Govindpur Mini Liquor Factory: मिनी शराब फैक्ट्री का पर्दाफाश, जमीन में छिपा था हजारों लीटर महुआ घोल!
गोविंदपुर में पुलिस ने मिनी शराब फैक्ट्री का खुलासा किया, जहां जमीन के नीचे हजारों लीटर महुआ घोल छिपाया गया था। जानें पूरी सच्चाई!
नवादा जिले के गोविंदपुर थाना क्षेत्र में एक बड़ी शराब तस्करी का पर्दाफाश हुआ है। यहां पुलिस ने एक मिनी शराब फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया, जिसमें शराब बनाने का जहर जमीन के नीचे छुपाकर रखा गया था। इस छापेमारी में पुलिस को भारी मात्रा में देसी शराब और महुआ घोल मिला, जो शराब माफिया द्वारा पूरी चतुराई से छिपाया गया था। जानिए कैसे पुलिस ने खुदाई के दौरान इस घिनौनी साजिश को उजागर किया।
क्या था मामला और कैसे खुलासा हुआ?
गोविंदपुर पुलिस को सूचना मिली थी कि पचवानी गांव के खेतों में एक मिनी शराब फैक्ट्री चलाई जा रही है। यहां शराब निर्माण के उपकरण और महुआ घोल छिपा कर रखा गया था। पहले तो पुलिस को यह विश्वास ही नहीं हुआ कि शराब माफिया जमीन के अंदर ऐसी चतुराई से शराब का जखीरा छिपाकर रख सकते हैं। पुलिस ने कुदाल लेकर खेत की खुदाई शुरू की और जैसे ही उन्होंने जमीन के अंदर देखा, वे भी चौंक गए।
जमीन के नीचे छुपाए गए थे हजारों लीटर महुआ घोल!
पुलिस ने देखा कि जमीन में गहरे गड्ढे खोदकर प्लास्टिक ड्रम में महुआ घोल छुपाया गया था। यह घोल शराब बनाने में इस्तेमाल किया जाता है। पुलिस ने अपनी कार्रवाई में लगभग 2000 लीटर महुआ घोल को बरामद किया और उसे नष्ट कर दिया। इसके अलावा, पुलिस ने शराब बनाने के उपकरण और भट्ठियों को भी पूरी तरह नष्ट कर दिया। ये सभी उपकरण पुलिस के हाथ लगने से पहले शराब माफिया की नजर से बचकर छिपाए गए थे।
शराब माफिया के खिलाफ कार्रवाई, लेकिन गिरफ्तारी नहीं
घटना के वक्त पुलिस को यह भी पता चला कि शराब माफिया ने शराब के उत्पादन और तस्करी के लिए इन गहरे गड्ढों का इस्तेमाल किया था। शराब माफिया की यह साजिश पुलिस की नजरों से बचने के लिए की गई थी। हालांकि, जब पुलिस ने छापेमारी की, तो शराब बनाने वाले फरार हो गए। इस कारण अभी तक किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी। लेकिन पुलिस ने बताया कि वे सभी शराब कारोबारियों को पहचानने का प्रयास कर रहे हैं और जल्द ही गिरफ्तारी की योजना बनाई जाएगी।
अवैध शराब कारोबार का बड़ा नेटवर्क!
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, गोविंदपुर इलाके में कच्ची शराब का अवैध कारोबार बड़े पैमाने पर चल रहा है। शराब माफिया लगातार नए तरीके अपनाकर पुलिस से बचने की कोशिश कर रहे हैं। यही कारण है कि पुलिस को इस तरह की छापेमारी करने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ी। हालांकि, अब पुलिस पूरी तरह से सक्रिय हो गई है और इन अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है।
आगे क्या होगा? पुलिस की जांच जारी
गोविंदपुर पुलिस ने शराब बनाने के सभी उपकरणों को नष्ट कर दिया है और अब शराब माफिया के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की योजना बनाई जा रही है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इसके साथ ही, इलाके में अवैध शराब के कारोबार को रोकने के लिए भी कदम उठाए जा रहे हैं। पुलिस के द्वारा की जा रही इस कड़ी कार्रवाई के बाद उम्मीद जताई जा रही है कि इस तरह के अवैध कारोबार को नियंत्रित किया जा सकेगा।
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