"Fake Railway Job Scam in Bihar: उत्तर रेलवे के नाम पर ऑनलाइन ठगी!"
उत्तर रेलवे ने फर्जी वैकेंसी के मामले में जागरूकता फैलाने के लिए एक अलर्ट जारी किया है। जानें कैसे साइबर शातिरों ने बनाई फर्जी वेबसाइट और क्या है बचने का तरीका।
मुजफ्फरपुर, 23 नवंबर: उत्तर रेलवे के विजिलेंस विभाग ने एक बड़े साइबर धोखाधड़ी का पर्दाफाश किया है, जिसमें बिहार के शातिरों ने एक फर्जी वेबसाइट बनाकर रेलवे में नौकरी की वैकेंसी का दावा किया। इस वेबसाइट पर गुप सी और डी के पदों के लिए ऑनलाइन आवेदन भरने के लिए लिंक दिया गया था। इस फर्जीवाड़े का पता लगते ही उत्तर रेलवे की विजिलेंस टीम ने त्वरित कार्रवाई की और वेबसाइट को बंद कर दिया।
कैसे हुआ फर्जीवाड़ा?
साइबर अपराधियों ने उत्तर रेलवे की वैकेंसी निकालने की आड़ में एक नकली वेबसाइट तैयार की थी। इस वेबसाइट पर गुप C और D के पदों के लिए आवेदन आमंत्रित किए गए थे। वेबसाइट का डिज़ाइन असली वेबसाइट जैसा था, जिससे लोगों को धोखा हुआ और उन्होंने आवेदन करना शुरू कर दिया। वेबसाइट पर दिए गए लिंक पर आवेदन भरने के बाद, आरोपी ने संभावित उम्मीदवारों से नकली शुल्क भी वसूला।
उत्तर रेलवे की विजिलेंस टीम की त्वरित कार्रवाई
फर्जीवाड़े का पता चलते ही उत्तर रेलवे की विजिलेंस टीम सक्रिय हो गई और वेबसाइट की जांच की। टीम ने वेबसाइट को फर्जी करार दिया और सभी संबंधित विभागों को सूचित किया। इसके बाद, रेलवे ने अभ्यर्थियों को अलर्ट जारी किया और उन्हें बताया कि रेलवे किसी भी जोनल संस्थान के माध्यम से वैकेंसी नहीं निकालता है।
क्या हैं रेलवे की असली भर्ती प्रक्रिया?
रेलवे की वैकेंसी केवल आरआरबी (रेलवे रिक्रूटमेंट बोर्ड) और आरआरसी (रेलवे रिक्रूटमेंट सेल) के माध्यम से जारी होती है, जो पूरी भर्ती प्रक्रिया का संचालन करते हैं। रेलवे की वैकेंसी के लिए आवेदन करने के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया होती है, और ऑफलाइन आवेदन पत्र स्वीकार नहीं किए जाते।
उत्तर रेलवे ने स्पष्ट किया है कि कोई भी वैकेंसी जोनल संस्थान के नाम से नहीं आती है। उम्मीदवारों को केवल आरआरबी और आरआरसी की आधिकारिक वेबसाइटों से ही अपडेट्स प्राप्त करनी चाहिए।
मुजफ्फरपुर में फर्जीवाड़े की जानकारी
मुजफ्फरपुर में स्थित आरआरबी कार्यालय में अभ्यर्थी इस फर्जी वैकेंसी के बारे में पहुंच रहे हैं, लेकिन सौभाग्य से, अब तक किसी भी उम्मीदवार ने फर्जी आवेदन नहीं किया। रेलवे अधिकारियों ने पुष्टि की है कि इस मामले में किसी भी उम्मीदवार को धोखा नहीं हुआ है।
रेलवे का अलर्ट: सतर्क रहें!
उत्तर रेलवे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर भी यह चेतावनी दी है कि अभ्यर्थी किसी भी फर्जी वेबसाइट या ऑनलाइन धोखाधड़ी से बचने के लिए सतर्क रहें। यदि कोई वेबसाइट रजिस्ट्रेशन फीस या नकली शुल्क मांग रही है, तो उसे तुरंत रिपोर्ट करें।
फर्जी वेबसाइट की पहचान कैसे करें?
- साइट का URL जाँचें: असली रेलवे वेबसाइट का URL हमेशा www.rrcnr.org होता है।
- अधिकारिक पदनामों और पते की जांच करें: फर्जी वेबसाइट पर अधिकारियों के नाम और पता गलत होते हैं।
- सामान्य तौर पर संपर्क जानकारी नहीं होती: वास्तविक रेलवे वेबसाइटों पर हमेशा संपर्क विवरण और अन्य महत्वपूर्ण जानकारी होती है।
रेलवे में नौकरी पाने के वास्तविक तरीके
रेलवे में नौकरी पाने के लिए उम्मीदवारों को आरआरबी और आरआरसी द्वारा आयोजित विभिन्न परीक्षा प्रक्रियाओं में भाग लेना होता है। इन प्रक्रियाओं में सामान्यत: प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा, और साक्षात्कार शामिल होते हैं।
रेलवे की आधिकारिक वेबसाइटों पर जाने से पहले हमेशा सुनिश्चित करें कि साइट सुरक्षित है और ऑफिशियल है।
यह फर्जीवाड़ा रेलवे के अभ्यर्थियों के लिए एक बड़ा चेतावनी संदेश है। उत्तर रेलवे के इस अलर्ट को ध्यान में रखते हुए, सभी अभ्यर्थियों को सतर्क रहना चाहिए और फर्जी वेबसाइटों से बचना चाहिए। रेलवे की असली वैकेंसी केवल आरआरबी और आरआरसी की आधिकारिक वेबसाइटों पर होती है।
क्या आपने कभी फर्जी रेलवे वैकेंसी का शिकार होने का अनुभव किया? अपनी राय और अनुभव हमारे साथ साझा करें!
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