झारखंड के हर थाने में होगी महिला पुलिसकर्मी की तैनाती, महिलाएं आसानी से कर सकेंगी अपनी समस्याएं साझा

झारखंड पुलिस की नई पहल के तहत हर थाने में महिला पुलिसकर्मी की तैनाती की जाएगी ताकि महिलाएं अपनी समस्याएं आसानी से साझा कर सकें। साथ ही, डायल-112 ऐप के जरिए विभिन्न आपात सेवाओं तक पहुंच बनाई जा सकती है।

Aug 17, 2024 - 16:44
झारखंड के हर थाने में होगी महिला पुलिसकर्मी की तैनाती, महिलाएं आसानी से कर सकेंगी अपनी समस्याएं साझा
झारखंड के हर थाने में होगी महिला पुलिसकर्मी की तैनाती, महिलाएं आसानी से कर सकेंगी अपनी समस्याएं साझा

रांची: झारखंड पुलिस ने महिलाओं की सुरक्षा और सहायता के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। राज्य के हर पुलिस थाने में अब एक महिला पुलिसकर्मी की तैनाती की जाएगी, जिससे महिलाएं अपनी समस्याओं को आसानी से साझा कर सकें। यह जानकारी डीजीपी अनुराग गुप्ता ने शुक्रवार को पुलिस मुख्यालय में मीडिया से बात करते हुए दी।

डीजीपी अनुराग गुप्ता ने कहा, "यह कदम महिलाओं की सुरक्षा और उनकी समस्याओं को समझने के लिए उठाया गया है। थाने में महिला पुलिसकर्मी की उपस्थिति से महिलाएं अपनी व्यक्तिगत या सामाजिक समस्याएं खुलकर साझा कर सकेंगी।"

महिला पुलिसकर्मियों का सम्मेलन:

इसके साथ ही, झारखंड पुलिस द्वारा 23 और 24 अगस्त को महिला पुलिसकर्मियों का दो दिवसीय सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। इस सम्मेलन का उद्देश्य महिला पुलिसकर्मियों को उनकी व्यक्तिगत और आधिकारिक समस्याओं को साझा करने के लिए एक मंच प्रदान करना है। डीजीपी ने बताया, "यह झारखंड पुलिस की एक नई पहल है, जहां महिला पुलिसकर्मी अपनी सभी प्रकार की समस्याओं पर खुलकर चर्चा कर सकेंगी।"

112 क्यू आर कोड अभियान की सफलता:

डीआईजी अनूप बिरथरे ने इस अवसर पर बताया कि पुलिस के 112 क्यू आर कोड अभियान को जनता से अच्छा रिस्पांस मिला है। इस अभियान के माध्यम से पुलिस सहायता, अग्निशमन, महिला हेल्पलाइन, मेडिकल इमरजेंसी और अन्य आपात स्थितियों में तुरंत मदद मिल सकती है। उन्होंने बताया, "डायल-112 ऐप को मोबाइल में डाउनलोड करके किसी भी आपातकालीन स्थिति में तुरंत सहायता प्राप्त की जा सकती है।"

महिला सुरक्षा के लिए एक बड़ा कदम:

झारखंड पुलिस का यह कदम राज्य में महिला सुरक्षा को और मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। पुलिस के इस पहल से न सिर्फ महिलाओं को न्याय पाने में आसानी होगी, बल्कि उनकी सुरक्षा की भावना भी और मजबूत होगी।

Team India मैंने कई कविताएँ और लघु कथाएँ लिखी हैं। मैं पेशे से कंप्यूटर साइंस इंजीनियर हूं और अब संपादक की भूमिका सफलतापूर्वक निभा रहा हूं।