेमाल करके पैसे ट्रांसफर किए गए
- पैसे किसी तीसरे व्यक्ति के खाते में भेजे गए
- दोनों आरोपियों ने अपना अपराध स्वीकार किया है
साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों की सलाह
1. मोबाइल में रिमोट लॉक/इरेज़ फीचर एक्टिवेट रखें
2. UPI ऐप्स पर अतिरिक्त सुरक्षा लेयर जोड़ें
3. मोबाइल में SIM लॉक सुविधा का प्रयोग करें
4. बैंक को तुरंत सूचित करें अगर मोबाइल खो जाए
5. नियमित रूप से बैंक स्टेटमेंट चेक करते रहें
बिहार में साइबर क्राइम का बढ़ता ग्राफ (2023-24)
| जिला | मोबाइल चोरी केस | UPI फ्रॉड केस |
| पटना | 287 | 156 |
| गया | 132 | 89 |
| भागलपुर | 98 | 67 |
| देवघर | 76 | 53 |
पीड़ित की बयानी
सीताराम यादव ने बताया, "मैंने तुरंत नगर थाना में शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करके दोनों चोरों को पकड़ लिया। मैं साइबर थाना में भी शिकायत दर्ज करा रहा हूं ताकि मेरा पैसा वापस मिल सके।"
पुलिस अधिकारी का बयान
देवघर साइबर थाना के इंस्पेक्टर ने बताया, "हमने आरोपियों से पूछताछ जारी रखी है। उनके बैंक खातों की जांच की जा रही है। हम पैसे वापस दिलाने की पूरी कोशिश करेंगे।"
डिजिटल सुरक्षा पर ध्यान देना जरूरी
यह घटना हमें याद दिलाती है कि मोबाइल चोरी के बाद साइबर अपराध का खतरा बढ़ जाता है। हमें अपने डिजिटल भुगतान सिस्टम को सुरक्षित रखने के लिए हर संभव सावधानी बरतनी चाहिए।
What's Your Reaction?






