Sakchi Shock: बाजार से मोबाइल चोरी, पुलिस ने 4 घंटे में पकड़ा चोर! पुरुलिया के शातिर से 4 और फोन बरामद
जमशेदपुर के साकची बाजार में मोबाइल चोरी की घटना से क्यों फैल गई दहशत? पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए महज कुछ ही घंटों में आरोपी को कैसे ढूंढ़ निकाला? रामगढ़ के पीड़ित बहादुर अली के फोन समेत कुल 4 मोबाइल कहां से बरामद हुए? क्या दुर्गा सिंह अकेला काम करता था? पूरी चौंकाने वाली जांच का खुलासा पढ़ें!
जमशेदपुर, 27 अक्टूबर 2025 - जमशेदपुर की साकची पुलिस ने एक बार फिर अपनी तत्परता और तकनीकी सक्षमता का परिचय दिया है। शहर के सबसे व्यस्त और भीड़भाड़ वाले साकची बाजार में हुई मोबाइल चोरी की एक घटना का पुलिस ने महज कुछ ही घंटों में सफलतापूर्वक खुलासा कर दिया। इस त्वरित कार्रवाई के कारण न सिर्फ रामगढ़ के चितरपुर निवासी पीड़ित बहादुर अली को न्याय मिला है, बल्कि पुलिस ने एक शातिर चोर को गिरफ्तार कर उसके पास से कुल चार चोरी किए गए मोबाइल फोन भी बरामद किए हैं।
इस सफलता ने साकची पुलिस के प्रति स्थानीय लोगों का विश्वास मजबूत किया है और भीड़भाड़ वाले इलाकों में सक्रिय मोबाइल चोर गिरोहों को एक कड़ा संदेश भी दिया है।
रामगढ़ से आया था पीड़ित, साकची बाजार में हुआ शिकार
यह घटना 25 अक्टूबर की देर रात की है, जब रामगढ़ जिले के चितरपुर निवासी बहादुर अली साकची बाजार पहुंचे थे। यह बाजार हमेशा खरीदारों से भरा रहता है, और चोर अक्सर इसी भीड़ का फायदा उठाते हैं। दुर्भाग्य से, बहादुर अली भी इस भीड़भाड़ के बीच चोर का शिकार हो गए और उनका मोबाइल फोन चोरी हो गया।
चोरी की घटना के तुरंत बाद, पीड़ित बहादुर अली ने साकची थाना में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए, खासकर त्योहारी सीज़न के आसपास, तत्काल जांच शुरू कर दी।
तकनीकी निगरानी ने दबोचा चोर
साकची पुलिस ने इस मामले में परंपरागत जांच से हटकर आधुनिक तकनीकी निगरानी और गुप्त सूचना प्रणाली का उपयोग किया। पुलिस की इस फुर्ती के कारण ही उन्हें कुछ ही घंटों के भीतर एक महत्वपूर्ण सुराग मिला।
इस सुराग के आधार पर, पुलिस ने पुरुलिया जिले के कांटाडीह निवासी दुर्गा सिंह को गिरफ्तार कर लिया। पुरुलिया (पश्चिम बंगाल) का कनेक्शन सामने आने से यह संकेत मिलता है कि त्योहारों के दौरान अक्सर अंतर-राज्यीय चोर गिरोह सक्रिय हो जाते हैं, जो झारखंड के बड़े बाजारों को निशाना बनाते हैं।
गिरफ्तारी के बाद, सख्ती से की गई पूछताछ में आरोपी दुर्गा सिंह टूट गया और उसने अपना अपराध स्वीकार कर लिया। उसने चोरी किए गए मोबाइलों के ठिकाने की भी जानकारी दी।
4 मोबाइल बरामद, बड़ा गिरोह होने की आशंका
आरोपी दुर्गा सिंह की निशानदेही पर पुलिस ने उसके ठिकाने से कुल चार चोरी किए गए मोबाइल फोन बरामद किए हैं। इनमें बहादुर अली का चोरी हुआ फोन भी शामिल था।
चार मोबाइल बरामद होने से यह संदेह पैदा होता है कि दुर्गा सिंह अकेला काम नहीं कर रहा होगा। वह किसी बड़े मोबाइल चोर गिरोह का हिस्सा हो सकता है, जो झारखंड-बंगाल सीमावर्ती क्षेत्रों में सक्रिय है।
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इतिहास की पड़ताल: जमशेदपुर में दुर्गा पूजा और रामनवमी जैसे भीड़ वाले त्योहारों के दौरान अक्सर पश्चिम बंगाल और ओडिशा के गिरोहों द्वारा चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया जाता रहा है। साकची पुलिस अब इसी कोण से जांच कर रही है कि क्या दुर्गा सिंह इस तरह के किसी बड़े गिरोह से जुड़ा हुआ है या यह उसकी अकेले की वारदात थी।
फिलहाल, साकची पुलिस आरोपी के खिलाफ आगे की कानूनी कार्रवाई कर रही है और गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में जुटी हुई है। स्थानीय लोगों ने पुलिस की इस तेज और सफल कार्रवाई की जमकर सराहना की है, जिससे भीड़-भाड़ वाले बाजारों में सुरक्षा को लेकर एक सकारात्मक संदेश गया है।
पाठकों से सवाल:
आपके विचार में, क्या साकची जैसे भीड़भाड़ वाले बाज़ारों में मोबाइल चोरी को रोकने के लिए स्थानीय पुलिस को क्या अतिरिक्त कदम उठाने चाहिए? कमेंट करके अपनी प्रतिक्रिया दें।
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