Dhanbad Loot Mystery: टाटा फ्लैट से 5 लाख की गहनों की चोरी, वृद्धा से दिनदहाड़े चैन स्नैचिंग
धनबाद के डिगवाडीह में टाटा कर्मचारी के फ्लैट में चोरी और हरिहरपुर में वृद्धा से चेन स्नैचिंग की घटना से इलाके में दहशत फैल गई है, पुलिस जांच में जुटी है।

टाटा कर्मचारी मानस मुखर्जी का डिगवाडीह स्थित फ्लैट उस समय चोरों का निशाना बन गया, जब वह सपरिवार पूजा के लिए पैतृक गांव चंदनकियारी गए हुए थे।
घटना शनिवार रात की है, जब तेज आंधी-पानी के बीच चोरों ने उनके फ्लैट का ताला तोड़कर 17 हजार नकद और करीब पांच लाख रुपये के गहने पार कर दिए।
परिवार पूजा में, चोरों ने की प्लानिंग
मानस मुखर्जी ने बताया कि वे शनिवार को पूजा-पाठ में शामिल होने के लिए पत्नी और बच्चों के साथ चंदनकियारी स्थित गांव गए थे।
मौसम खराब होने के कारण उन्होंने रात वहीं बिताई। सुबह जब पड़ोसियों ने फोन कर बताया कि उनके फ्लैट का ताला टूटा हुआ है, तो वे तुरंत लौटे।
घर पहुंचते ही देखा कि मुख्य दरवाजे का ताला टूटा हुआ था और अंदर की अलमारी खाली।
चोरों ने की थी पूरी तैयारी
चोरों ने बड़ी ही सटीकता से वारदात को अंजाम दिया।
घर के अंदर से सोने की चार जोड़ी बाली, दो जोड़ी झुमका, एक चेन, दो अंगूठी, नथनी के आठ पीस, चांदी के चम्मच, कटोरी, गिलास और पुराने सिक्के तक चुरा लिए गए।
इन सभी सामानों की कुल कीमत लगभग पांच लाख रुपये बताई जा रही है।
सूचना मिलते ही जोड़ापोखर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है, परंतु अब तक चोरों का कोई सुराग नहीं मिला है।
चोरी की घटनाएं बनी आम
स्थानीय लोगों का कहना है कि जोड़ापोखर थाना क्षेत्र में बीते कुछ महीनों में चोरी और लूट की घटनाएं तेजी से बढ़ी हैं।
एक सप्ताह पहले ही टाटा कोल वाशरी में एक निजी सुरक्षा गार्ड को गोली मार कर घायल कर दिया गया था।
अब मानस मुखर्जी के फ्लैट की चोरी ने फिर से सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़ा कर दिया है।
Hariharganj में वृद्धा से दिनदहाड़े लूट
चोरी की इन घटनाओं के बीच हरिहरपुर थाना क्षेत्र में भी रविवार को एक 75 वर्षीय वृद्धा कारी देवी को लूट का शिकार बनाया गया।
शाम को अपने घर के बाहर टहल रही कारी देवी के गले से बाइक सवार दो युवकों ने एक लाख रुपये की सोने की चेन छीन ली और फरार हो गए।
घटना की चौंकाने वाली बात यह है कि यह दिनदहाड़े एक सार्वजनिक स्थान पर हुई, जहां लोग मौजूद थे, लेकिन आरोपी आराम से लोको बाजार की ओर भाग निकले।
वृद्धा के पुत्र ने बताया कि वह चेन पारिवारिक विरासत थी और इसकी कीमत लगभग एक लाख रुपये थी।
पुलिस की जांच या लाचारगी?
दोनों मामलों में पुलिस ने जांच शुरू कर दी है, परंतु स्थानीय लोगों में गहरी नाराजगी है।
उनका कहना है कि पुलिस केवल खानापूर्ति कर रही है, जबकि अपराधी खुलेआम घूम रहे हैं।
डिगवाडीह और हरिहरपुर जैसे घनी आबादी वाले इलाकों में चोरी और लूट की वारदातें सुरक्षा व्यवस्था की असफलता को उजागर कर रही हैं।
इतिहास भी कर चुका है आगाह
धनबाद और आस-पास के इलाके पहले भी सुनियोजित चोरी और लूटपाट के लिए बदनाम रहे हैं।
2019 और 2021 में भी टाटा वर्कर्स कॉलोनी में इसी तरह रात में घर में घुसकर की गई चोरियों की खबरें सुर्खियों में थीं।
मगर तब भी कोई ठोस कार्रवाई सामने नहीं आई।
Dhanbad में हो रही ये वारदातें आम जनता के मन में डर पैदा कर रही हैं।
क्या पुलिस अपनी भूमिका निभा रही है या सिर्फ कागजी कार्रवाई में व्यस्त है?
चोरी और लूट की इन घटनाओं से अब यही सवाल उठता है—"कब सुरक्षित होगा आम आदमी का घर और गली?"
What's Your Reaction?






