Bokaro Accident Mystery: बाइक पर जा रहे दो भाइयों को कुचल गया अनजान चारपहिया वाहन, एक की मौत, दूसरा अस्पताल में जिंदगी से जंग लड़ रहा
बोकारो के सेक्टर 5 में एक दर्दनाक सड़क हादसे में एक युवक की मौत हो गई, जबकि दूसरा गंभीर रूप से घायल हो गया। बाइक को पीछे से आए अज्ञात चारपहिया वाहन ने टक्कर मारी थी। पुलिस जांच में जुटी है।

बोकारो स्टील सिटी, जिसे एक समय देश की औद्योगिक राजधानी कहा जाता था, अब हादसों का अड्डा बनता जा रहा है। रविवार रात को सेक्टर 6 थाना क्षेत्र के सेक्टर 5 पुस्तकालय मैदान मोड़ के पास जो कुछ हुआ, उसने एक बार फिर शहर को झकझोर कर रख दिया।
रात का वक्त, दो चचेरे भाई बाइक पर सवार होकर पत्थर कट्टा की ओर से चीराचास की तरफ बढ़ रहे थे। शायद उन्हें अंदाजा भी नहीं रहा होगा कि यह रास्ता उनके लिए ज़िंदगी और मौत का मोड़ बन जाएगा।
एक टक्कर, दो ज़िंदगियां, और एक अनजान वाहन
गौरतलब है कि दोनों युवक जब मोड़ पार कर ही रहे थे, तभी पीछे से तेज रफ्तार में आ रहे एक अज्ञात चारपहिया वाहन ने उन्हें सीधी टक्कर मार दी। टक्कर इतनी ज़ोरदार थी कि बाइक सवार दोनों युवक सड़क पर दूर जा गिरे।
इस भीषण टक्कर में अंकित कुमार, जो कि चीरा चास थाना क्षेत्र के तुरी मोहल्ले का निवासी था, की मौके पर ही मौत हो गई। उसका चचेरा भाई सुमित कुमार गंभीर रूप से घायल हो गया। स्थानीय लोगों की मदद से सुमित को तुरंत बोकारो जनरल अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी हालत अब भी नाजुक बनी हुई है।
घटना के बाद सन्नाटा, परिजन सदमे में
घटना के तुरंत बाद पूरे इलाके में सन्नाटा छा गया। परिजन जब अस्पताल पहुंचे, तो चीख-पुकार मच गई। अंकित के माता-पिता सदमे में हैं, उन्हें अब भी विश्वास नहीं हो रहा कि उनका बेटा, जो कुछ समय पहले हंसता-खेलता घर से निकला था, अब कभी वापस नहीं लौटेगा।
वहीं सुमित, जो इस हादसे में घायल है, अब अस्पताल में ज़िंदगी और मौत की लड़ाई लड़ रहा है। डॉक्टरों की एक टीम उसका इलाज कर रही है और पुलिस भी बयान लेने की कोशिश कर रही है।
पुलिस जांच में जुटी, पर सवाल कई
सेक्टर 6 पुलिस ने इस मामले में अज्ञात वाहन के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है। लेकिन अब तक उस वाहन का कोई सुराग नहीं मिल सका है जिसने यह हादसा किया। न कोई नंबर प्लेट देखा गया, न कोई गवाह सामने आया है जो बता सके कि वाहन किस दिशा से आया और कहां गया।
इससे यह सवाल उठता है कि क्या शहर में लगे सीसीटीवी कैमरे भी इस हादसे को कैद नहीं कर सके? क्या यह सिर्फ एक हादसा था या कुछ और? और अगर ये वाहन शहर से बाहर जा चुका है, तो क्या पुलिस समय रहते पकड़ पाएगी?
बोकारो में हादसों का इतिहास
बोकारो में सड़क हादसे अब आम हो चले हैं। बीते दो सालों में सेक्टर 4, सेक्टर 5 और चीराचास क्षेत्र में कई ऐसे मामले सामने आ चुके हैं जहां अज्ञात वाहन ने आम लोगों की जान ले ली, और वाहन चालक मौके से फरार हो गया।
पुलिस हर बार केस दर्ज कर जांच का दावा करती है, लेकिन नतीजे अक्सर शून्य होते हैं। क्या यह लापरवाही का नतीजा है या सिस्टम की कमजोरी?
अंकित की मौत, सुमित की लड़ाई और न्याय की उम्मीद
अंकित अब इस दुनिया में नहीं है, लेकिन उसके परिजन और उसका घायल भाई सुमित अब भी न्याय की आस लगाए बैठे हैं। बोकारो जैसे उभरते शहर में अगर ऐसे हादसे लगातार होते रहे और दोषी खुलेआम घूमते रहे, तो आम नागरिकों की सुरक्षा पर बड़ा सवाल उठ खड़ा होता है।
यह सिर्फ एक सड़क दुर्घटना नहीं, बल्कि सिस्टम की परीक्षा है। देखना यह है कि क्या बोकारो पुलिस इस बार सिर्फ रिपोर्ट दर्ज कर अपनी फाइलें पूरी करेगी, या अंकित की मौत के दोषी को सच में सजा दिला पाएगी?
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