Dharki Murder : जंगल में धारदार हथियार से हत्या, जंगल में मिला 60 वर्षीय बुजुर्ग का शव
गढ़वा जिले के धुरकी के भंडार गांव में 60 वर्षीय बुजुर्ग की धारदार हथियार से गला काटकर हत्या। जंगल में चरवाहे का शव मिला। पुलिस जांच में जुटी।
गढ़वा जिले के धुरकी प्रखंड के भंडार गांव में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है।
60 वर्षीय छोटू भुइयां उर्फ भगत जी की धारदार हथियार से गला काटकर हत्या कर दी गई।
घटना ने पूरे इलाके को स्तब्ध कर दिया है।
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया और मामले की जांच शुरू कर दी है।
कैसे हुआ घटना का खुलासा?
छोटू भुइयां, जो इलाके में ओझागुणी का काम करते थे, गुरुवार की शाम अपने मवेशियों को जंगल में चराने गए थे।
देर रात तक घर वापस न लौटने पर परिवार को चिंता हुई।
- परिजनों ने खोजबीन शुरू की।
- उनकी बहू ने गांववालों को जानकारी दी।
- ग्रामीणों ने जंगल की ओर तलाश शुरू की।
रात में काफी खोजबीन के बाद भी कोई सुराग नहीं मिला।
तभी किसी ने उनके मोबाइल पर कॉल किया। रिंगटोन की आवाज ने उनकी लोकेशन का पता दिया।
जब लोग वहां पहुंचे तो उनका शव मिला, और गर्दन धारदार हथियार से कटा हुआ था।
परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
छोटू भुइयां के परिवार में पहले से ही संघर्ष था।
- उनकी पत्नी की मौत कई साल पहले हो चुकी है।
- उनके दो बेटे हैं, जो बाहर मजदूरी करते हैं।
- छोटू भी बाहर जाना चाहते थे, लेकिन बेटों ने उन्हें गांव और घर की जिम्मेदारी संभालने को कहा था।
घर पर उनकी बड़ी बहू ही अकेली थीं।
अब परिवार पर यह दुखद घटना एक और घाव बनकर आई है।
पुलिस की जांच और ग्रामीणों का आक्रोश
शुक्रवार सुबह घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची।
- थाना प्रभारी उपेंद्र कुमार ने घटनास्थल का निरीक्षण किया।
- शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा गया।
- पुलिस ने कहा कि हर पहलू पर जांच की जा रही है।
- दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया गया है।
ग्रामीणों का कहना है कि इस तरह की घटनाओं ने गांव की शांति भंग कर दी है।
ग्रामीण मुखिया रघुनाथ सिंह, अनिरुद्ध गुप्ता, और अन्य नेताओं ने जल्द न्याय की मांग की है।
धुरकी में क्यों बढ़ रहे हैं अपराध?
झारखंड के कई ग्रामीण क्षेत्रों में अपराध का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है।
- जंगल और दूरदराज के इलाके कानून-व्यवस्था के लिए चुनौती बने हुए हैं।
- अपराधिक घटनाओं में तेजी से वृद्धि हो रही है।
- सुरक्षा की कमी और बेरोजगारी जैसे कारण इन क्षेत्रों में अपराध को बढ़ावा दे रहे हैं।
ग्रामीणों की क्या मांग है?
- क्षेत्र में पुलिस पेट्रोलिंग बढ़ाई जाए।
- जंगलों में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम हों।
- अपराधियों को जल्द पकड़कर सजा दी जाए।
ग्रामीणों का कहना है कि अगर इन समस्याओं का समाधान नहीं हुआ तो वे आंदोलन करने पर मजबूर होंगे।
घटना ने छोड़ा अनसुलझा सवाल
छोटू भुइयां की हत्या ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं:
- हत्या के पीछे की वजह क्या थी?
- क्या यह पुरानी दुश्मनी का नतीजा है?
- अपराधियों का मकसद क्या था?
पुलिस का कहना है कि वह जल्द ही मामले का खुलासा करेगी।
कब मिलेगा न्याय?
भंडार गांव में छोटू भुइयां की हत्या ने पूरे इलाके को हिला दिया है।
यह घटना न केवल कानून व्यवस्था पर सवाल उठाती है, बल्कि ग्रामीण इलाकों में बढ़ते अपराधों की गंभीरता को भी दिखाती है।
परिजन और ग्रामीण जल्द से जल्द न्याय की उम्मीद कर रहे हैं।
आपकी क्या राय है, क्या झारखंड में अपराध रोकने के लिए कुछ और कदम उठाए जाने चाहिए? अपनी राय कमेंट में बताएं।
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