चंपाई सोरेन के बीजेपी में जाने से झामुमो में मची हलचल, आदित्यपुर नगर कमेटी का गठन जारी
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन के बीजेपी में शामिल होने के बाद झामुमो की आदित्यपुर नगर कमेटी का गठन हो रहा है। पार्टी के नेताओं ने रायशुमारी की, लेकिन सहमति नहीं बन पाई।
सरायकेला, 29 सितंबर 2024: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन के बीजेपी में शामिल होने के बाद झामुमो में हड़कंप मच गया है। इसके परिणामस्वरूप, सरायकेला झामुमो की सभी कमेटियों को भंग कर दिया गया है। अब उनके पुनर्गठन की प्रक्रिया जारी है। इसी कड़ी में, रविवार को आदित्यपुर नगर कमेटी के गठन के लिए पार्टी के दिग्गज नेताओं ने रायशुमारी की।
इस बैठक में कई नेताओं के नाम सामने आए, लेकिन किसी भी नेता के नाम पर सहमति नहीं बनी। अब यह मुद्दा केंद्रीय नेतृत्व के पाले में चला गया है। बता दें कि चंपाई सोरेन के बीजेपी में शामिल होने के बाद, आदित्यपुर नगर झामुमो के अध्यक्ष दीपक मंडल ने भी इस्तीफा दे दिया।
आदित्यपुर में झामुमो के कुनबे को धारदार बनाने के लिए पार्टी के नेता लगातार मंथन कर रहे हैं। सरायकेला विधानसभा की सीट जीतने के लिए आदित्यपुर नगर कमेटी काफी महत्वपूर्ण है। जिस दल की आदित्यपुर नगर पर जितनी मजबूत पकड़ होगी, उसकी जीत उतनी ही दमदार होगी। पिछले विधानसभा चुनाव में चंपाई सोरेन ने आदित्यपुर नगर से बड़ी बढ़त हासिल की थी।
रविवार को हुई रायशुमारी में झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्रदेश प्रवक्ता मोहन कर्मकार, राजू गरी, गणेश चौधरी और अन्य बड़े नेता उपस्थित थे। मोहन कर्मकार ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि चंपाई सोरेन के जाने से पार्टी की सेहत पर कोई असर नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा, "झारखंड मुक्ति मोर्चा नेता पैदा करने वाली पार्टी है। हमारा ध्यान सरायकेला विधानसभा को जीतने पर है।"
उन्होंने मुख्यमंत्री मैया सम्मान योजना को लेकर विपक्ष के आरोपों का जवाब भी दिया। उन्होंने कहा कि विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है और बाहरी नेता यहां की जनता को गुमराह कर रहे हैं। कुल मिलाकर, इस योजना का लाभ झारखंड की महिलाओं और बेटियों को मिल रहा है, जो मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की कार्यशैली को दर्शाता है।
झामुमो नेताओं का ध्यान अब आदित्यपुर नगर कमेटी को मजबूत बनाने पर केंद्रित है, ताकि सरायकेला विधानसभा में जीत सुनिश्चित की जा सके।
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