Ranchi Rescue: कर्नाटक से बरामद हुईं हिंदपीढ़ी की दो लापता बहनें, जानिए पूरा मामला!
रांची के हिंदपीढ़ी से लापता हुईं दो बहनों को पुलिस ने कर्नाटक से बरामद किया। जानें पूरा मामला और कैसे पुलिस ने टेक्नोलॉजी की मदद से सफलता हासिल की।
रांची: रांची के हिंदपीढ़ी इलाके से लापता हुईं दो बहनों को रांची पुलिस ने कर्नाटक से बरामद कर लिया है। यह मामला पूरे शहर में चर्चा का विषय बना हुआ था। पुलिस की टेक्निकल सेल की मदद से दोनों का लोकेशन कर्नाटक में ट्रेस किया गया। इसके बाद एक विशेष टीम को कर्नाटक भेजा गया, जहां स्थानीय पुलिस की मदद से लड़कियों को सुरक्षित बरामद कर लिया गया।
कैसे हुआ पूरा घटनाक्रम?
यह मामला तब सामने आया जब 11 जनवरी 2025 को दोनों बहनें दोपहर 12:30 बजे आधार केंद्र जाने के लिए घर से निकली थीं। लेकिन दोपहर 1:20 बजे एक बहन ने अपने पिता को फोन कर बताया कि ऑटो चालक ने उनका मोबाइल और पर्स छीन लिया है और जबरन कहीं दूसरी जगह ले जा रहा है। इसके बाद फोन कट गया और दोबारा संपर्क नहीं हो पाया।
पुलिस जांच में आखिरी मोबाइल लोकेशन ओरमांझी में मिला, जिसके बाद पुलिस ने गहन जांच शुरू की। मामला तूल पकड़ने के बाद झारखंड सरकार के स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की और भरोसा दिलाया कि सरकार पूरी गंभीरता से काम कर रही है।
टेक्नोलॉजी बनी सफलता की कुंजी!
इस पूरे मामले में पुलिस की टेक्निकल सेल ने अहम भूमिका निभाई। मोबाइल लोकेशन को ट्रेस कर कर्नाटक तक पहुंचा गया। वहां स्थानीय पुलिस के सहयोग से लड़कियों को सुरक्षित बरामद कर लिया गया। रांची पुलिस की टीम आज ही दोनों बहनों को लेकर वापस लौट रही है।
क्या बोले अधिकारी?
स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने कहा:
“मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन इस मामले को लेकर पूरी तरह गंभीर हैं। सरकार हरसंभव मदद कर रही है। जल्द ही दोनों बहनों को सुरक्षित वापस लाया जाएगा।”
कानून और सुरक्षा का इतिहास:
झारखंड में महिला सुरक्षा को लेकर झारखंड पुलिस समय-समय पर कई अहम कदम उठाती रही है। ह्यूमन ट्रैफिकिंग और लापता मामलों को लेकर सरकार ने 2017 में विशेष एंटी-ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट (AHTU) बनाई थी, जो ऐसे मामलों में तेजी से कार्रवाई करती है।
परिवार की प्रतिक्रिया:
परिजनों ने राहत की सांस लेते हुए पुलिस प्रशासन का धन्यवाद किया और सरकार से सख्त सुरक्षा उपायों की मांग की।
क्या सिखाता है ये मामला?
- टेक्नोलॉजी का सही उपयोग: मोबाइल ट्रेसिंग ने इस केस में अहम भूमिका निभाई।
- पुलिस की तत्परता: समय रहते पुलिस की कार्रवाई ने दो जिंदगियां बचा लीं।
- जनता का भरोसा: सरकार और पुलिस की सक्रियता ने जनता में भरोसा बढ़ाया है।
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