जमशेदपुर रेलवे स्टेशन पर चोर की हैरान करने वाली करतूत! आरपीएफ ने संटू महतो को रंगे हाथों धर दबोचा

जमशेदपुर के टाटानगर रेलवे स्टेशन पर एक यात्री का मोबाइल चोरी कर भाग रहे संटू महतो को आरपीएफ की उड़नदस्ता टीम ने रंगे हाथों पकड़ लिया। संटू पहले भी कई आपराधिक मामलों में जेल जा चुका है। जानिए पूरी घटना।

Sep 29, 2024 - 00:39
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जमशेदपुर रेलवे स्टेशन पर चोर की हैरान करने वाली करतूत! आरपीएफ ने संटू महतो को रंगे हाथों धर दबोचा
जमशेदपुर रेलवे स्टेशन पर चोर की हैरान करने वाली करतूत! आरपीएफ ने संटू महतो को रंगे हाथों धर दबोचा

जमशेदपुर, 28 सितंबर 2024। टाटानगर रेलवे स्टेशन पर चोरी की एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। बीती रात रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) की उड़नदस्ता टीम ने संटू महतो नामक चोर को चोरी किए गए मोबाइल के साथ रंगे हाथ पकड़ लिया। संटू महतो, जो पहले भी आर्म्स एक्ट और चोरी के मामलों में जेल जा चुका है, बागबेड़ा का निवासी है। यह घटना सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रही है, और आरपीएफ के त्वरित कार्रवाई ने इस बार चोर की चोरी की योजना को असफल कर दिया।

चोर की संदिग्ध गतिविधि पर आरपीएफ की त्वरित कार्रवाई
घटना शुक्रवार और शनिवार देर रात करीब 2 बजे की है, जब आरपीएफ की उड़नदस्ता टीम टाटानगर रेलवे स्टेशन पर गश्त कर रही थी। इस टीम का नेतृत्व कर रहे थे एएसआई बलबीर प्रसाद, जिनके साथ महेंद्र प्रताप यादव, रवि कुमार और सोहन पाल भी ड्यूटी पर थे। उसी दौरान उन्होंने देखा कि एक व्यक्ति संदिग्ध स्थिति में प्लेटफार्म से भागने की कोशिश कर रहा था।

चोर की गतिविधि पर शक होते ही टीम ने बिना समय गंवाए उस पर कार्रवाई की और संटू महतो को धर दबोचा। जब उसकी तलाशी ली गई, तो उसके पास से एक चोरी का मोबाइल बरामद हुआ। पूछताछ में संटू ने खुलासा किया कि उसने यह मोबाइल प्लेटफार्म नंबर 4 पर खड़ी लोकल ट्रेन के एक यात्री से चुराया था और भागने की कोशिश कर रहा था।

पहले भी जा चुका है जेल
यह पहली बार नहीं है जब संटू महतो को चोरी के आरोप में पकड़ा गया हो। वह इससे पहले भी परसुडीह थाना क्षेत्र से आर्म्स एक्ट के तहत और बागबेड़ा से चोरी के मामले में जेल जा चुका है। संटू की पुरानी आपराधिक पृष्ठभूमि और इस घटना ने स्टेशन परिसर की सुरक्षा व्यवस्था पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

आरपीएफ की मुस्तैदी और जनता की सुरक्षा
आरपीएफ की उड़नदस्ता टीम ने इस घटना में जिस तरह से त्वरित और प्रभावी कार्रवाई की, वह काबिले तारीफ है। रेलवे स्टेशन पर लगातार गश्त और सतर्कता से अपराधों पर काबू पाने में मदद मिलती है। लेकिन इस घटना ने यह भी दिखाया कि अपराधी किसी भी तरह का मौका ढूंढने से नहीं चूकते। संटू महतो जैसे अपराधियों की गतिविधियों पर नज़र रखने और समय पर कार्रवाई करने से ही यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सकती है।

स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया और सुरक्षा पर चिंता
घटना के बाद से स्थानीय लोग और यात्री सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। टाटानगर जैसे बड़े रेलवे स्टेशन पर इस प्रकार की चोरी की घटनाएं बढ़ती चिंता का कारण हैं। यात्रियों का कहना है कि स्टेशन परिसर में और अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाने और सुरक्षा कर्मियों की तैनाती बढ़ाने की आवश्यकता है, ताकि चोरी जैसी घटनाओं पर रोक लगाई जा सके।

एक यात्री ने कहा, "इस तरह की घटनाएं हमें डरा देती हैं। हम अपने सामान और खुद की सुरक्षा को लेकर हमेशा चिंतित रहते हैं। हमें उम्मीद है कि रेलवे प्रशासन और पुलिस इस मामले को गंभीरता से लेगी और सुरक्षा को मजबूत करेगी।"

संटू महतो को सौंपा गया जीआरपी को
संटू महतो को गिरफ्तार करने के बाद उसे टाटानगर जीआरपी (गवर्नमेंट रेलवे पुलिस) को सौंप दिया गया, जहां से उसे आगे की कानूनी प्रक्रिया के लिए जेल भेजा गया। फिलहाल मामले की जांच जारी है और जीआरपी यह जानने का प्रयास कर रही है कि संटू अकेला काम कर रहा था या किसी गिरोह का हिस्सा है।

क्या चोरी की घटनाओं पर लगेगी रोक?
जमशेदपुर के टाटानगर रेलवे स्टेशन पर हुई इस घटना ने प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों को एक बार फिर सतर्क कर दिया है। आरपीएफ और जीआरपी की त्वरित कार्रवाई सराहनीय है, लेकिन यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि इस तरह की घटनाएं भविष्य में दोबारा न हों। यात्रियों की सुरक्षा और स्टेशन की सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने की जरूरत है।

इस घटना ने साबित कर दिया है कि अपराधी किसी भी तरह से अपने अपराध को अंजाम देने के लिए मौके की तलाश में रहते हैं। अब सवाल यह है कि क्या रेलवे प्रशासन और पुलिस भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठा पाएंगे? या फिर यात्रियों को इसी तरह के खतरों का सामना करना पड़ेगा। समय ही बताएगा कि प्रशासन इस चुनौती का कैसे सामना करेगा।

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Team India मैंने कई कविताएँ और लघु कथाएँ लिखी हैं। मैं पेशे से कंप्यूटर साइंस इंजीनियर हूं और अब संपादक की भूमिका सफलतापूर्वक निभा रहा हूं।