Bokaro Murder: गमछे से युवक की गला दबाकर हत्या, कुत्ते ने खोला राज!
बहादुरपुर में रविवार की सुबह तेलीडीह निवासी युवक की गला दबाकर हत्या कर दी गई। चार लोगों ने खिड़की से घर में घुसकर वारदात को अंजाम दिया। पुलिस ने डॉग स्क्वायड की मदद से जांच तेज कर दी है।

धनबाद के पिंड्राजोरा थाना क्षेत्र के बहादुरपुर टोला मानटांड़ में रविवार की तड़के एक सनसनीखेज वारदात ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया। 35 वर्षीय सुमित कुमार महतो, जो कि तेलीडीह बस्ती का निवासी था और एक स्थानीय ईंट भट्ठा कारोबारी तथा जमीन व्यवसायी था, की गमछे से गला घोंटकर हत्या कर दी गई। घटना की यह वारदात जितनी खौफनाक है, उससे भी ज्यादा रहस्यमयी है!
चार अपराधी, एक खिड़की और एक गमछा!
रात के लगभग तीन बजे, जब पूरा गांव नींद में था, चार अज्ञात लोग घर की खिड़की के सहारे छत पर चढ़े और सीढ़ी से होते हुए भीतर घुसे। सुमित अपने मित्र शिबू महतो के घर सोया हुआ था। शिबू जमीन पर और सुमित खटिया पर। उसी दौरान खटपट की आवाज से शिबू की नींद खुली। उसने देखा कि चार लोग सुमित के गले में गमछा कस कर मारपीट कर रहे थे।
शिबू ने जब विरोध किया तो उन अपराधियों ने उसे भी जान से मारने की धमकी दी। वह घबराकर बगल के भुसा गोप के घर भागा और घटना की सूचना दी।
इतिहास में भी हुए हैं इस इलाके में गला दबाकर हत्याएं
धनबाद और उसके आसपास के इलाकों में गला घोंटकर हत्या की घटनाएं कोई नई नहीं हैं। 2018 में इसी थाना क्षेत्र के भालगोड़वा गांव में भी एक बुजुर्ग की ऐसी ही तरीके से हत्या हुई थी, और उसमें भी शुरुआती सुराग कुत्ते के भौंकने से ही मिले थे।
डॉग स्क्वायड की जांच और चप्पल की गवाही
पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए डॉग स्क्वायड को बुलाया। कुत्ते ने सटीक काम करते हुए सबसे पहले गमछे को सूंघा और सीधे भुसा गोप के घर जा पहुंचा, जहां उसने एक चप्पल को सूंघा। पूछताछ में भुसा गोप ने बताया कि वह घटना के बाद घटनास्थल पर गया था।
इस आधार पर पुलिस ने सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालनी शुरू की और बहादुरपुर रोड से गुजरने वाले हर व्यक्ति और वाहन की जांच तेज कर दी है।
परिजनों का आक्रोश, सड़क जाम
हत्या की खबर जैसे ही सुमित के परिजनों और गांव वालों को मिली, उन्होंने शव लदे वाहन को तेलीडीह मोड़ फोरलेन एनएच-23 पर रोक दिया और जिला अध्यक्ष निमाई महतो के नेतृत्व में सड़क को पूरी तरह से जाम कर दिया। परिजन घटना की CBI स्तर की जांच और डॉग स्क्वायड बुलाने की मांग कर रहे थे।
करीब आधे घंटे के मान-मनौवल के बाद पुलिस के आश्वासन पर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।
कौन था सुमित महतो?
सुमित अविवाहित था और पिछले चार वर्षों से बहादुरपुर में अपना घर बनाकर वहीं रह रहा था। उसके भाई अनिल महतो के अनुसार वह एक शांत, सरल और बेहद मिलनसार व्यक्ति था। उसका किसी से कोई विवाद नहीं था, जिससे हत्या की वजह और भी रहस्यमयी बन जाती है।
पुलिस का दावा: जल्द करेंगे खुलासा
पिंड्राजोरा थाना प्रभारी विवेक कुमार पांडे के नेतृत्व में पुलिस की टीम लगातार छानबीन कर रही है। अधिकारी दावा कर रहे हैं कि बहुत जल्द हत्यारों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
बहादुरपुर की यह हत्या महज एक अपराध नहीं, बल्कि एक गहराते रहस्य की तरह सामने आई है। गमछा, कुत्ते की भौंक और चप्पल जैसी छोटी-छोटी कड़ियां इस गुत्थी को सुलझाने में मदद कर रही हैं। क्या पुलिस जल्द खुलासा कर पाएगी या यह मामला भी फाइलों में दफन हो जाएगा?
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