Ranchi Strike: सलमान गिरफ्तार, लेवी वसूली पर निकले TSPC उग्रवादी को पुलिस ने दबोचा, खलारी में बड़ी घेराबंदी

रांची के खलारी में पुलिस ने नक्सल विरोधी अभियान के तहत टीएसपीसी के सक्रिय उग्रवादी सलमान खान को देशी कट्टे और कारतूस के साथ गिरफ्तार कर लिया है। देवा उर्फ दरोगा दस्ते के इस गुर्गे की गिरफ्तारी ने लेवी वसूली के उस सिंडिकेट को तोड़ दिया है जिसने हाल ही में फायरिंग कर पूरे इलाके में दहशत फैला दी थी। नक्सलियों के इस हाई-प्रोफाइल नेटवर्क और पुलिस की सर्जिकल स्ट्राइक की पूरी हकीकत यहाँ दी गई है।

Dec 19, 2025 - 17:48
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Ranchi Strike: सलमान गिरफ्तार, लेवी वसूली पर निकले TSPC उग्रवादी को पुलिस ने दबोचा, खलारी में बड़ी घेराबंदी
Ranchi Strike: सलमान गिरफ्तार, लेवी वसूली पर निकले TSPC उग्रवादी को पुलिस ने दबोचा, खलारी में बड़ी घेराबंदी

रांची/खलारी, 19 दिसंबर 2025 – झारखंड की राजधानी रांची के सीमावर्ती खलारी थाना क्षेत्र में पुलिस ने नक्सल विरोधी अभियान (Anti-Naxal Operation) के तहत एक बड़ी कामयाबी हासिल की है। पुलिस ने प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन TSPC (तृतीय सम्मेलन प्रस्तुति कमेटी) के एक सक्रिय सदस्य को उस समय गिरफ्तार कर लिया जब वह लेवी (अवैध टैक्स) वसूलने के लिए अपने साथियों के साथ निकला था। इस कार्रवाई ने साबित कर दिया है कि झारखंड पुलिस अब उग्रवादियों के सुरक्षित ठिकानों और उनके सूचना तंत्र को पूरी तरह ध्वस्त करने के लिए कमर कस चुकी है।

खलारी का इतिहास: कोयला, लेवी और उग्रवाद का त्रिकोण

खलारी और चतरा-रांची का सीमावर्ती इलाका दशकों से उग्रवादी संगठनों के लिए 'कमीशन' और 'लेवी' का सबसे बड़ा केंद्र रहा है। यहाँ का कोयला उद्योग उग्रवादियों की फंडिंग का मुख्य स्रोत माना जाता है। 2000 के दशक की शुरुआत से ही एमसीसी और बाद में टीएसपीसी जैसे संगठनों ने यहाँ अपना वर्चस्व स्थापित करने के लिए कई हिंसक वारदातों को अंजाम दिया है। ऐतिहासिक रूप से यह क्षेत्र अपनी भौगोलिक जटिलता के कारण उग्रवादियों के लिए सुरक्षित पनाहगाह रहा है, लेकिन हाल के वर्षों में पुलिस की सख्ती के बाद ये संगठन कमजोर तो हुए हैं, लेकिन 'लेवी' के लिए छिटपुट फायरिंग कर दहशत फैलाने की कोशिशें अभी भी जारी हैं।

16 दिसंबर की फायरिंग और एसएसपी का एक्शन

इस ताजा कार्रवाई की नींव 16 दिसंबर 2025 को पड़ी थी। उस दिन खलारी थाना क्षेत्र में टीएसपीसी के उग्रवादियों ने लेवी वसूली के लिए अंधाधुंध फायरिंग की थी, जिसका उद्देश्य कोयला व्यवसायियों और ठेकेदारों के मन में डर पैदा करना था।

  • विशेष टीम का गठन: घटना को चुनौती मानते हुए रांची के एसएसपी राकेश रंजन ने एक विशेष छापामारी टीम का गठन किया।

  • जंगलों में सर्च ऑपरेशन: टीम ने खलारी के पहाड़ी और घने जंगली इलाकों में लगातार सघन तलाशी अभियान चलाया।

घेराबंदी और सलमान खान की गिरफ्तारी

सर्च ऑपरेशन के दौरान पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि टीएसपीसी के सब-जोनल कमांडर देव जी के दस्ते के सदस्य मोटरसाइकिल से लेवी वसूलने के लिए निकलने वाले हैं। पुलिस ने तुरंत जाल बिछाया।

  1. मुठभेड़ जैसी स्थिति: पुलिस को देखते ही उग्रवादी भागने लगे।

  2. दबोचा गया उग्रवादी: पुलिस ने बहादुरी दिखाते हुए सलमान खान नामक उग्रवादी को मौके पर ही पकड़ लिया। हालांकि, घने जंगल का फायदा उठाकर उसके कुछ अन्य साथी भागने में सफल रहे।

बरामदगी और उग्रवादी का विवरण

विवरण जानकारी
गिरफ्तार उग्रवादी सलमान खान (देवा उर्फ दरोगा दस्ता)
हथियार 01 देशी कट्टा
गोला-बारूद 01 जिंदा कारतूस
वाहन 01 मोटरसाइकिल
डिजिटल साक्ष्य 01 मोबाइल फोन

देवा उर्फ दरोगा दस्ते का खौफनाक नेटवर्क

पूछताछ में यह सामने आया कि सलमान खान टीएसपीसी के शीर्ष कमांडर देवा उर्फ दरोगा के दस्ते का बेहद भरोसेमंद सदस्य है। वह संगठन के लिए न केवल लेवी वसूली करता था, बल्कि मोबाइल के जरिए व्यवसायियों को धमकाने और फायरिंग कर दहशत फैलाने जैसी गतिविधियों में मुख्य भूमिका निभाता था। पुलिस अब उसके मोबाइल से उन संपर्कों की तलाश कर रही है जो उग्रवादियों को रसद और सूचनाएं पहुँचाते थे।

निष्कर्ष: उग्रवाद पर अंतिम चोट

खलारी पुलिस की इस सफलता ने टीएसपीसी के 'लेवी सिंडिकेट' को बड़ा झटका दिया है। पुलिस का कहना है कि फरार उग्रवादियों की पहचान हो चुकी है और उन्हें जल्द ही सलाखों के पीछे भेज दिया जाएगा। रांची पुलिस ने स्पष्ट संदेश दिया है कि विकास कार्यों में बाधा डालने वाले और बंदूक के दम पर उगाही करने वालों के लिए झारखंड में कोई जगह नहीं है।

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Manish Tamsoy मनीष तामसोय कॉमर्स में मास्टर डिग्री कर रहे हैं और खेलों के प्रति गहरी रुचि रखते हैं। क्रिकेट, फुटबॉल और शतरंज जैसे खेलों में उनकी गहरी समझ और विश्लेषणात्मक क्षमता उन्हें एक कुशल खेल विश्लेषक बनाती है। इसके अलावा, मनीष वीडियो एडिटिंग में भी एक्सपर्ट हैं। उनका क्रिएटिव अप्रोच और टेक्निकल नॉलेज उन्हें खेल विश्लेषण से जुड़े वीडियो कंटेंट को आकर्षक और प्रभावी बनाने में मदद करता है। खेलों की दुनिया में हो रहे नए बदलावों और रोमांचक मुकाबलों पर उनकी गहरी पकड़ उन्हें एक बेहतरीन कंटेंट क्रिएटर और पत्रकार के रूप में स्थापित करती है।