Dhanbad Robbery Shocker : कोयला कारोबारी के बंद घर से 40 लाख के जेवरात और कैश गायब, इलाके में हड़कंप
धनबाद में कोयला कारोबारी के बंद घर को चोरों ने निशाना बनाया। 40 लाख के आभूषण और 90 हजार नगद गायब। इलाके में सनसनी, पुलिस जांच में जुटी।
कोयले की राजधानी कहे जाने वाले धनबाद में एक बार फिर चोरी की बड़ी घटना ने पूरे इलाके को हिला दिया है। बरोरा थाना क्षेत्र के हरिणा बगान काली मंदिर के पास स्थित कोयला कारोबारी राजेंद्र सिंह उर्फ़ जिंदा सिंह के बंद घर को चोरों ने निशाना बनाया।
जानकारी के मुताबिक, कारोबारी का पूरा परिवार रांची गया हुआ था। इसी बीच, चोरों ने मौका पाकर घर का ताला तोड़ा और लाखों रुपये के आभूषण और नगदी लेकर फरार हो गए।
चोरों ने उड़ाए 40 लाख के जेवर
कारोबारी के पुत्र रमित सिंह ने बताया कि जब पड़ोसियों से फोन पर ताले टूटने की खबर मिली, तो वे आनन-फानन में घर पहुंचे। घर का नजारा देख सबके होश उड़ गए। कमरों में बिखरी अलमारियां और टूटी पेटियां साफ इशारा कर रही थीं कि चोर पूरे प्लानिंग के साथ आए थे। शुरुआती जांच में पता चला कि चोर लगभग 90 हजार रुपये नकद और करीब 40 लाख रुपये मूल्य के आभूषण ले उड़े।
हालांकि रमित सिंह ने कहा कि घर की महिलाएं अभी रांची में हैं और जब तक वे वापस नहीं आतीं, तब तक चोरी गए आभूषणों का पूरा आकलन संभव नहीं होगा।
पुलिस की जांच शुरू
घटना की सूचना मिलते ही बरोरा थाना पुलिस मौके पर पहुंची और पूरे मामले की जांच शुरू की। पुलिस ने फिंगरप्रिंट और आस-पास लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगालने का काम शुरू किया है। फिलहाल यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि चोरी कितने लोगों ने और किस तरीके से अंजाम दी।
पुलिस का मानना है कि चोर इलाके की स्थिति और परिवार की गैरमौजूदगी की जानकारी पहले से रखते थे। यह किसी इनसाइडर इनपुट का मामला भी हो सकता है।
इलाके में दहशत का माहौल
इस चोरी के बाद हरिणा बगान और आसपास के इलाके के लोगों में खौफ का माहौल है। लोगों का कहना है कि अगर मंदिर के ठीक पास और इतने घनी आबादी वाले इलाके में चोरी हो सकती है, तो कहीं भी कुछ भी हो सकता है।
पड़ोसियों ने बताया कि घर बंद देखकर कुछ लोगों को शक तो हुआ था, लेकिन बारिश और अंधेरे की वजह से किसी ने ध्यान नहीं दिया। जब ताला टूटा देखा गया, तभी परिवार को खबर दी गई।
पुलिस पर उठ रहे सवाल
स्थानीय लोगों ने पुलिस गश्त पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि अगर रात में गश्त सही से होती तो चोरों के लिए इतनी बड़ी चोरी करना आसान नहीं होता। साथ ही, लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि इलाके में सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाए और रात में गश्त सख्त की जाए।
बड़ा सवाल
इस घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि आखिर धनबाद जैसे संवेदनशील जिले में कोयला कारोबारियों और उनके परिवारों की सुरक्षा को लेकर ठोस इंतजाम क्यों नहीं किए जाते? क्या यह वारदात सिर्फ चोरी है या इसके पीछे किसी संगठित गिरोह का हाथ है?
धनबाद की यह चोरी सिर्फ एक परिवार का नुकसान नहीं, बल्कि पूरे इलाके की सुरक्षा व्यवस्था पर सवालिया निशान है। अभी तक का अनुमान है कि करीब 40 लाख के जेवरात और नगदी गायब हुए हैं, लेकिन असली आंकड़ा महिलाओं के लौटने के बाद सामने आएगा।
अब देखना यह है कि पुलिस इस हाई-प्रोफाइल चोरी का कितना जल्दी पर्दाफाश कर पाती है और क्या अपराधियों को पकड़कर इलाके में सुरक्षा का भरोसा लौटा पाती है।
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