Farrukhabad Arrest: झारखंड से बरेली जा रही डेढ़ किलो अफीम की खेप पकड़ी गई!
उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद में कादरीगेट थाना पुलिस ने झारखंड के खूंटी जिले के एक युवक (रेवा हस्सा पूर्ति) को 1.5 किलो से अधिक अफीम के साथ गिरफ्तार किया। युवक खूंटी से बरेली तस्करी कर रहा था। पुलिस ने अवैध अफीम की खेती के अंतर्राज्यीय नेटवर्क पर जांच शुरू की।

उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जिले में कादरीगेट थाना पुलिस ने गुरुवार को एक बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस ने झारखंड के खूंटी जिले से आए एक युवक को डेढ़ किलो से अधिक अफीम के साथ गिरफ्तार किया। यह गिरफ्तारी न सिर्फ उत्तर प्रदेश में ड्रग्स की तस्करी के नेटवर्क का खुलासा करती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि झारखंड के सुदूरवर्ती इलाकों से अवैध मादक पदार्थ देश के अन्य राज्यों तक कैसे पहुंच रहे हैं।
झारखंड के खूंटी जिले का इतिहास लंबे समय से अवैध अफीम की खेती के लिए कुख्यात रहा है। वर्षों से यहां हजारों एकड़ जमीन पर अफीम की खेती की जाती रही है, जिसने इसे 'अफीम का गढ़' बना दिया है। अधिक मुनाफे के लालच में कई ग्रामीण इस खतरनाक और अवैध कारोबार से जुड़ जाते हैं। हालांकि इस वर्ष पुलिस प्रशासन ने बड़े पैमाने पर फसलों को नष्ट किया है, लेकिन इस गिरफ्तारी ने साबित कर दिया है कि यह अवैध धंधा पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है, बल्कि अब यह अंतर्राज्यीय तस्करी का रूप ले चुका है।
संदिग्ध हालत में पकड़ा गया तस्कर
कादरीगेट थाना पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि अवैध मादक पदार्थ की एक खेप जिले से गुजरने वाली है। इसी सूचना के आधार पर पुलिस ने घेराबंदी की। पुलिस सूत्रों के अनुसार, पांचालघाट पुल के पास एक युवक संदिग्ध अवस्था में खड़ा था और किसी वाहन का इंतजार कर रहा था।
पुलिस ने तत्काल युवक को हिरासत में लिया और उसकी तलाशी ली। तलाशी के दौरान उसके पास से भारी मात्रा में अफीम बरामद हुई, जिसका वजन डेढ़ किलो से अधिक था। यह खेप बाजार में करोड़ों रुपये की हो सकती है।
हिरासत में लिए गए युवक की पहचान रेवा हस्सा पूर्ति, निवासी पतराडीह गांव, मुरहू थाना क्षेत्र, खूंटी जिला (झारखंड) के रूप में हुई है। पूछताछ में खुलासा हुआ कि आरोपी खूंटी से अफीम लेकर बरेली बेचने जा रहा था।
फिलहाल, आरोपी के खिलाफ कादरीगेट थाना में नारकोटिक्स ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (NDPS) एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है और पुलिस ने उससे विस्तृत पूछताछ शुरू कर दी है।
खूंटी: अफीम की खेती का गढ़
इस घटना ने एक बार फिर खूंटी में चल रहे अवैध अफीम कारोबार की ओर ध्यान खींचा है। खूंटी के अलावा, अड़की, कर्रा, मुरहू, तोरपा, रनिया जैसे प्रखंडों के साथ-साथ रांची जिले के नामकुम, अनगड़ा, बुंडू, तमाड़ सहित कई इलाकों में यह अवैध खेती की जाती है।
पुलिस और प्रशासन ने इस साल विशेष अभियान चलाकर बड़े पैमाने पर अफीम की फसलों को नष्ट किया था। यहां तक कि ग्राम प्रधानों को नोटिस जारी कर जमीन सत्यापन की कार्रवाई भी की गई थी। पुलिस का दावा है कि कई जगहों पर फसल नष्ट कर दी गई थी, लेकिन कुछ इलाकों में यह खेती बच गई थी, जिसका परिणाम यह गिरफ्तारी है।
पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि रेवा हस्सा पूर्ति इस नेटवर्क की केवल एक कड़ी है या वह किसी बड़े अंतरराष्ट्रीय या अंतर्राज्यीय सिंडिकेट का हिस्सा है। इस तस्करी का मुख्य सरगना कौन है और बरेली में यह अफीम किसे सप्लाई की जानी थी, इन सभी सवालों के जवाब पुलिस की गहन जांच के बाद ही सामने आएंगे।
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