Bokaro Dowry Case : नवविवाहिता सुषमा कुमारी की मौत, दहेज प्रताड़ना की आशंका
बोकारो में नवविवाहिता सुषमा कुमारी की रहस्यमय मौत, परिजनों ने दहेज प्रताड़ना और हत्या की आशंका जताई। पुलिस जांच में जुटी, सीसीटीवी और पति से पूछताछ जारी।
बोकारो: झारखंड के बोकारो जिले से एक दर्दनाक और रहस्यमय मामला सामने आया है, जिसने पूरे इलाके को सकते में डाल दिया है। बोकारो स्टील सिटी के सेक्टर 9A, स्ट्रीट नंबर-2, आवास संख्या-377 से मिली खबर के अनुसार, नवविवाहिता सुषमा कुमारी की मौत रहस्यमय परिस्थितियों में हो गई। सुषमा की शादी 20 अप्रैल को हुई थी और शादी के बाद से ही उसके परिवार ने उसकी दहेज प्रताड़ना की आशंका जताई थी।
घटना का विवरण
सुबह करीब 11 बजे, सुषमा की बड़ी बहन स्वीटी को सुषमा के पति ऋतिक का फोन आया। इस फोन कॉल में ऋतिक ने सुषमा के अचानक बेहोश होने की जानकारी दी। स्वीटी तुरंत घटनास्थल पर पहुंची और देखा कि सुषमा बेड पर अचेत पड़ी हुई थी। परिजनों ने उसे तुरंत बोकारो जनरल हॉस्पिटल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
पुलिस जांच और प्रारंभिक रिपोर्ट
हरला थानेदार अनिल कश्यप ने बताया कि प्रारंभिक जांच में मामला आत्महत्या जैसा प्रतीत हो रहा है। लेकिन उन्होंने स्पष्ट किया कि पूर्ण अनुसंधान और साक्ष्यों की पड़ताल के बाद ही यह तय किया जा सकेगा कि यह आत्महत्या है या हत्या।
इस घटना के समय सुषमा का पति ऋतिक घर पर मौजूद था, जिसे पुलिस ने पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। पुलिस ने घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज भी जब्त किए हैं और पड़ोसियों व रिश्तेदारों से बयान ले रही है।
दहेज प्रताड़ना का शक
सुषमा के परिजन का कहना है कि शादी के बाद से ही सुषमा पर चार पहिया वाहन और नकदी लाने का दबाव बनाया जा रहा था। उन्होंने यह भी आशंका जताई कि दहेज की मांग और प्रताड़ना के चलते यह घटना हुई हो सकती है। यह मामला एक बार फिर समाज में दहेज प्रताड़ना की समस्या को उजागर करता है, जिसे लेकर लोगों में गहरी नाराजगी और चिंता है।
इतिहास और सामाजिक परिप्रेक्ष्य
झारखंड में पिछले वर्षों में कई ऐसे मामले सामने आए हैं, जहां नवविवाहिता महिलाओं को दहेज की मांग के कारण प्रताड़ित किया गया। 2015 से 2024 के बीच राज्य में दर्जनों मामले दहेज उत्पीड़न और उससे जुड़े हत्याकांडों के थे। सरकार और पुलिस द्वारा समय-समय पर जागरूकता अभियान चलाए गए हैं, लेकिन ग्रामीण और शहरी इलाकों में यह समस्या अभी भी जिंदा है।
सामाजिक कार्यकर्ताओं का कहना है कि दहेज प्रताड़ना के खिलाफ कड़े कानून हैं, लेकिन सच्ची रोकथाम तभी संभव है जब समाज भी जागरूक हो और ऐसे मामलों की सूचना तुरंत पुलिस को दी जाए।
पुलिस की आगामी कार्रवाई
हरला थाना पुलिस ने बताया कि वे इस मामले में पूरी गंभीरता से जांच कर रही हैं। जल्द ही मेडिकल रिपोर्ट, सीसीटीवी फुटेज और अन्य सबूतों के आधार पर पूरी सच्चाई सामने आएगी। पुलिस ने आसपास के लोगों से भी अपील की है कि यदि इस घटना से जुड़ी कोई जानकारी हो तो उन्हें सूचित करें।
इस घटना ने एक बार फिर से यह संदेश दिया है कि दहेज प्रताड़ना और नवविवाहिता की सुरक्षा राज्य और समाज के लिए गंभीर मुद्दा है।
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